Pakistan: इमरान खान की बढ़ी मुश्किलें, जज को धमकी देने पर अब कोर्ट करेगी अदालत की अवमानना पर सुनवाई
Pakistan News: इमरान खान ने इस्लामाबाद में जनसभा के दौरान पुलिस अधिकारियों समेत एक महिला जज को खुलेआम धमकी दी थी.
Imran Khan News: पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अब इस्लामाबाद हाई कोर्ट (Islamabad High Court) ने महिला सत्र न्यायाधीश जेबा चौधरी के खिलाफ इमरान खान की धमकी भरी टिप्पणी पर संज्ञान लिया है. कोर्ट ने पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व पीएम इमरान खान के खिलाफ अदालत की अवमानना की कार्रवाई शुरू करने का फैसला किया है. इमरान खान के खिलाफ ये सुनवाई कल इस्लामाबाद हाई कोर्ट में होगी. इस मामले को लेकर इमरान खान के खिलाफ एफआईआर (FIR) भी दर्ज हो चुकी है.
इमरान खान ने बीते शनिवार को इस्लामाबाद में एक जनसभा के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों, एक महिला जज, राज्य संस्थानों को खुलेआम धमकी दी थी. जिसके बाद पूर्व पीएम के खिलाफ पुलिस, न्यायपालिका और अन्य संस्थानों को धमकी देने के लिए आतंकवाद विरोधी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था. केस दर्ज होने के बाद इमरान खान के ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही थी. जिसके बाद उन्होंने गिरफ्तारी से पहले जमानत की मांग करते हुए इस्लामाबाद हाई कोर्ट का का रुख किया था.
गिरफ्तारी को लेकर मिली राहत
इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने सोमवार को पीटीआई प्रमुख इमरान खान को इस मामले में गुरुवार (25 अगस्त) तक सुरक्षात्मक जमानत दे दी. पूर्व प्रधानमंत्री पर आतंकवाद विरोधी अधिनियम (आतंकवाद के कृत्यों के लिए सजा) की धारा 7 के तहत रविवार को मामला दर्ज किया गया था. शनिवार को अपने भाषण में इमरान खान ने इस्लामाबाद के आईजीपी और डीआईजी के खिलाफ मामला दर्ज करने की धमकी दी थी और कहा था कि, "हम आपको नहीं बख्शेंगे."
क्या कहा था इमरान खान ने?
पूर्व प्रधानमंत्री ने इसके अलावा अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश जेबा चौधरी को भी धमकी दी थी. इमरान खान ने कहा था कि, "जेबा तैयार रहें, हम आपके खिलाफ कार्रवाई करेंगे." बता दें कि, ये मामला इमरान खान के करीबी दोस्त और चीफ ऑफ स्टाफ शाहबाज गिल से जुड़ा हुआ है.
शाहबाज गिल को किया गया था गिरफ्तार
इमरान खान (Imran Khan) की पार्टी ने पुलिस अधिकारियों पर शाहबाज गिल (Shahbaz Gill) के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है. जेबा चौधरी (Zeba Chaudhry) वही जज हैं, जिन्होंने शाहबाज गिल को दो दिन की रिमांड पर दिया था. दरअसल, लासबेला की घटना के बाद जब सेना के छह अधिकारी शहीद हो गए थे तो उसके बाद गिल ने सेना के रैंकों को उनके शीर्ष कमान के खिलाफ जाने के लिए उकसाने की कोशिश की थी. जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था.
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