इजरायल के लिए जासूसी करने के आरोप में हमास समर्थकों ने दी 3 फिलिस्तीनियों को सरेआम फांसी
Israel Gaza Attack: इजरायल के लिए जासूसी करने के आरोप में 3 फिलिस्तीनियों को खुले आम फांसी दी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक 2 लोगों तुल्कर्म और एक को जेनिन फांसी दी गई.
Israel-Hamas War: इजरायली सैनिकों के साथ सहयोग करने के आरोप में वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी गुटों ने तीन लोगों की हत्या कर दी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जिस समय आरोपियों को फांसी दी जा रही थी उस समय लोग तुम गद्दार हो, तम जासूस हो और तुम्हारा सिर कलम कर दिया जाए चिल्ला रहे थे.
सोशल मीडिया पर वायरल फोटे और वीडियो में लोगों की भीड़ को तुल्कर्म में नारेबाजी करते देखा जा सकता है, जहां दो शवों को बिजली के खंभे पर लटका दिया गया था. तीसरे शख्स की हत्या जेनिन में हुई
यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब हमास ने एक संघर्ष विराम के लिए हुए समझौते के तहत शुक्रवार (24 नवंबर) को 13 इजरायली महिलाओं और बच्चों को रिहा किया. आतंकवादी समूह हमास ने थाईलैंड और फिलीपींस के 11 फार्म वर्कर्स को भी रिहा कर दिया.
इजरायली सेना को जानकारी मुहैया कराने का आरोप
इजरायल के N12 न्यूज चैनल ने तुल्कर्म में मारे गए लोगों की पहचान 31 साल के हमजा मुबारक और 29 वर्षीय आजम जुबरा के रूप में की. रिपोर्ट में दावा किया गया कि दोनों लोगों के शवों के साथ दुर्व्यवहार भी किया गया. मृतकों पर इजरायली सेना को जानकारी मुहैया कराने का आरोप था. इन लोगों ने कथित तौर पर एक वीडियो में कबूल किया था कि उन्हें आईडीएफ की मदद के लिए पैसा मिला था.
'किसी गद्दार को बख्शा नहीं जाएगा'
i24 न्यूज के अनुसार रेजिस्टेंस सिक्योरिटी नाम के एक संगठन ने फांसी को लेकर कहा, "हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि किसी भी मुखबिर या गद्दार को बख्शा नहीं जाएगा और जो कोई भी हमारे लड़ाकों की हत्या में शामिल होगा, हम उसे मौत की सजा देंगे."
हमास ने 240 लोगों को बनाया था बंधक
गौरतलब है कि हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला करके लगभग 240 लोगों को बंधक बना लिया और 1,200 लोगों को मार डाला. इनमें आधे से अधिक बंधकों के पास अमेरिका, थाईलैंड, ब्रिटेन, फ्रांस, अर्जेंटीना, जर्मनी, चिली, स्पेन और पुर्तगाल सहित लगभग 40 देशों की नागरिकता थी. इजरायली मीडिया के अनुसार बंधकों में 40 बच्चे थे.
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