रूस और यूक्रेन के टेंशन के बीच इजराइल ने किया सीरिया पर मिसाइल से हमला, सैन्य ठिकाने किए नष्ट
एक तरफ रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) को लेकर दुनियाभर में तनाव है, तो दूसरी ओर इजरायल (Israel) ने एक और टेंशन बढ़ा दी है. इजराइल ने सीरिया के सैन्य ठिकानों पर बुधवार को मिसाइल से हमला कर दिया.
अभी रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच चल रहा तनाव कम हुआ भी नहीं है कि दो और देशों में तनातनी बढ़ गई है. तनाव की खबर इजरायल (Israel) और सीरिया (Syria) के बीच है. रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल ने बुधवार को सीरिया पर मिसाइल से अटैक कर दिया. इस बात की पुष्टि सीरिया के सरकारी मीडिया ने भी की है. हालांकि इस हमले में अभी किसी की जान जाने की खबर नहीं है.
सरकारी मीडिया ने की पुष्टि
सीरिया के एक सैन्य अधिकारी के हवाले से सरकारी मीडिया में छपी रिपोर्ट में बताया गया है कि इजरायल ने गोलान हाइट्स से सीरिया के दक्षिणी हिस्से में स्थित सैन्य ठिकानों पर यह मिसाइल दागी है. इससे सैन्य ठिकानों को काफी नुकसान पहुंचा है.
एक हफ्ते पहले भी किया था हमला
बता दें कि एक हफ्ते पहले भी इजरायल ने सीरिया पर एयर स्ट्राइक की थी. इसे लेकर सीरिया ने जो आरोप लगाए थे उस पर इजरायल का अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. सीरिया का आरोप है कि पिछले कुछ समय में इजरायल ने रह-रहकर कई बार सीरिया पर हमले किए हैं. हालांकि इजरायल इस बात का खंडन करता रहा है.
क्या कहता है इजरायल
वहीं अपने ऊपर लगते आरोपों पर इजराइल का कहना है कि वह ईरान समर्थित आंतकी संगठनों पर हमले करता है. इन आतंकी संगठनों में लेबनान में सक्रिय हिजबुल्लाह प्रमुख रूप से शामिल है. यहां आपको बता दें कि इजराइल ने 1967 में हुए युद्ध के बाद गोलान की पहाड़ियों पर कब्जा कर लिया था.
फलिस्तीनी लड़के की गोलीबारी में मौत
वहीं, दूसरी ओर इजराइली सैनिकों द्वारा मंगलवार को की गई गोलीबारी में 14 वर्षीय एक फलिस्तीनी लड़के की मौत हो गई. फलिस्तीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि वहां से गुजर रहे वाहनों पर कथित तौर ‘फायरबम’ फेंके जाने के बाद यह गोलीबारी की गई थी. इस गोलीबारी में बेथलेहम के करीब अल-खादर कस्बे में मोहम्मद शाहदा की मौत हो गई. इस मामले में इजराइली सेना का कहना है कि मौके से गुजर रहे वाहनों पर तीन संदिग्धों द्वारा ‘फायरबम’ फेंकने के बाद सैनिकों ने गोलीबारी की. उन्होंने गोलीबारी में एक संदिग्ध की मौत की पुष्टि की है. इजराइली सेना का कहना है कि सैनिक इसलिए वहां मौजूद हैं क्योंकि पिछले एख महीने में कई बार फायरबम से हमले किए गए हैं.
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