Ismail Haniyeh Assassination: इजरायल ने बीते एक साल में फिलिस्तानी संगठन हमास की कमर तोड़ दी थी. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक के बाद एक हमास के नेताओं को मौत के घाट उतार दिया. इसी साल जुलाई में इजरायल के खुफिया अधिकारियों ने ईरान की राजधानी तेहरान में इस्माइल हानियेह को मार गिराया था. इस्माइल हानिया हमास के पॉलिटिकल चीफ था. अब उसकी मौत के 5 महीने बाद एक ऐसी जानकारी आई है जो दिखाता है कि भले ही इजरायल ने हमास की नाक में दम कर दिया है लेकिन उसका दुश्मन सिर्फ इजरायल नहीं बल्कि नसीब भी है.
दरअसल चैनल 12 ने इस्माइल हानियेह की मौत से जुड़ा एक रिपोर्ट लिखा है. रिपोर्ट में लिखा है कि जब इस्माइल हानियेह ईरान की राजधानी तेहरान में छिपा हुआ था, तब मोसाद (इजरायली खुफिया एजेंसी) ने उसके कमरे में बेड के नीचे विस्फोटक लगा दिया था. लेकिन ये मिशन तब लगभग नाकाम हो गया था जब उस कमरे का एयर कंडीशन खराब हो गया था और इस्माइल हानियेह का कमरा बदले जाने की तैयारी की जा रही थी. लेकिन आखिरी वक्त में रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के गेस्ट हाउस के कर्मचारी ने एयर कंडीशन ठीक कर दिया और इस्माइल हानियेह उसी कमरे में रह गया और आखिरकार विस्फोट में उसकी जान चली गई.
कौन था इस्माइल हानियेह?
इस्माइल हानियेह फिलिस्तीनी राजनेता था. वह हमास के राजनीतिक विंग का प्रमुख और फिलिस्तीनी सरकार का प्रधानमंत्री भी रह चुका है. हनिया को इजरायल ने साल 1989 में गिरफ्तार किया और तीन साल तक जेल में रखा था. बाद में हानियेह को इजरायल ने हमास के कई नेताओं के साथ लेबनान और इजरायल की सीमा पर छोड़ दिया था. अब यही फिर इजरायल का दुश्मन बना था. आखिरी दिनों में वह कतर की पनाह में रह रहा था. हालांकि इजरायल और मोसाद के खौफ से वह ईरान के तेहरान में छिपा हुआ था.
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