Israel Palestine Attack: इजरायल-हमास में जारी जंग के बीच अमेरिका ने लेबनान को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने अपने ताजा बयान में कहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका इजरायल-हमास संघर्ष को लेबनान तक फैलते नहीं देखना चाहता. उन्होंने कहा कि हिज़्बुल्लाह को इजरायल-हमास  संघर्ष का फायदा नहीं उठाना चाहिए. 


गौरतलब है कि इससे पहले शुक्रवार को हिज़बुल्लाह चीफ़ हसन नसरल्लाह ने कहा कि अगर गाजा पर हमले जारी रहे, तो इजरायल और हमास के बीच युद्ध क्षेत्रीय संघर्ष में बदल सकता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर ये युद्ध अन्‍य देशों तक फैलता है, तो इसकी जिम्मेदारी अमेरिका की होगी. उनके इस बयान के बाद अमेरिका ने साफ कर दिया कि हिज़बुल्लाह को इस संघर्ष में कूदने से बचना चाहिए.  


'शब्दों के युद्ध में नहीं पड़ेगा अमेरिका' 


इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा युद्धविराम के आह्वान को अस्वीकार करने और हिजबुल्लाह नेता की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर पियरे ने कहा कि हम इजरायल के साथ चर्चा जारी रखेंगे. हम अपनी स्थिति के बारे में स्पष्ट हैं. पियरे ने आगे कहा कि वह हिजबुल्लाह नेता के भाषण से अवगत हैं लेकिन अमेरिका शब्दों के युद्ध में शामिल नहीं होगा. उन्होंने कहा कि अमेरिका इजरायल हमास संघर्ष को बढ़ाना नहीं चाहता है. हम इस बारे में स्पष्ट हैं कि हमास के कारण इजराइल में संघर्ष बढ़ रहा है.


'संघर्ष लेबनान तक नहीं फैलना चाहिए' 


उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका इस संघर्ष को लेबनान तक फैलते नहीं देखना चाहता. संघर्ष के फैलने से लेबनान और उसके लोगों के लिए संभावित तबाही अकल्पनीय होगी और इसे टाला जा सकता है. पियरे ने कहा कि अमेरिका की प्राथिमकता बंधक बनाए गए अमेरिकियों को घर वापस लाना है. टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को हिजबुल्लाह प्रमुख ने इजराइल को लेबनान पर हमले शुरू करने के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि उसके क्षेत्र पर कोई भी और हमला एक मूर्खतापूर्ण गलती होगी.


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