वैश्विक आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) के सरगना अबू हसन अल-हशीमी अल-कुरैशी की बुधवार को मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि एक युद्ध में अबू हसन अल-हाशिमी अल-कुरैशी की मौत हुई है. इसके साथ ही ISIS ने अपने नए नेता का भी एलान किया है. आतंकी संगठन ने नये आतंकी अबू अल-हुसैन अल-हुसैनी अल-कुरैशी को नया सरगना घोषित किया है.
बता दें कि अबू हसन अल-हशीमी अल-कुरैशी ISIS का तीसरा मुखिया था. इस साल फरवरी में आतंकी संगठन के दूसरे मुखिया अबू इब्राहिम अल-कुरैशी की मौत के बाद उसे इस आतंकी संगठन का नया सरगना घोषित किया गया था. कहा जाता है कि अबू हसन अल-हशीमी अल-कुरैशी ISIS के पहले सरगना अबू बक्र अल-बगदादी का भाई है.
एक मैगजीन के मुताबिक, अबू हसन अल-हशीमी अल-कुरैशी को अब्दुल्ला कर्दश के नाम से जाना जाता है. उसका जन्म मोसुल से 20 मील दूर स्थित माहलाबिया में हुआ था. उसका असली नाम आमिर मुहम्मद सईद अल-सलीबी अल-मावला है. कुरैशी का जन्म 1976 में हुआ था. सात भाइयों में वो सबसे छोटा है. उसकी नौ बहनें भी हैं.
साल 2008 में मोसुल से हुआ गिरफ्तार
साल 2008 में अमेरिकी सेना ने अबू हसन अल-हशीमी अल-कुरैशी को मोसुल से गिरफ्तार कर लिया था. तब उसे एक डिटेंशन सेंटर में लंबे समय तक रखा गया. उससे लंबी पूछताछ की गई. पूछताछ में वो यही बताता रहा कि वो ISIS में शामिल नहीं हुआ था, बल्कि उसे जज के तौर पर नियुक्त किया गया था. गिरफ्तारी के कुछ साल बाद उसे रिहा कर दिया गया था. रिहाई के बाद वो ISIS में और बड़ी भूमिका निभाने लगा था.
ऐसे हुई थी ISIS की स्थापना
ISIS को अल-कायदा की ही एक शाखा माना जाता है. यह 2003 में सुन्नी मुस्लिम तानाशाह सद्दाम हुसैन को उखाड़ फेंकने के बाद अमेरिकी सेना के खिलाफ इस्लामी विद्रोह के तौर पर उभरकर सामने आया था. यह आतंकी संगठन पिछले एक दशक के दौरान इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवेंट या इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक एंड सीरिया यानी ISIS का जन्म 1999 में हुआ था. यह एक उग्रवादी इस्लामी समूह तथा इराक एवं सीरिया में सक्रिय जिहादी सुन्नी सैन्य समूह है.
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