Israel Hamas War In Gaza: इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है. इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हमास के इजरायल पर हमलों के मकसद के बारे में बताया है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि हमास के हमले का मकसद इजरायल और सऊदी अरब के बीच बहाल हो रहे संबंधों को नुकसान पहुंचाना था.
गौरतलब है कि बीते सात अक्टूबर की सुबह हमास ने अचानक इजरायल पर हमला कर दिया था, इस हमले में 1400 लोग मारे गए थे, साथ ही हमास के लड़ाकों ने सैकड़ों लोगों को बंधक बना लिया था. जिसमें अमेरिकी समेत विदेशी नागरिक भी शामिल थे. हालांकि अब हमास के तेवर भी नरम पड़ रहे हैं. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, हमास ने बंधक बनाए गए दो अमेरिकी लोगों को रिहा किया है. ये हमले के बाद किसी बंधक की पहली रिहाई है.
हमास के हमले का मकसद
रिपोर्ट के अनुसार, बाइडन ने कहा है, "हमास के इजरायल पर हमले के कई कारण हो सकते हैं लेकिन इनमें एक मुख्य वजह यह भी है कि वो जानते थे कि मैं सऊदी के साथ बैठक करने वाला था.” माना जा रहा है कि सऊदी अरब और इजरायल के बीच हाल के दिनों में रिश्ते बेहतर हुए थे. लेकिन ताजा संघर्ष ने इन्हें फिर से जटिल बना दिया. सऊदी अरब का आधिकारिक रुख टू-स्टेट सॉल्यूशन और फलीस्तीनी लोगों के अधिकारों के समर्थन में बना हुआ है.
बता दें कि हमास की ओर से किए गए हमलों के बाद इजरायल ने जंग शुरू कर दी है. इस कारण पहले से ही खराब इजरायल और अरब देशों के रिश्ते और खराब हो गए हैं. हालांकि अमेरिका इस मामले में इजरायल के साथ खड़ा है.
हमास ने दो बंदियों को किया रिहा '
अमेरिका के दबाव पर कतर ने बंधकों की रिहाई के लिए मध्यस्थता की थी. जिसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिले हैं. हमास ने दो अमेरिकी नागरिकों को रिहा किया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने दो नागरिकों की रिहाई पर खुशी जाहिर की है. साथ ही कहा है कि अगवा किए गए दस अन्य अमेरिकी नागरिकों की रिहाई के लिए वो 24 घंटे काम कर रहे हैं.