Israel Hamas War: इजरायल-हमास युद्ध को 26 दिन बीत चुके हैं. हालिया संघर्ष  को देखकर लगता है कि जंग अभी लंबी खिंच सकती है. इस बीच मिस्र ने कहा है कि वह इजरायली हमले में घायल गाजा के लोगों के इलाज के लिए योजना बना रहा है. मीडिया रिपोर्टों में मंगलवार को कहा गया कि घायल फिलिस्तीनियों के इलाज के लिए मिस्र रफाह क्रॉसिंग खालेगा.


टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक इजरायली राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तजाची हानेग्बी ने युद्ध के शुरूआती दिनों में कहा था कि इजरायल को उम्मीद है कि काहिरा अपनी सीमा खोलेगा ताकि घायलों को रफाह अस्पताल के साथ-साथ फील्ड अस्पतालों में इलाज की इजाजत मिल सके जो मिस्र की सीमा पर स्थापित किए जा सकते हैं. हानेग्बी ने यह भी कहा कि कई देशों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के जहाजों को भेजने की गुजारिश पर ध्यान दिया है. इन जहाजों को गाजा के दक्षिण पश्चिमी इलाके में तैनात किया जाएगा क्योंकि इजरायल का मानना है कि ये इलाके सुरक्षित पनाहगाह बन सकते हैं.


फील्ड अस्पताल भी बनाए जा रहे


कई मीडिया आउटलेट्स ने बताया कि मिस्र की सीमा पर एक फील्ड अस्पताल बन रहा है. समाचार एजेंसी एएफपी ने अल-आरिश शहर के एक चिकित्सा अधिकारी के हवाले से बताया कि गाजा से आने वाले घायल या बीमार नागरिकों के लिए मेडिकल टीमें बुधवार को रफाह क्रॉसिंग पर मौजूद रहेंगी. वहीं तय किया जाएगा कि उन्हें किस अस्पताल में भेजना है. 


मिस्र में शरणार्थियों के प्रवेश पर रोक


मिस्र ने अब तक गाजा के नागरिकों को अपनी सीमा से बाहर निकलने की इजाजत देने से परहेज किया है. रफाह क्रॉसिंग के जरिए गाजा में प्रवेश करने वाली मानवीय सहायता के रास्ते को भी मिस्र ने प्रतिबंधित कर दिया है. इजरायल ने भी मानवीय सहायता भेजे जाने पर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं दिया है.


इजरायल का मानना है कि अगर ये सहायता सामग्री हमास के हाथ लग गई तो इससे वह मजबूत हो जाएगा. अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने भी कहा कि अगर सीजफायर होता है तो यह हमास के लिए तोहफे जैसा होगा और उसे खुद को दोबारा खड़ा करने में मदद मिलेगी.


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