Israel Hamas War: युद्ध विराम के मूड ने नहीं है नेतन्याहू! 24 घंटे में इजरायली हमले में 200 लोगों की मौत
Israeli Strikes On Gaza: इजरायल और हमास के साथ जारी जंग भीषण होती जा रही है. दुनिया भर के देश युद्ध विराम की मांग रहे हैं, लेकिन इजरायल ने अपने इरादे साफ कर दिए हैं.
Israel Hamas War: गाजा पर इजरायली सेना के भीषण हमले जारी हैं, ऐसे में पिछले 24 घंटों में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं. वहीं पिछले 48 घंटों में गाजा में इजरायली हवाई हमलों में 400 से ज्यादा लोग मारे गए है. मानवीय संकट को देखते हुए दुनियाभर के देश इजरायल से युद्ध विराम की अपील कर रहे हैं. हालांकि इजरायली सेना ने साफ़ कर दिया है कि गाजा में जारी सैन्य अभियान अभी थमने वाला नहीं है.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सेना ने अपने ताजा बयान में कहा है कि वह गाजा में और ज्यादा सैनिक भेजने की तैयारी कर रहा है, ये अतिरिक्त इजरायली सैनिक जमीनी कार्रवाई में तेजी लाने में अपना योगदान देंगे. इजरायली सेना ने रविवार को कहा कि गाजा पट्टी में उनके आठ सैनिक मारे गए हैं, जिससे 20 अक्टूबर को जमीनी घुसपैठ शुरू होने के बाद गाजा पट्टी में मारे गए कुल सैनिकों की संख्या 154 हो गई है.
इजरायली PM ने बताया अपना इरादा
इसी बीच अमेरिका ने कहा है कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायली प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू से बात की है और आम नागरिकों की सुरक्षा पर ज़ोर दिया है. हालांकि इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि जब तक इजरायल अपने सभी लक्ष्य हासिल नहीं कर लेता है, ये युद्ध जारी रहेगा. नेतन्याहू ने कहा कि युद्ध में भारी कीमत चुकानी पड़ रही है क्योंकि इजरायली सैनिकों की मौतें बढ़ रही हैं. लेकिन उन्होंने संकेत दिया कि जब तक हमास का सफाया नहीं हो जाता और बंदी वापस नहीं आ जाते तब तक लड़ाई जारी रहेगी.
यूएन ने की युद्धविराम की अपील
इससे पहले इजरायली सेना के प्रवक्ता ने शनिवार को कहा है कि सैनिक दक्षिणी गाजा में खान यूनिस में एक घनी आबादी वाले इलाके में लड़ रहे हैं. उधर, हमास के अधिकारियों ने कहा कि इस युद्ध में मरने वालों की संख्या अब 20,000 से अधिक हो गई है. अलजजीरा की रिपोर्ट के अनुसर, शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त फिलिपो ग्रांडी ने जोर देकर कहा है कि गाजा में लोगों तक सहायता पहुंचाने, हमास द्वारा बंदी बनाए गए लोगों की रिहाई सुनिश्चित करने और आगे विस्थापन को रोकने का एकमात्र तरीका "मानवीय युद्धविराम" है.