Israel Hezbollah Conflict: हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को मौत के घाट उतारने वाला इजरायल मौजूदा समय में सात मोर्चों का सामना कर रहा है. वहां के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के लिए ये सभी मोर्चे बड़े सिरदर्द से कम नहीं है. बुधवार (दो अक्टूबर, 2024) को इस बारे में भारत में पूर्व इजरायली राजदूत डैनियल कार्मन ने गहराई से समझाया.


वीडियो मैसेज में डैनियल कार्मन ने बड़ा दावा करते हुए तेल अवीव से बताया, "इजरायल को सात मोर्चों का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें तीन प्रमुख हैं. हूती, इराक, वेस्ट बैंक, सीरिया, हमास, हिज्बुल्लाह और ईरान. यह एक असंभव स्थिति है पर हम प्रबल हैं क्योंकि हमारे पास क्षमताएं हैं. हमारे पास बहुत अच्छी सेना, रक्षा प्रणाली, वायु रक्षा प्रणाली और साझेदार हैं जिन्होंने कल (एक अक्टूबर, 2024 को लगभग 200 ईरानी मिसाइलों के हमले के दौरान) हमारी मदद की."






'बुराइयों की धुरी' में कौन-कौन है?


इंडिया में पूर्व इजरायली राजदूत ने यह भी कहा, "मैं स्थिति को ऐसे देखना और प्रदर्शित करना चाहता हूं जैसे कि 'बुराइयों की धुरी' का सामना करने के लिए इस क्षेत्र के कई उदारवादी देशों के साथ 'शांति की धुरी' बनाने का अवसर है. मुझे उन देशों की लिस्ट मिली है, जो कि ईरान का समर्थन कर रहे हैं. इन मुल्कों में तुर्की, रूस, चीन, लेबनान और यमन हैं. ये ईरान के नेतृत्व वाली 'बुराइयों की धुरी' हैं और जिसमें हमास और हिज्बुल्लाह भी हैं."






इजरायल के मिलिट्री चीफ बोले- मिडिल ईस्ट में...


इस बीच, इजरायल के मिलिट्री चीफ का बड़ा बयान आया. उन्होंने दो टूक कहा, "मिडिल ईस्ट में हम कहीं भी पहुंच सकते हैं. हम ईरान के मिसाइल हमलों का जवाब जरूर देंगे." उधर, मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव पर जी-7 की बैठक के बाद बुधवार को इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने कहा कि कूटनीति समाधान अभी भी संभव है.  


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