Israel Air Strike On Iran: यहूदी देश इजरायल ने ईरान पर अब तक का सबसे बड़ा अटैक किया है. ईरान की राजधानी तेहरान और उसके आस-पास ईरानी सैन्य ठिकानों पर बड़े धमाकों की आवाज सुनाई दी. इस बीच, कई मुस्लिम देशों ने इजरायल की इस सैन्य कार्रवाई की खूब निंदा की और उसे गलत ठहराया.
मलेशिया विदेश मंत्रालय ने इजरायल के इस हमले को लेकर बयान जारी किया और कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून का सीधे तौर से उल्लंघन है. यह हमले क्षेत्रीय सुरक्षा को बुरी तरह से कमजोर करता हैं. वह इस शत्रुता को जल्दी खत्म करने और हिंसा को समाप्त करने का आह्वान करता है. इजरायल के लगातार हमले मिडिल ईस्ट के देश को व्यापक युद्ध की कगार पर लेकर आ रहे हैं.
हमले की निंदा कर रहा है सऊदी अरब
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने भी बयान जारी करते हुए कहा कि सऊदी अरब इजरायल की ओर से किए गए हमले की निंदा करता है. ये ईरान की संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है. पाकिस्तान ने भी इस हमले की निंदा की है. वहां के विदेश मंत्रालय ने शनिवार (26 अक्टूबर, 2024) को इजरायल की ओर से ईरान पर किए गए हमले की खूब आलोचना की. बयान में पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने कहा की संघर्ष के बढ़ने के लिए जिम्मेदार सिर्फ इजराइल ही है.
ईरान ने जारी किया बयान
ईरानी सेमी ऑफिशल न्यूज एजेंसी के मुताबिक, एयर डिफेंस बेस ने इस हमले के बाद कहा कि ईरान के वायु रक्षा प्रणाली ने इजरायल की ओर से किए गए हमले का सफलतापूर्वक सामना किया. शनिवार को ईरान के डिफेंस बेस ने बयान जारी किया और कहा ईरान की नाजायज, आपराधिक और फर्जी सरकार ने आज सुबह तेहरान, खुजस्थान और इलम प्रांतों के सैन्य ठिकानों पर हमले करके टेंशन बढ़ाई है.
कुछ इलाकों में हुआ नुकसान
बयान में ईरान ने यह भी माना कि इन हमलों से कुछ क्षेत्रों में नुकसान तो हुआ है, जिसकी जांच शुरू कर दी गई है. एयर डिफेंस बेस ने बयान में लोगों से दुश्मन मीडिया की फैलाई अफवाहों पर ध्यान न देने, शांति और एकता बनाए रखने की अपील की है.
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