इजरायल-हमास युद्ध से बदल गई ब्रिटेन की तस्वीर, 335 फीसदी बढ़े मुस्लिम विरोधी मामले
Islamophobia in Britain: लंदन में घरों की दीवारों पर चित्र बनाकर मुस्लिमों को 'हत्यारे', 'आतंकवादी' कहा जा रहा है. चैरिटी ने कहा कि दर्ज की गई हर तीन घटनाओं में से दो में महिलाओं को निशाना बनाया गया.
Islamophobia in Britain: हमास हमलों के बाद से ब्रिटेन में 335 फीसदी इस्लाम विरोधी मामले बढ़ गए हैं. चैरिटी टेल मामा के मुताबिक 7 अक्टूबर से 7 फरवरी के बीच 2,010 इस्लामोफोबिक घटनाएं दर्ज की गई, जो पिछले साल की इसी अवधि में दर्ज की गई 600 घटनाओं से काफी अधिक है. 2011 में चैरिटी शुरू होने के बाद से चार महीनों में यह सबसे बड़ी संख्या है.
इजराइल-गाजा संघर्ष के बाद ब्रिटेन में मुस्लिम और यहूदी विरोधी हमले बढ़ गए हैं. ब्रिटेन में मुस्लिम विरोधी घृणा-अपराध की निगरानी करने वाली एजेंसी चैरिटी टेल मामा ने बताया कि पिछले चार महीनों में घटित हुई घटनाओं में से आधे से अधिक सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने के मामले में दर्ज की गई हैं. चैरिटी ने शारीरिक हमले, अपमानजनक व्यवहार, धमकी और बर्बरता के मामले भी दर्ज किए हैं. इनमें से सबसे ज्यादा घटनाएं लंदन में 576 मामले दर्ज किए गए.
इस तरह से हो रही घटनाएं
चैरिटी ने कहा कि दर्ज की गई हर तीन घटनाओं में से दो में मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाया गया. पूर्वी लंदन में एक बस में इस्लामी कपड़े पहनी एक मुस्लिम महिला पर हमला किया गया और कहा गया कि "तुम मुसलमान उपद्रवी हो." एक मस्जिद में नमाजियों को जान से मारने की लिखित धमकी दी गई. एक महिला जिसकी कार पर 'नाजी स्वस्तिक' का निशान बनाकर तोड़फोड़ की गई थी. मुस्लिम महिलाओं को "आतंकवादी" कहे जाने के मामले भी सामने आए हैं.
इजरायल-हमास युद्ध में क्या हुआ?
टेल मामा के निदेशक इमान अट्टा ने बीबीसी को बताया कि "सड़कों पर चलने वाले लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. घरों में चित्र बनाकर लोगों को 'हत्यारे', 'आतंकवादी', 'हमास समर्थक' कहा जा रहा है. 7 अक्टूबर को हमास के बंदूकधारियों ने दक्षिणी इजरायल में घुसपैठ करके लगभग 1,200 लोगों की हत्या कर दी थी और 253 लोगों को बंधक बना लिया था. हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल ने गाजा में एक सैन्य अभियान शुरू करके जवाब दिया, जिसके दौरान 29,000 से अधिक फिलीस्तीनी लोग मारे गए हैं. इनमें भी महिलाओं और बच्चों की संख्या अधिक है.
ब्रिटिश सरकार ने क्या कहा?
बीबीसी के मुताबिक ब्रिटिश सरकार ने कहा कि वह मुस्लिम विरोधी नफरत और यहूदी विरोधी भावना में हुई वृद्धि की निंदा करती है. सरकार ने कहा कि "हमारे समाज में नफरत के लिए कोई जगह नहीं है." सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि "हम उम्मीद करते हैं कि पुलिस सभी घृणा अपराधों की पूरी तरह से जांच करेगी और सीपीएस के साथ काम करेगी." सरकार ने पूजा स्थलों और धार्मिक विद्यालयों की सुरक्षा बढ़ाने को कहा है.
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