Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच पिछले कुछ समय से जंग जारी है. इसी बीच इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री एहुद ओलमर्ट (Ehud Olmert) ने शनिवार (24 फरवरी) को कहा कि साल 2008 के गाजा संघर्षविराम के बाद इजरायल और फिलिस्तीन ने शांति प्राप्त करने का एक ऐतिहासिक अवसर खो दिया.
ओलमर्ट ने शांति कायम करने में विफल रहने के लिए हमास के हमलों को कारण बताया. हालांकि, पूर्व प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वह इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) के समर्थक नहीं हैं.
शांति प्राप्त न करने का कारण हमास
ओलमर्ट ने फर्स्टपोस्ट रक्षा शिखर सम्मेलन में कहा, ''हमास के घातक और ताबड़तोड़ हमलों के परिणामस्वरूप हमने मौका गंवा दिया. सीमा पर दोनों ओर से किसी प्रकार का टकराव, शत्रुता या हिंसा नहीं थी. उन्होंने कहा, ''मुझे 2005 में इजरायली सरकार में उपप्रधानमंत्री बनने का सौभाग्य मिला और हमारी सरकार ने गाजा पूरी तरह से खाली कर दिया. हालांकि वेस्ट बैंक की बात अलग थी, लेकिन गाजा में हमने एक सेंटीमीटर जमीन पर भी कब्जा नहीं किया था.''
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन जैसे ही हमने गाजा छोड़ा उसके अगले ही दिन से हमास ने सीमा पार इजरायली क्षेत्रों पर रॉकेट दागने शुरू कर दिए और वे सात अक्टूबर तक भी नहीं रुके जब इजरायल ने आखिरकार बड़े पैमाने पर जवाबी हमला करने का फैसला किया.’’
ऐतिहासिक संघर्ष हल करने का खोया अवसर
ओलमर्ट ने कहा, ''मुझे लगता है कि 2008 और 2009 की शुरुआत में हमारे और फिलीस्तीनियों के बीच इस ऐतिहासिक संघर्ष को हल करने का एक सुनहरा अवसर था और यही वह समय था जब मैंने इजरायल के प्रधानमंत्री के रूप में और फिलीस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने द्वि-राष्ट्र के समाधान के आधार पर शांति योजना प्रस्तुत की थी.
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