Israel Hamas War Yoav Gallant Discuss About Plan: इजरायल (Israel) और हमास (Hamas) के बीच जारी जंग के दौरान इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट (Yoav Gallant) ने देश की राजधानी तेल अवीव में नेसेट विदेश मामलों और रक्षा समिति की बैठक भाग लिया. इस बैठक में उन्होंने गाजा पट्टी में इजरायल की युद्ध योजनाओं और उद्देश्यों के बारे में चर्चा की. उन्होंने कहा कि हमारा मकसद हमास समूह की क्षमताओं को नष्ट करना है. इसके बाद गाजा पट्टी में एक नई सुरक्षा व्यवस्था स्थापित करना है.
इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने समिति के सदस्यों को बताया कि युद्ध के तीन मुख्य चरण होंगे. हम पहले चरण में हमास को हराने के बाद पूरी तरह से बर्बाद करने की कोशिश करेंगे. इस दौरान उनके बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचाएंगे. इसके लिए हवाई हमले और बाद में जमीनी हमले करना शुरू करेंगे. इसके बाद दूसरे चरण में लड़ाई जारी रहेगी लेकिन कम सैन्य ताकत का इस्तेमाल करते हुए प्रतिरोधक क्षेत्रों को खत्म करने के लिए काम करेंगे.
गाजा पट्टी में एक नई सुरक्षा व्यवस्था
योव गैलेंट ने कहा कि युद्ध को लेकर हमारा तीसरा कदम गाजा पट्टी में एक नई सुरक्षा व्यवस्था का निर्माण करना होगा. गाजा पट्टी में रोजमर्रा की जिंदगी के लिए इजरायल की जिम्मेदारी को हटाना और गाजा पट्टी के आस-पास रहने वाले इजरायल के नागरिकों के लिए एक नई सुरक्षा वास्तविकता का निर्माण करना होगा.
आपको बता दें कि साल 2005 में इजरायल गाजा से हट गया और इसके तुरंत बाद उसने इस क्षेत्र पर जमीनी, समुद्री और हवाई नाकाबंदी लागू कर दी. इसके 2 सालों बाद साल 2007 में नाकाबंदी और तेज हो गई, क्योंकि गाजा क्षेत्र में हमास चरमपंथी समूह ने सत्ता संभाल ली.
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी का इनकार
पिछले हफ्ते 7 अक्टूबर को हमास के लड़ाकों ने ने इजरायल पर अचानक हमला कर दिया. इस हमले में कम से कम 1,400 इजरायली लोगों की मौत हो गई और कम से कम 4000 के करीब घायल हो गए. इसके अलावा हमास के लड़ाकों ने कई इजरायली नागरिकों समेत अलग-अलग देशों के लोगों को बंधक बना लिया. वहीं कल कतर के कहने पर हमास ने दो अमेरिकी नागरिकों को रिहा कर दिया. इन सब के बीच इजरायल ने भी ताबड़तोड़ तरीके से गाजा पट्टी पर हवाई हमला करते हुए लगभग 4100 से अधिक लोगों को मौत के घाट उतार दिया.
वहीं इजरायल ने हमास का पूरी तरह से सफाया करने के इरादे से इजरायल की सेना ने पिछले हफ्ते उत्तरी गाजा के दस लाख से अधिक निवासियों को दक्षिण की ओर भागने का आदेश दिया, जिससे फलस्तीनियों ने तर्क दिया कि सेना निवासियों के स्थायी सामूहिक विस्थापन की मांग कर रही थी. इस पर मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने कहा है कि वह गाजा से शरणार्थियों की किसी भी आमद की अनुमति नहीं देंगे.
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