Israel-Hamas War: गाजा में जारी युद्ध के बीच इजरायल ने दावा किया है कि हमास आतंकी गतिविधियों में इस्तेमाल होने वाले विस्फोटक और हथियारों को अस्पतालों में रखता था. इजरायल ने कहा कि उसकी सेनाओं को इस बात के सबूत मिले हैं कि हमास आतंकी गतिविधियों में इस्तेमाल होने वाले विस्फोटक और हथियारों को रखने के लिए अस्पतालों का इस्तेमाल करते थे.
सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो में इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने दावा किया कि हमास अल-शिफा अस्पताल की MRI यूनिट का इस्तेमाल एक ओपरेशनल हेडक्वार्टर और तकनीकी उपकरणों को स्टोर करने के लिए करता था.
'शेल्टर के रूप में इस्तेमाल करता था हमास'
गौरतलब है कि आईडीएफ ने आज भी अल-शिफा अस्पताल में अपना अभियान जारी रखा. इससे पहले इजरायल ने दावा किया था कि अल-शिफा अस्पताल हमास का कमांड सेंटर है. इतना ही नहीं आतंकी संगठन इसे शेल्टर के रूप में इस्तेमाल कर रहा था.
'हथियारों के स्टोर करने के सबूत'
इस बीच गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायली बुलडोजरों ने अस्पताल के दक्षिण के एंट्री गेट को तोड़ दिया. वीडियो में देखा जा सकता है कि आईडीएफ के सैन्य प्रवक्ता जोनाथन कॉनरिकस एक कैमरामैन के साथ अस्पताल परिसर के अंदर घुसे और कथित तौर पर हमास के हथियारों के स्टोरेज के सबूत दिखाए.
आईडीएफ का दावा है कि इस वीडियो को एडिट नहीं किया गया है. वीडियो में अल-शिफा अस्पताल की एमआरआई इमारत में लगे सीसीटीवी कैमरों को क्षतिग्रस्त दिखाया गया है. कॉनरिकस ने अस्पताल के अंदर कहा, "इसमें कोई शक नहीं है कि हमास अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन कर रहा था और अपने सैन्य उद्देश्य के लिए व्यवस्थित ढंग अस्पतालों का उपयोग कर रहा था."
'एमआरआई रूम से मिले ग्रैब-बैग'
इसके बाद वह और कैमरामैन एमआरआई रूम की ओर बढ़ते हैं, जहां उन्हें सैन्य 'ग्रैब-बैग' मिलते हैं. इसमें हथियार और गोला-बारूद भरा था. इस पर कॉनरिकस ने कहा, "इन हथियारों का अस्पताल के अंदर होने से कोई मतलब नहीं है. इन हथियारों को हमास ने यहां रखा, क्योंकि वे इस जगह का उपयोग अवैध सैन्य उद्देश्यों के लिए करते थे."
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