Israel Palestine Attack: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाइपरसोनिक मिसाइलों से लैस लड़ाकू विमानों को काला सागर में तैनात करने का आदेश दिया है. पुतिन ने बुधवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत के बाद बीजिंग में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने किंजल मिसाइलों से लैस मिग-31 विमानों को काला सागर में भेजा है.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए पुतिन ने कहा कि किसी के लिए खतरा नहीं है, लेकिन भूमध्य सागर में जो कुछ हो रहा है, उस पर हम नजर बनाए रखने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इजरायल-हमास युद्ध के जवाब में अमेरिका ने दो विमानन समूहों को भूमध्य सागर में स्थानांतरित कर दिया है. क्रेमलिन नेता ने कहा, "यह सब मध्य पूर्व में संघर्ष की पृष्ठभूमि में माहौल को गर्म कर रहा है".
संबंधों को मजबूत कर रहे चीन और रूस
रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन ने कहा कि उन्होंने और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी बातचीत के दौरान यूक्रेन और मध्य पूर्व में संघर्षों पर विस्तार से चर्चा की, उन्होंने कहा कि रूस और चीन को "सामान्य खतरों" का सामना करना पड़ता है जो उनके संबंधों को मजबूत करते हैं. गौरतलब है कि पुतिन के यूक्रेन पर 2022 में आक्रमण का आदेश देने के बाद से चीन ने रूस को राजनयिक और आर्थिक सहायता प्रदान की है, जिससे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के प्रभाव को कम करने में मदद मिली है.
अमेरिका ने की बड़ी गलती: पुतिन
पुतिन ने आगे कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध में अमेरिका लगातार गलतियां कर रहा है. अमेरिका ने यूक्रेन को लंबी दूरी की ATACMS मिसाइलें देकर बड़ी गलती की है. अमेरिका रूस-यूक्रेन संघर्ष में व्यक्तिगत रूप से शामिल होता जा रहा है, जिससे उसका कोई लेना देना नहीं होना चाहिए.
पुतिन ने कहा कि मंगलवार देर रात गाजा के एक अस्पताल में हुआ विस्फोट, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए, इजरायल और हमास के बीच संघर्ष को जल्द से जल्द रोकना चाहिए. उन्होंने कहा कि सोमवार को मिस्र, सीरिया, ईरान, इजरायल और फलीस्तीनी नेताओं के साथ उनकी फोन पर बातचीत हुई. इस दौरान सभी ने इस बात पर राय व्यक्त की कि इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष रुकना चाहिए.