Hostage Release: इजरायल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है, जिसमें रमजान और पासओवर के दौरान गाजा में अस्थायी युद्धविराम की बात कही गई है. रविवार (2 मार्च) की सुबह प्रधानमंत्री ऑफिस ने इसकी पुष्टि की. ये फैसला पहले से तय युद्धविराम के पहले चरण की समाप्ति के बाद लिया गया है.


स्टीव विटकॉफ के प्रस्ताव के तहत प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस ने घोषणा की कि अस्थायी युद्धविराम के पहले दिन गाजा में बंधक बनाए गए आधे लोगों को रिहा किया जाएगा जिनमें जीवित और मृत दोनों शामिल होंगे. बाकी बचे बंधकों को स्थायी युद्धविराम समझौते के बाद छोड़ा जाएगा. इजरायल सरकार ने स्पष्ट किया कि ये फैसला बातचीत को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से लिया गया है.


हमास ने प्रस्ताव को खारिज किया


शनिवार (1 मार्च) को हमास के प्रवक्ता हाजम कासिम ने गाजा में युद्धविराम के पहले चरण के विस्तार के इजरायल प्रस्ताव को खारिज कर दिया था हालांकि उन्होंने स्टीव विटकॉफ की योजना पर कोई सीधा बयान नहीं दिया. उन्होंने कहा कि इजरायल बंधकों की पूरी रिहाई के बदले गाजा से पूरी तरह वापसी की प्रतिबद्धता नहीं जता रहा है.


युद्धविराम पर बातचीत को तैयार इजरायल


प्रधानमंत्री नेतन्याहू के ऑफिस ने कहा कि यदि हमास सहमत होता है तो इजरायल तुरंत युद्धविराम की बातचीत शुरू कर देगा. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि यदि 42 दिनों के अंदर वार्ता कारगर नहीं रही तो इजरायल फिर से सैन्य अभियान शुरू कर सकता है. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पहले से हुए समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है.


जनवरी में हुए युद्धविराम समझौते ने 15 महीने के संघर्ष को रोकते हुए 33 इजराइली और 5 थाई बंधकों की रिहाई सुनिश्चित की थी जिसके बदले में लगभग 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा गया था. हालांकि काहिरा में हाल ही में हुई बातचीत के बावजूद अब तक कोई स्थायी समझौता नहीं हो सका है.


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