India Pakistan War: क्या भारत पाकिस्तान में होगा एक और युद्ध, मुक्तदर खान का बड़ा दावा, जानिए क्या कहा
Muqtedar Khan on Pakistan: अमेरिका के डेलावेयर यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर मुक्तदर (Muqtedar Khan) खान ने कहा कि पाकिस्तान (Pakistan) अगर उकसाता है तो भारत (India) उसे संभलने का मौका नहीं देगा.
Muqtedar Khan Pakistan India Relation: भारत-पाकिस्तान के बीच लंबे वक्त से सीमा को लेकर मतभेद बने हुए हैं. पाकिस्तान अक्सर उकसावे की कार्रवाई करता रहा है और हर बार उसे मुंह की खानी पड़ी है. अमेरिका के डेलावेयर यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर मुक्तदर (Muqtedar Khan) खान ने कहा है कि पाकिस्तान के लिए अब भारत से पंगा लेना काफी मुश्किल है. पाकिस्तान की लीडरशिप और वहां की आम जनता भी ये मानती है कि उनका देश अब इंडिया से लड़ने से पहले कई बार सोचेगा.
प्रोफेसर मुक्तदर खान ने कहा कि पहले जब कभी भी पाकिस्तान (Pakistan) ने भारत से पंगा लिया तो अमेरिका का उसे साथ मिला था. चाहे वो 1971 की बात हो या फिर 1965 की बात हो. अब अमेरिका (US) पाकिस्तान का समर्थन करने नहीं पहुंचेगा क्योंकि उसे अब भारत की ज्यादा जरूरत है.
क्या भारत-PAK में होगा एक और युद्ध?
प्रोफेसर मुक्तदर खान ने आगे कहा कि पाकिस्तान अगर भारत (India) पर किसी तरह की हमले की वेबकूफी करता है तो उसे पछताना पड़ेगा. उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि इंडिया में आजकल पीओके को लेकर नैरेटिव बन रहा है. उन्होंने एक बार फिर साफ किया कि भारत चाहे तो जंग का ऐलान कर पीओके (PoK) और बाकी इलाकों को अपने में मिला सकता है.
क्या भारत नहीं देगा संभलने का मौका?
मुक्तदर खान ने कहा कि पाकिस्तान अगर उकसाता है तो भारत उसे संभलने का मौका नहीं देगा. पाकिस्तान को चाहिए कि वो अब भारत को न उकसाए क्योंकि इंडिया काफी ताकतवर हो चुका है. इस वक्त अगर छेड़छाड़ की गई तो पीओके इंडिया में आ सकता है. उन्होंने ये भी कहा कि पाकिस्तान की आर्मी (Pakistan Army) में इमरान खान की वजह से दरार आ गई हैं. सेना में आतंरिक कलह बहुत अधिक है.
पाक सेना के सामने कई चुनौतियां
डेलावेयर यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर मुक्तदर खान ने ये भी कहा कि पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर (General Asim Munir) के सामने कई चुनौतियों से निपटने की जरूरत है. उन्हें इमरान खान के समर्थकों से डील करना होगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की आर्मी को अपने विभाग के अलावा सरकार से भी डील करना पड़ता है. इसके अलावा टीटीपी (TTP) से भी पाकिस्तान को कड़ी चुनौती मिल रही है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान (Pakistan) में कोई विजनरी लीडर नजर नहीं आ रहा है. इमरान भी मानते हैं कि उनकी पॉपुलैरिटी क्षणिक है, इसलिए वो तुरंत चुनाव चाहते हैं ताकि वो इसे भुना सकें.
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