इजरायल पर 7 अक्टूबर, 2023 को सप्राइज अटैक करने के बाद हमास ने उसके 199 लोगों को बंधक बना लिया. ज्यादातर लोगों को बेरी किबुत्ज और सुपरनोवा म्यूजिक फेस्टीवल से बंधक बनाया गया था. बंधक बनाए गए 199 लोगों में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे शामिल हैं. बंधकों में कुछ सोशल एक्टिविस्ट भी शामिल हैं, जो फलस्तीनी, यहूदियों के लिए आवाज उठाते रहे हैं और शांति कायम रखने के लिए कैंपेन में भी शामिल रहे हैं. हमास का कहना है कि उसने गाजा के अंदर ही टनल्स और सुरक्षित स्थानों पर इन लोगों को रखा है. हमास की कैद में सिर्फ इजरायली नहीं दूसरे देशों के भी लोग हैं और कुछ वो हैं जिनके पास इजरायल के साथ दोहरी नागरिकता है.
बंधक लोगों के परिवार बेहद चिंतित हैं क्योंकि उन्हें ये भी नहीं पता कि उनके प्रियजन जिंदा भी हैं या नहीं. 13 अक्टूबर को इजरायली मिलिट्री के प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि की थी कि 199 नागरिक हमास की कैद में हैं. आइए जानते हैं ये लोग कौन हैं-
हमले के बाद से कई परिवार गायब
द गार्जियन की रिपोर्ट के मताबिक, कई परिवार हमले के दिन से लापता हैं. बेरी किबुत्ज के एक ही परिवार के 10 लोग गायब हैं. लिलाच किपिंस और पति एवियातार और उनके परिवार के शोशान हैरन, एवशलोम हैरन, एडी शेहोम, टेल शेहोम और नावेह एवं याहेल शेहोम, शेरोन एविग्दोरी और नाओम एविदगोरी भी मिसिंग हैं. इनमें दो बुजुर्ग और दो बच्चे शामिल हैं. 17 अक्टूबर को एवियातर किपिंस और एवशलोम की डेड बॉडी मिली थी. इसके अलावा, इनके फिलिपींस के तीन नौकरों में से भी एक की भी हत्या कर दी गई. एक और फैमिली और उनके दो बच्चे बेरी किबुत्ज से ही मिसिंग हैं. योनात, उनके पति रोर और उनके तीन में से दो बच्चे गायब हैं. बच्चों की उम्र 13 साल और 15 साल है. योनात के भाई ऐहल बेसोराई का कहना है कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वह यह सोचकर रोएं कि उनके प्रियजन मर चुके हैं या फिर इस बात के लिए खुश होएं कि शायद वह जिंदा हैं और वह वापस आएंगे.
बंधकों में सोशल एक्टिविस्ट भी शामिल
फलस्तीनियों के लिए आवाज उठाने वाली 74 वर्षीय कनाडा में जन्मी फेमिनिस्ट एक्टिविस्ट विवियन सिल्वर किबुत्ज से गायब हैं. गुमशुदा लोगों में 75 साल के होलोकॉस्ट हिस्टोरियन एलेक्स डेनसिग भी शामिल हैं, उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध में यहूदियों की हत्या और पोलैंड के यहूदियों पर किताब लिखी है. 75 साल के एडा सेगी होलोकॉस्ट सर्वाइवर हैं, जो तेल अवीव में रहते थे और शांति बनाए रखने के लिए कई कैंपेन कीं. इसके अलावा, एक और शख्स के माता-पिता को भी बंधक बनाया गया है. ये लोग भी अपने में इलाके में शांति के लिए आवाज उठाते रहे हैं. इसके अलावा, 16 वर्षीय ब्रिटिश नागरिक नोईया भी गायब हैं. बेरी किबुत्ज में उनके घर पर हमला किया गया, जिसमें उनकी मां और बहनों की मौत हो गई थी.
प्रियजनों के लौटने का का इंतजार कर रहे घरवाले
84 साल की डित्जा हेमैन, 85 साल की एमिरैम कूपर और उनकी पत्नी नूरित को हमास को उनके घर से ले जाया गया. बीबीसी के मुताबिक, एमिरैम और नूरित की बेटी नोआ ने बताया कि उनकी अपने माता-पिता से आखिरी बार तब बात हुई थी, जब हमास ने किबुत्ज पर हमला किया. उनका कहना है कि बाद में उन्होंने अपने पिता का फोन ट्रेस किया तो गाजा की लोकेशन मिली. 19 साल के इते शेन भी इस घटना में मिसिंग हैं. उनके पिता ने बताया कि इते एक साल से इजरायली सेना में सेवा दे रहे हैं और गाजा के पास उनका बेस था. इते के पिता ने बताया कि जब उस पर उसके बेस पर हमला हुआ तब उनकी फैमिली इते के छोटे भाई के barmitzvah के सेलिब्रेशन की तैयारी कर रही थी. यहूदी लोग यह सेलिब्रेशन बच्चे की 13 साल उम्र होने पर करते हैं. इते के पिता का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही वह यह सेलिब्रेशन करेंगे.
सुपरनोवा म्यूजिक फेस्टीवल से किडनैप किए गए कई नौजवान
फ्रेंच-इजरायली मिया शेम, 26 साल की नोआ आरग्रेमनी, जर्मन-इजरायली शेनी लोउक, येरुशलम के 23 वर्षीय हेर्श गोलबर्ग-पोलिन और 21 साल माया रेगेव और उनका 18 वर्षीय भाई इते सुपरनोवा म्यूजिक फेस्टिवल में शामिल हुए थे, जिस हमले का वीडियो हमास ने जारी किया था. हमास की वीडियो में इते भी नजर आया था, लेकिन रेगेव दिखाई नहीं दिए. हालांकि, इजरायली सेना ने कहा है कि दोनों को गाजा में ही बंधक बनाकर रखा गया है. सुपरनोवा म्यूजिक फेस्टीवल से बंधक बनाए गए लोगों में ज्यादातर स्टूडेंट शामिल हैं.
बंधकों में विदेशी भी
34 वर्षीय डोरोन अशेर केट्ज, उनकी तीन बेटियों और उनकी बुजुर्ग माता भी मिसिंग हैं. 35 साल के सेलिन बेन डेविड नेगर और उनके दोस्त भी सुपरनोवा म्यूजिक फेस्टीवल में शामिल होने के लिए जा रहे थे. ये लोग भी गायब हैं. दक्षिणी इजरायल से 40 वर्षीय सिस्केट को गिरफ्तार किया गया है. ये पूर्वी थाईलैंड के रहने वाले हैं और यहां पर प्रवासी के तौर पर काम करते थे. 46 वर्षीय स्पेनिश नागरिक इवान इल्लार्रमेंडी भी विदेशी नागरिक हैं, जिन्हें किस्सुफिम किबुत्ज से उनकी पत्नी को किडनैप किया गया. उनके पिता का कहना है कि अभी तक मरने वालों की लिस्ट में उनका नाम नहीं आया है इसलिए उन्हें उम्मीद है कि वे लोग वापस आ जाएंगे.
यह भी पढ़ें:-
India-Canada Tensions: कनाडा ने वापस बुलाए 41 राजनयिक, निज्जर विवाद के बाद भारत ने दिया था देश छोड़ने का आदेश