जुलाई: इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल-आब्दी बीते रविवार को आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के चंगुल से आजाद किए गए मोसुल पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सेना को 266 दिनों तक चले इस भीषण युद्ध में जीत के लिए बधाई दी. बताते चलें कि मोसुल पर आईएस ने तीन साल से कब्जा जमा रखा था. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक मोसुल में आईएस पर इस ऐतिहासिक जीत की खुशी में इराकी सैनिकों और स्थानीय नागरिकों ने सड़कों पर उतरकर जश्न मनाया.
आईएस के खिलाफ इराक की इस लड़ाई में मोसुल की आजादी को ऐतिहासिक जीत के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि इराक के सामने पूरी तरह से बर्बाद हो चुके इस शहर को फिर से खड़ा करने की गंभीर चुनौती है. इराक के उत्तर में स्थित निन्वेह प्रांत की राजधानी और इराक के दूसरे सबसे बड़े शहर मोसुल को आईएस ने अपनी राजधानी घोषित कर रखा था.
साल 2014 में मोसुल में ही आईएस के सरगना अबु बकर-अल-बगदादी ने इराक और सीरिया में आईएस के राज का ऐलान किया था. मोसुल में स्थानीय नागरिकों ने कहा कि मोसुल की आजादी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में महान जीत है और इसने आतंकवादी संगठनों की कमर तोड़ दी है, वहीं इराक में इस्लामिक स्टेट को भी ध्वस्त कर दिया है.