हमास के खिलाफ इजराइल की बड़ी सैन्य कार्रवाई, नेतन्याहू खुद कर रहे निगरानी, भारत के PMO की भी सीधी नजर | जानें 10 बड़े अपडेट्स
Israel Gaza Attack: इजराइल ने हमास के खिलाफ घातक और लंबा ऑपरेशन चलाने का निर्णय लिया है. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुद वॉर रूम में जाकर सैन्य बलों के ऑपरेशन का जायजा लिया है.
Israel Palestine Attack: फिलीस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास के लड़ाकों के साथ इजराइल की भीषण जंग जारी रही है. शनिवार (7 अक्टूबर) को फिलिस्तीन की सीमा से सटी गाजा पट्टी के इलाके से हमास के लड़ाके इजराइल में घुस गए थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमास लड़ाकों के सामने जो भी आया, उसे या तो मार दिया गया या बंधक बना लिया. इसके बाद इजराइली सुरक्षा बलों ने मोर्चा संभाला. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी और हमास के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया.
इजराइली वायु सेना के फाइटर जेट्स ने दूसरे दिन (8 अक्टूबर) भी गाजा पट्टी वाले इलाके में बमबारी की. इस बीच इजराइल के प्रधानमंत्री नेतनयाहू ने साफ कर दिया कि हमास को पूरी तरह से खत्म करने तक जंग जारी रहेगी. आइये इस पूरे घटनाक्रम से जुड़े 10 बड़े अपडेट जानते हैं.
1. हमास के खिलाफ इजराइल घातक और लंबे अभियान की तैयारी में है. रविवार को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इजराइली डिफेंस फोर्सेज (IDF) के वॉर रूम में जाकर स्थिति का जायजा लिया. वॉर रूम से गाजा पट्टी पर हमास के खिलाफ इजराइली वायु सेवा और अन्य सुरक्षा बलों के अभियान पर पूरी नजर रखी जा रही है.
2. चरमपंथी संगठन हमास के साथ इजराइल की जंग के बीच इजराइली मीडिया ने दावा किया है कि हमास लड़ाकों के हमले में 600 से ज्यादा नागरिक जान गंवा चुके हैं और 2000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
3. द टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, इजराइल डिफेंस फोर्सेज के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा है कि दक्षिणी इजराइल और गाजा पट्टी में 400 से ज्यादा फिलिस्तीनी चरमपंथियों को ढेर किया गया है.
4. इजराइली डिफेंस फोर्सेज ने गाजा पट्टी के आसपास रहने वाले नागरिकों को वहां से बाहर निकाला है. आईडीएफ ने बताया है कि अब तक गाजा पर 426 बार एयरस्ट्राइक की गई है, जिसमें से 10 ऐसे टावरों को निशाना बनाया गया है, जिनका इस्तेमाल हमास के हमलावर कर रहे थे. गाजा पट्टी के आसपास 10 हजार इजराइली सैनिक भी तैनात हैं. उनका मकसद गाजा पट्टी को पूरी तरह से अपने कब्जे में लेना का है. आईडीएफ के इंटरनेशनल प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल रिचर्ड हेचट ने कहा कि हम पूरे इलाके को काबू में करना चाहते हैं और चरमपंथियों को ढेर करना चाहते हैं.
5. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने कहा है कि वो बंदी बनाए गए इजराइलियों की संख्या प्रकाशित करेगा. हमास की सशस्त्र शाखा ने सुबह कहा था कि कुछ ही घंटों में पकड़े गए इजराइली सैनिकों और नागरिकों की संख्या बताई जाएगी.
6. इजराइल के जवाबी हमले में भी गाजा में बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हुई है. भले ही इजराइली फोर्स ने 600 हमास लड़ाकों को मार गिराने का दावा किया है, लेकिन गाजा में मौजूद फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि पिछले 24 घंटे में 256 फिलिस्तीनी लोगों की मौत हुई है, जिसमें 20 बच्चे भी शामिल हैं. 1,788 लोग घायल भी हुए हैं, जिनमें बच्चों की संख्या 121 है.
7. हमास ने कहा है कि दक्षिणी इजराइली शहरों में उसके लड़ाके अब भी मौजूद हैं. ग्रुप ने कहा है कि वह अपने लड़ाकों को रॉकेट हमलों के जरिए सपोर्ट कर रहा है. इन रॉकेट्स को इजराइली सेना के ऊपर दागा जा रहा है. हमास के लड़ाके ओफाकिम, सेडेरोट, याद मोर्दचाई, कफर, अजा, बेरी, जटेड और किसुफिम में मौजूद हैं.
8. इस बीच भारत की भी पल-पल के अपडेट पर नजर है. केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने रविवार कहा, ''मुझे कल रात कई संदेश मिले और पूरी रात हम काम कर रहे थे, लेकिन मुझे यह भी पता है कि प्रधानमंत्री कार्यालय सीधे स्थिति की निगरानी कर रहा है और हम काम पर हैं." उन्होंने कहा, ''पहले भी आंध्र प्रदेश के लोगों समेत कई छात्र फंस गए थे, इसलिए चाहे ऑपरेशन गंगा हो या वंदे भारत, हम सभी को वापस लाए और मुझे यकीन है कि भारत सरकार और प्रधानमंत्री कार्यालय सीधे उन लोगों के संपर्क में हैं, काम कर रहे हैं और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं.''
9. इजराइल में युद्ध के हालात के बीच फंसी अभिनेत्री नुसरत भरूचा भारतीय दूतावास की मदद से दुबई होते हुए मुंबई पहुंच गई हैं. मीडिया से उन्होंने बात नहीं की, सिर्फ इतना कहा, ''मैं अभी बहुत परेशान हूं, मुझे घर पहुंचने दो.''
10. इजराइल और हमास की जंग के बीच अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, जापान, यूक्रेन, स्पेन और ऑस्ट्रेलिया जैसे बड़े देशों ने इजराइल के समर्थन की घोषणा की है. भारत ने भी इजराइल के साथ खड़े रहने की बात कही है, जबकि फिलिस्तीन के समर्थन में कतर, अरब, कुवैत, ईरान जैसे मुस्लिम बहुत देश उतर आए हैं. चीन, रूस, तुर्किये जैसे देशों ने युद्ध के हालात पर चिंता जताई है और अपना रुख तटस्थ रखा है.
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