World News: विश्व का सबसे खतरनाक आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) के सबसे बड़े नेता अबू हसन अल-हाशिमी अल-कुरैशी की मौत हो चुकी है. ISIS के एक प्रवक्ता ने बुधवार (20 नवंबर) को अपने एक बयान ने कहा कि अबू हसन अल-हाशिमी अल-कुरैशी, एक इराकी युद्ध में मारा गया है. उसने उसकी मौत की तारीख या परिस्थितियों के बारे में कुछ ज्यादा विस्तार से नहीं बताया. उसने ISIS के नए लीडर के नाम की घोषणा किया. उसने कहा कि अब से अबू अल-हुसैन अल-हुसैनी अल-कुरैशी सगंठन का नया नेता होगा.
हालांकि संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना के CENTCOM ने कहा कि अबू हसन अल-हाशिमी अल-कुरैशी अक्टूबर महीने में ही में मारा गया था.
अमेरिका ने क्या कहा
अमेरिका की तरफ से कहा गया कि "यह ऑपरेशन सीरिया में दारा (डेरा) रीजन में फ्री सीरियन आर्मी द्वारा आयोजित किया गया था. अमेरिकी सेना ने बताया कि आईएसआईएस इस क्षेत्र के लिए खतरा बना हुआ है. CENTCOM के प्रवक्ता कर्नल जो बुकिनो ने अपने एक बयान में कहा कि CENTCOM और हमारे सहयोगी ISIS की पर निगाह रखे हुए हैं.
खुद को बम से उड़ा लिया
उन्होंने कहा कि युद्ध में शामिल सीरियाई लड़ाकों ने रॉयटर्स न्यूज एजेंसी को बताया कि अबू हसन अल-हाशिमी अल-कुरैशी ने जसेम शहर में स्थानीय लड़ाकों से घिर जाने के बाद खुद को बम से उड़ा लिया था.
इस साल 2 प्रमुख की हुई मौत
अबू हसन की मौत से पहले पिछले प्रमुख अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-कुरैशी की अमेरिकी ऑपरेशन में मारे जाने खबर आई थी. अबू इब्राहिम 2 फरवरी को उत्तर पश्चिमी सीरिया में एक अमेरिकी ऑपरेशन में मारा गया था, उस समय अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने इस बात की घोषणा की थी. उस ऑपरेशन में कोई अमेरिकी कर्मी नहीं मारा गया था.
2019 में अबू बक्र अल-बगदादी मारा गया था.
अक्टूबर 2019 में तत्कालीन आईएसआईएस प्रमुख और आईएसआईएस का सबसे चर्चित चेहरा अबू बक्र अल-बगदादी अमेरिकी सैन्य अभियान में मारा गया था. वह उत्तर पश्चिमी सीरिया के इदलिब प्रांत में मारा गया था. अबू हसन अल-हाशिमी अल-कुरैशी 2019 में अमेरिका द्वारा सीरिया के इदलिब में संस्थापक अबू बकर अल-बगदादी के मारे जाने के बाद मारा जाने वाला तीसरा आईएसआईएल नेता है.
क्या है इन्हेरेंट रिजॉल्यूशन
आईएसआईएल समूह ने 2014 में इराक और सीरिया के ज्यादातर इलाकों पर कब्जा करने के बाद अपने तथाकथित "खिलाफत" की घोषणा की थी. अमेरिका ने 2014 में आईएसआईएल को उसके नियंत्रण वाले क्षेत्रों से बाहर निकालने के लिए "इन्हेरेंट रिजॉल्यूशन" नाम से एक ऑपरेशन भी शुरू किया था.
क्यों नाम के आगे 'अल' लगाते हैं आईएसआईएस के प्रमुख
वर्तमान आईएसआईएस प्रमुख और पिछले दो प्रमुखों ने अपने नाम के आगे 'अल कुरैशी' लिखा जाता रहा है. यह उनका असली नाम नहीं है और इसका मतलब यह नहीं है कि वह आपस में रिश्तेदार हैं. 'क़ुरैश क़बीला' पैगंबर मुहम्मद की जमात थी और आईएसआईएस अपने नेताओं के नामों में 'कुरैशी' जोड़ता है ताकि उन्हें मुस्लिम देश के बड़े नेता के रूप में पहचाना जा सके.
कैसे हुई थी ISIS की स्थापना
ISIS को अल-कायदा की ही एक शाखा माना जाता है. यह 2003 में सुन्नी मुस्लिम तानाशाह सद्दाम हुसैन को उखाड़ फेंकने के बाद अमेरिकी सेना के खिलाफ इस्लामी विद्रोह के तौर पर उभरकर सामने आया था. यह आतंकी संगठन पिछले एक दशक के दौरान इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवेंट या इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक एंड सीरिया यानी ISIS का जन्म 1999 में हुआ था. यह एक उग्रवादी इस्लामी समूह तथा इराक एवं सीरिया में सक्रिय जिहादी सुन्नी सैन्य समूह है.
अबू हसन अल-हाशिमी अल-कुरैशी की मौत, जानिये कैसे बना था ISIS का सरगना