इजरायल हमलों से गाजा में तबाही का मंजर! पूरा का पूरा परिवार तबाह...शोक मनाने को नहीं बचा कोई
Israel Hamas War: इजरायल-हमास जंग में गाजा का दीर अल-बलाह वो जगह बन गया है, जहां हवाई हमलों में मारे जाने वाले परिवारों के लिए शोक मनाने वाला कोई नहीं बचा है. हर फोन कॉल मौत की खबर सुना रही.
Israel Hamas Attack: इजरायल-हमास के बीच के छिड़ी जंग को मंगलवार (24 अक्टूबर) को 18वें दिन में प्रवेश कर चुकी है. इजरायल की ओर से हमास को तबाह करने के लिए गोलीबारी, बमबारी और हवाई हमले लगातार जारी हैं. इस बीच गाजा के दीर अल-बलाह में हर फोन कॉल को सुनते ही लोग सिहर जाते हैं. हर कॉल किसी की मौत की खबर लेकर आती है. हर मैसेज किसी दोस्त के घर के उजड़ने का समाचार देता है.
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, दीर अल-बलाह, मध्य गाजा पट्टी में एक फलस्तीनी शहर है. यह गाजा शहर से करीब 14 किलोमीटर (8.7 मील) दक्षिण में स्थित है. इस शहर को खासतौर पर खजूर के पेड़ों के लिए जाना जाता है, जिसके नाम पर इसका नाम रखा गया है, लेकिन आज इस शहर की हालात वो हो गई है कि किसी की मौत पर कोई शोक मनाने वाला नहीं बचा है.
'गाजा में इजरायली हमलों में तबाह हो जा रहा पूरा का पूरा परिवार'
अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक यहां की जमीन पर बसे घर अब रहने लायक नहीं रहे हैं. यह बिना किसी चेतावनी के ध्वस्त कर दिए जाने वाले हैं. सबसे ज्यादा उम्मीद अपने परिवार के साथ जिंदा रहने और अपने किसी प्रिय को दु:ख या नुकसान से बचाए रखने की होती है, लेकिन गाजा में जिस तरह से हवाई हमले और गोलीबारी व बमबारी हो रही हैं, वो पूरे के पूरे परिवार को तबाह कर दे रही है.
दुनिया युद्ध रोकने के प्रयासों की बजाय सहायता पहुंचाने पर ज्यादा बल दे रही है. गाजा के लोगों को भोजन, पानी या दूसरी सहायता से भी ज्यादा बेवजह की हिंसा, रक्तपात और विनाश को समाप्त कराने की जरूरत महसूस हो रही है. वो युद्ध रोकने के लिए चिल्लाते देखे जा रहे हैं. गाजा में सहायता मुहैया कराने वाले ट्रकों की एंट्री के वक्त आसपास अव्यवस्था, गड़बड़ी और अराजकता को देखा जा सकता है, लेकिन मदद करने वाला वहां कोई नहीं है. यह दुनिया को हैरान और परेशान कर सकता है.
पत्रकार की हुई मौत
अल जजीरा के मुताबिक 23 अक्टूबर को पत्रकार रोशदी सरराज की मौत हो गई. ऐसे ही एक अन्य के परिवार के 9 सदस्यों की हत्या हो गई. मरने वालों के परिवार में मां, बेटियां और बेटा शामिल थे. उन सभी को गाजा छोड़ने के इजरायली आदेश के बाद दीर अल-बलाह में उनके रिश्तेदारों के घर भेजा गया, लेकिन उनकी हमलों के बाद मौत हो गई.
'इजरायल ने 24 घंटों में गाजा की 400 से ज्यादा जगहों को बनाया निशाना'
इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल पर हमास के हमले के बाद से 2 सप्ताह में हजारों फलस्तीनियों के साथ 1,400 से अधिक लोग मारे गए हैं. यह तब है जब इजरायल रक्षा बलों ने कहा था कि उसने पिछले 24 घंटों में गाजा में 400 से अधिक लक्ष्यों पर हमला किया है, जिसमें एक हमास बंदूकधारी, सुरंग शाफ्ट और कमांड सेंटर शामिल हैं.
इस रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा के अधिकारियों का कहना है कि इजरायल ने हमास को खत्म करने की कसम खाई है. इसके बाद से गाजा पट्टी में अब तक 5,100 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं. क्षेत्र में लगातार बमबारी की जा रही है और हवाई हमलों से निशाना बनाने को अभियान चलाया हुआ है.
'ईंधन पर इजरायल ने की नाकाबंदी, अस्पताल में हालात होंगे और बदतर'
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल की ओर से एयरस्ट्राइक करने के बाद से मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. गाजा में सहायता पहुंचाने वाली एजेंसियां युद्धविराम का आह्वान कर रही हैं. ईंधन पर इजरायल ने नाकाबंदी कर दी है. डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि इसकी वजह से मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता है.
हमास पर 'बहुपक्षीय अभियान' शुरू करने की तैयारी में इजरायल
इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने सोमवार को कहा था कि देश आतंकवादी समूह हमास पर एक 'बहुपक्षीय अभियान' की तैयारी कर रहा है, जो गाजा को 'हवा, जमीन और समुद्र' से नियंत्रित करता है.
हमास ने बनाया हुआ है 200 लोगों को बंधक
इजरायल 7 अक्टूबर के घातक आतंकवादी हमलों और अपहरण की हिंसा के जवाब में हमास पर लगातार कार्रवाई कर रहा है. इजरायल के 200 से अधिक लोगों को हमास ने बंधक भी बनाया हुआ है. इन सभी को छुड़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दवाब बनाया जा रहा है. सोमवार को हमास ने दो इजरायली नागरिकों (दोनों बुजुर्ग महिलाएं) को रिहा कर दिया था.
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