Israel-Hamas War: हमास ने सोमवार (23 अक्टूबर) को 85 वर्षीय महिला योचेवेद लिफशिट्ज को रिहा कर दिया था. लिफशिट्ज ने मंगलवार (24 अक्टूबर) को बताया कि हमास के लड़ाके ने उनके साथ मारपीट की थी. हमास ने 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल के शहरों पर हुए हमले के दौरान उनका अपहरण कर लिया था.


उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमास के आतंकियों ने उन्हें पीटा और मेरी पसलियों को चोट पहुंचाई. इस कारण उन्हें सांस लेने में मुश्किल हो रही थी. न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक लिफशिट्ज ने कहा, "हमारी सुरक्षा के लिए तैनात किए लोगों ने हमें बताया कि वे कुरान में विश्वास करने वाले लोग हैं और हमें नुकसान नहीं पहुंचाएंगे."


'कई किमी चलने पर किया मजबूर'
लिफशिट्ज ने कहा कि उन्होंने हमें कई किमी तक गीली जमीन पर चलने पर मजबूर किया और सुरंगों के रास्ते हमें गाजा ले गए. गौरतलब है कि हमास ने 7 अक्टूबर को 220 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था.


'हमारे साथ अच्छा व्यवहार किया गया'
अलजजीरा के मुताबिक उन्होंने कहा, "उनके और चार अन्य लोगों के साथ अच्छा व्यवहार किया गया. इतना ही नहीं उन्हें दवा सहित मेडिकल सुविधा भी मिलीं." लिफशिट्ज ने कहा कि उन्होंने दिन में एक बार पनीर और खीरा खाया. उन्हें बंधक बनाने वालों ने भी वही खाया. 


हमास ने अब तक चार बंधकों किया रिहा
हमास अब तक 4 लोगों को रिहा कर चुका है. इनमें से लिफशिट्ज ने ही इस बारे में सार्वजनिक रूप से बात की है. गौरतलब है कि हमास ने सोमवार रात दो बंधकों को लिफशिट्ज और नुरित यित्जाक को रिहा किया था. हालांकि, हमास ने लिफशिट्ज के पति को अभी बंधक बना रखा है.  


न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इजरायल-गाजा संघर्ष पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में फलस्तीन के विदेश मंत्री रियाद अल-मलिकी ने कहा कि इजरायल के हमले में दो सप्ताह में 5,700 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें 2,300 से ज्यादा बच्चे और 1,300 महिलाएं शामिल हैं.


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