Israel Hamas War: इजरायल और हमास में जंग बुधवार (18 अक्टूबर) को लगातार 12वें दिन भी जारी रहा. इस बीच गाजा के अस्पताल पर हुए हमले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. हमास का दावा है कि हमले में हुई 471 लोगों की मौत के पीछे इजरायल जिम्मेवार है. वहीं इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हमास के रॉकेट से ही अस्पताल में विस्फोट हुआ. 


इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन बुधवार को तेल अवीव पहुंचे. यहां पीएम नेतन्याहू ने खुद एयरपोर्ट पर उनकी आगवानी की. इसके बाद दोनों नेताओं ने बैठक की. इस दौरान भी गाजा में अस्पताल पर हुए बर्बर हमले का जिक्र छिड़ा.


'अस्पताल हमले में इजरायल का हाथ नहीं'


इसपर बाइडेन ने कहा कि उन्होंने जो देखा है, उसके आधार पर ऐसा लगता है कि गाजा अस्पताल में विस्फोट किसी दूसरी टीम ने किया था, न कि इजरायली सेना ने. इसके बाद सवाल उठ रहे हैं कि आखिर गाजा के अस्पताल में हुए विस्फोट के लिए कौन जिम्मेदार है.


उन्होंने कहा, ''इजरायल अकेला नहीं है. इंसाफ होना चाहिए. हमास के आतंकियों ने नरसंहार किया है. हमास फलस्तीन का प्रतिनिधित्व नहीं करता है. अमेरिका नागरिकों के साथ खड़ा है. गाजा के नागरिकों को खाने की जरूरत है.'' 


बाइडेन ने गाजा में मदद की बात उठाई
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि गाजा के लोगों को भोजन, पानी, दवा और शेल्टर की आवश्यकता है. आज, मैंने इजरायली कैबिनेट से गाजा में नागरिकों को जीवन रक्षक मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए सहमत होने के लिए कहा. बाइडेन ने कहा कि इजरायल मिस्र के रास्ते से मानवीय सहायता जाने देने को राजी हो गया है. 




उन्होंने कहा कि सहायता नागरिकों को मिलनी चाहिए, हमास को नहीं. हमास गाजा में निर्दोष लोगों को मानव ढाल के रूप में उपयोग कर रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तेल अवीव में कहा कि अमेरिका गाजा और वेस्ट बैंक में रहने वालों को 100 मिलियन डॉलर का फंड मुहैया कराएगा. इससे मानवीय मदद की जाएगी.


मदद पर क्या बोला नेतन्याहू का कार्यालय?
गाजा में आम लोगों के सामने खड़े संकट के बीच इजरायल के पीएम ऑफिस ने कहा है कि मानवीय सहायता मिस्र की ओर से जाने के लिए अनुमति देगा. दरअसल, युद्ध शुरू होने के बाद से गाजा पट्टी में रह रहे लाखों लोगों के सामने खाने, पीने, दवाईयों और बिजली का संकट खड़ा हो गया है. 


बाइडेन और अरब नेताओं की बैठक रद्द
इस बीच अस्पताल में विस्फोट होने के बाद जॉर्डन के अम्मान में राष्ट्रपति बाइडेन और अरब नेताओं के बीच प्रस्तावित बैठक रद्द कर दी गई है. गाजा के अस्पताल में हुए हमले की प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने निंदा की है. 


कितने लोगों की गई जान?


हमास की तरफ से इजरायल में किए गए हमले के बाद शुरू हुई जंग में अब तक करीब 5000 लोगों की जानें गई हैं. अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा में 3450 और इजरायल में 1400 लोगों की मौत हुई है. 200 के करीब लोग हमास के बंधक में हैं. 


गाजा के अल अहली अस्पताल में हुए विस्फोट में करीब 471 लोगों की जान गई है. इसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. इस हमले में जीवित बचे लोगों ने आंखों देखा हाल बताया है. अस्पताल में आर्थोपेडिक सर्जरी के प्रमुख फादेल नईम ने कहा कि एक बड़ा विस्फोट सुनने के बाद उन्होंने अस्पताल को क्षत-विक्षत शवों और घायल लोगों को देखा. 




नईम ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से कहा कि लोग सर्जरी विभाग में हमारी मदद करो, हमारी मदद करो चिल्लाते हुए दौड़े आए. उन्होंने कहा कि जिसे भी बचाया जा सकता था, उन्होंने बचाने की कोशिश की, लेकिन भीड़ की वजह से हम बहुत कुछ नहीं कर सके.


ईरान की अपील
ईरान ने मुस्लिम देशों से इजरायल पर प्रतिबंध लगाने की अपील की है. ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने इस्लामिक देशों के संगठन (ओआईसी) की आपात बैठक के दौरान सदस्य देशों को इजराइल पर तेल प्रतिबंध और अन्य प्रतिबंध लगाने का सुझाव दिया. उन्होंने सभी इजरायली दूतों को निष्कासित करने की भी बात कही.


बैन का ऐलान
अमेरिका ने बुधवार को हमास के 10 मेंबर्स के एक समूह और गाजा, सूडान, तुर्की, अल्जीरिया और कतर में फंडिंग के खिलाफ प्रतिबंधों की घोषणा की.


न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक, इस बीच गाजा के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि इजरायल ने बुधवार सुबह होने से पहले हवाई हमले फिर से शुरू किए और अल-अहली अस्पताल में विस्फोट के बाद गाजा पट्टी के कई स्थानों पर हमला किया.


वहीं लेबनान के चरमपंथी संगठन हिजबुल्लाह हमास के समर्थन में इजरायल को निशाना बना रहा है. हिजबुल्लाह ने कहा कि उसके लड़ाकों ने इजरायली मर्कवा टैंक पर एंटी टैंक मिसाइल से हमला किया है, जिसमें कई सैनिक हताहत हुए हैं.


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