'चीन, रूस और ईरान हैं बुराई की नई धुरी, अमेरिका ने दुनिया को दिया गलत संदेश', अमेरिकी सीनेटर का बयान
'बुराई की धुरी' शब्द का प्रयोग पहली बार 2002 में बुश ने 9/11 के हमलों के बाद ईरान, इराक और उत्तर कोरिया का जिक्र करते हुए किया था. इस शब्द का इस्तेमाल अमेरिकी जनता को एकजुट करने के लिए किया गया था.
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Israel Hamas War: अमेरिकी सीनेट के अल्पसंख्यक नेता मिच मैककोनेल ने रूस, चीन और ईरान को नई "बुराई की धुरी" बताया है. इस शब्द का प्रयोग सबसे पहले पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने किया था. मिच मैककोनेल ने फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "आपको उन स्थितियों का जवाब देना होगा जो वास्तव में मौजूद हैं जो संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए खतरा हैं. ईरान हमारे लिए भी खतरा हैं, इसलिए, यह एक आपातकाल है. यह एक आपातकाल है कि हम आगे बढ़ें और बुराई की इस धुरी (चीन, रूस, ईरान) से निपटें क्योंकि यह संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए एक तत्काल खतरा है.
'बुराई की धुरी' शब्द का प्रयोग पहली बार 2002 में बुश ने 9/11 के हमलों के बाद ईरान, इराक और उत्तर कोरिया का जिक्र करते हुए किया था. बुराई की धुरी शब्द का इस्तेमाल अमेरिकी जनता को एकजुट करने के लिए किया गया था.
‘अफगानिस्तान में पीछे हटने का फैसला था गलत’
मिच मैककोनेल ने मौजूदा हालातों के पीछे बाइडेन के गलत फैसलों के जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा कि बाइडेन प्रशासन ने अफगानिस्तान से हटकर "गलत संकेत भेजा है." उन्होंने आरोप लगाया कि बाइडेन का कदम "पुतिन को यूक्रेन में जाने के लिए हरी झंडी देने जैसा था." उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि अगर रूस यूक्रेन युद्ध में जीत जाता है तो वह अगला हमला नाटो देशों पर करेगा.
मिच मैककोनेल ने कहा, अमेरिका को चाहिए कि इजरायल-हमास युद्ध में किसी एक पक्ष से निपटने में इजरायल की मदद करें. क्योंकि इजरायल ईरान, हिज्बुल्ला जैसे कई मोर्चों पर लड़ रहा है. उन्होंने चीन को लेकर कहा, “हम जानते हैं वे किसके पक्ष में हैं. शी जिनपिंग भी रूस-यूक्रेन युद्ध पर कड़ी नजर रख रहे हैं.”
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