Israel-Hamas Ceasefire: इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के प्रमुख डेविड बार्निया गुरुवार (23 नवंबर) को कतर का दौरा करेंगे और बंधकों की रिहाई की पेचीदगियों पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी से मुलाकात करेंगे. इजरायली सूत्रों के अनुसार, यह यात्रा युद्धविराम के दौरान इजरायल के पक्ष में और अधिक समझौता करने और इजरायली जेलों से फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के लिए है.


रिहा होने वालों की सूची में हत्यारे का नहीं होगा नाम


गौरतलब है कि इजरायल ने जोर देकर कहा है कि वह अपनी जेलों से केवल महिलाओं और बच्चों को रिहा करेगा और रिहा होने वालों की सूची में किसी भी हत्या के आरोपी का नाम शामिल नहीं होगा. हमास 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल से अपहृत 50 बंधकों को रिहा करेगा, जबकि इजरायल 300 फिलिस्तीनियों को रिहा करेगा, जो इजरायली जेलों में बंद हैं.


80 लोगों को रिहा करेगा हमास


सूत्रों के मुताबिक, बार्निया इस बात पर जोर देंगे कि इजरायल से अगवा किए गए और बंधकों को रिहा किया जाए. जानकारी के अनुसार, बार्निया की कतर यात्रा के बाद हमास की ओर से अगले चार दिनों में 80 लोगों को रिहा किया जाएगा, जो अमेरिका के आदेश पर हमास और इजराइल के साथ समझौते की पेचीदगियों में मध्यस्थता कर रहा है.


इजरायली मंत्री ने किया विरोध


वहीं, इजरायल के वित्त मंत्री बेजेलेल स्मोट्रिच और राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इटमार बेन ग्विर ने बंधकों की अदली-बदली का विरोध किया. बंधक की अदला-बदली को लेकर कैबिनेट में हुई बैठक में बेन ग्विर और लिकुड पार्टी के मंत्रियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई.


इजरायल और हमास के बीच बीते 6 हफ्तों से जंग जारी है. इस बीच दोनों पक्षों में मानवीय संघर्ष विराम का समझौता हुआ है. 7 अक्टूबर को हमास इजरायल पर हमला कर कई लोगों को बंधक बनाकर गाजा पट्टी में ले गया था.


ये भी पढ़ें: हमास के साथ बंधकों की अदला-बदली का इजरायल के मंत्री ने किया विरोध, कहा-पीढ़ियों तक हो सकता है नुकसान