Israel Palestine Prisoners In Jail: फिलिस्तीन (Palestine) के चरमपंथी समूह हमास (Hamas) ने बीते 6 अक्टूबर को इजराइल (Israel) पर अचानक हमला बोल दिया. इस दौरान उन्होंने 5000 रॉकेट दागे, जिससे इजराइल पूरी तरह से चौंक गया. इसके बाद इजराइल ने हमास के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी. इजराइल के लड़ाकू विमानों ने हमास हमले के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में गाजा पट्टी पर बमबारी की. वहीं हमास के लड़ाकू बंदूकधारीयों ने शनिवार (07 अक्टूबर) को इजराइल पर हमले के बाद गोल्फ कार्ट, वैन और मोटरबाइकों में दर्जनों की संख्या में इजराइली नागरिकों और सैनिकों को गाजा पट्टी ले गए.


फिलिस्तीनी समूह ने कहा है कि वह इजराइल की जेलों में बंद फिलिस्तीनियों की रिहाई के लिए एक समझौते पर हमला करने के लिए पकड़े गए इजराइलियों का इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है लेकिन वर्तमान में कितने फिलिस्तीनी इजराइल की हिरासत में हैं? उनमें से कितने बच्चे हैं?


इजराइल की जेल से अमेरिका की तुलना
संयुक्त राष्ट्र की तरफ से जारी की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक 1967 के बाद से इजराइल ने पूर्वी यरुशलम, गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक पर कब्जा कर लिया था. इसके बाद इजराइल ने अब तक 56 सालों के दौरान लगभग दस लाख फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार किया. हर पांच फिलिस्तीनियों में से एक को 1,600 सैन्य आदेशों के तहत गिरफ्तार और आरोपित किया गया है.


इजराइली सैन्य कब्जे वाले इलाके में रहने वाले फिलिस्तीनियों के जीवन के हर पहलू को नियंत्रित किया जाता है. फ़िलिस्तीनी पुरुषों के लिए कारावास की दर दोगुनी हो गई है. हर पांच पुरुषों में से दो को गिरफ्तार किया गया है. इसकी तुलना अगर अमेरिका से की जाए, जो दुनिया की सबसे बड़ी जेल आबादी के लिए कुख्यात देश है. वहां 200 पुरुषों में से एक को गिरफ्तार किया जाता है.


अमेरिका में काले अमेरिकियों के बीच कारावास की दर कुल दर से तीन गुना से अधिक है. हालांकि, ये औसत भी फ़िलिस्तीनी के जेल में समय बिताने की संभावना का एक छोटा सा हिस्सा है.


इजराइली जेलों में कैद फिलिस्तीनियों की संख्या
फ़िलिस्तीनी कैदी अधिकार समूह Addameer के मुताबिक इजराइली जेल सिस्टम को में राक्षसी मशीनरी के तहत लोगों को खत्म करने लिए डिज़ाइन किया गया है. आज के वक्त में इजराइली जेलों में कैद फिलिस्तीनियों की संख्या 5,200 है. इनमें से 33 महिलाएं और 170 बच्चे शामिल है. इज़राइल ने फिलिस्तीनी और अरब क्षेत्रों पर 1967 के युद्ध में कब्जा कर लिया था. इसके 2 महीनों बाद इज़राइल की सरकार ने सैन्य आदेश 101 जारी किया. इसके तहत शत्रुतापूर्ण प्रचार और उत्तेजना के निषेध के आधार पर नागरिक गतिविधियों को अपराध घोषित कर दिया गया.


इस गतिविधि में विरोध प्रदर्शनों में भागीदारी, झंडे और अन्य राजनीतिक प्रतीकों को लहराने और सैन्य आदेशों के तहत अवैध समझे जाने वाले संगठन को गैरकानूनी घोषित किया जाने लगा. वहीं कब्जे के 5 सालों के इजराइली सरकार ने एक और सैन्य आदेश 378 जारी किया. इसके तहत सैन्य अदालतों की स्थापना की गई. इजराइली कब्जे के खिलाफ फिलिस्तीनी प्रतिरोध के सभी रूपों को आतंकवाद के रूप में गैरकानूनी घोषित कर दिया.


पत्थर फेंकने पर 20 साल की सजा
इजराइल के भीतर 19 जेलें हैं और एक कब्जे वाले वेस्ट बैंक के अंदर है जिसमें फ़िलिस्तीनी कैदी हैं. चौथे जिनेवा कन्वेंशन के तहत कब्जे वाले क्षेत्र से कब्जे वाले लोगों को स्थानांतरित करना अंतरराष्ट्रीय कानून के खिलाफ है, जो इजराइल करता है. वो फिलिस्तीनियों को इजराइल में कैद करता है. इस पर एमनेस्टी इंटरनेशनल ने पहले कहा था कि ये गैरकानूनी और क्रूर है.


किसी भी कैद किए गए व्यक्ति को अपने प्रियजनों से लंबे समय तक न मिलने देना विनाशकारी हो सकता है. इजराइल की जेलों में 1,264 फ़िलिस्तीनी प्रशासनिक बंदी हैं. इस दौरान उन पर बिना कोई मुकदमा या केस किए लंबें समय तक कैद में रखा जाता है.


आपको बता दें कि साल 2000 में में दूसरे इंतिफ़ादा के फैलने के बाद से 12,000 से अधिक फ़िलिस्तीनी बच्चों को इज़राइली फोर्स ने हिरासत में लिया गया है. कब्जे वाले वेस्ट बैंक के 18 वर्ष से कम उम्र के कम से कम 700 फिलिस्तीनी बच्चों पर इजराइली सेना सैन्य अदालतों के माध्यम से मुकदमा चलाती है. इन मुकदमों के तहत सबसे आम आरोप पत्थर फेंकने का है, जिसके लिए अधिकतम 20 साल की सज़ा हो सकती है.


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