Israel Hamas War: इजरायल हमास युद्ध पर पूरा दुनिया की नजरें टिकी हैं. इजरायल ने शनिवार (7 अक्टूबर) को हमास की ओर से किए हमले की जवाबी कार्रवाई शुरू की. इजरायल ने गाजा बॉर्डर पर टैंकों के साथ-साथ तकरीबन 3 लाख रिजर्व फोर्स को उतार दिया है. 


इजरायल पर हमले के बाद हमास की सैन्य क्षमता को लेकर भी चर्चाएं तेज हो गई. हमले के बाद हमास के प्रमुख चेहरों की बात हुई, जिसमें चार प्रमुख 'नेताओं' का नाम सामने आया है. 


मोहम्मद अल ज़ईफ


मोहम्मद ज़ईफ (Mohammad Deif) हमास के अल-कासिम ब्रिगेड (सेना) का चीफ कमांडर है. उसके बारे में बहुत कम जानकारियां हैं. इजरायली मीडिया के मुताबिक ज़ईफ का बचपन इजरायल फलस्तीन युद्ध के बीच गुजरा है. हमास की स्थापना के समय ज़ईफ को इज अल-दीन अल-कसम ब्रिगेड का प्रमुख बनाया गया. बाद में अल-कासिम ब्रिगेड (Al Qasim Brigade) की स्थापना खुद ज़ईफ ने की थी. 


ज़ईफ के लिए माना जाता है कि उसने हमास के रॉकेट और अंडरग्राउंड सुरंग को तैयार करने में बड़ी भूमिका निभाई है. हमास के बम इंजीनियर याह्या अय्याश ज़ईफ का काफी करीबी था, 1996 में याह्या को इजरायली सेना ने मार गिराया था. उसके बाद ज़ईफ ने उसकी मौत का 'बदला' लेने के लिए इजरायल में कई आत्मघाती हमले करवाए. 


इजरायल ने मोहम्मद ज़ईफ को मारने की कई कोशिशें की, लेकिन वह हर बार चकमा देकर बच जाता था. इजरायली सेना की जानकारी के मुताबिक, एक हमले में ज़ईफ ने एक आंख और शरीर का एक अंग गंवा दिया. मौत को कई बार चकमा देने की वजह से ज़ईफ को 'अ कैट विद नाइन लाइब्स' कहते हैं, जिसका मतलब 'नौ जिंदगियों वाली बिल्ली' है. 


गाजा के इलाके में ज़ईफ को जीफ भी कहते हैं, जिसे हिंदी में मेहमान कहा जाता है. जीफ इसलिए कहा जाता है क्योंकि ज़ईफ एक रात से ज्यादा कहीं नहीं ठहरता. 


मोहम्मद ज़ईफ का राइट हैंड मारवान ईसा


मारवान ईसा अल-कासिम ब्रिगेड का डिप्टी कमांडर है, जिसे 'शैडो' के नाम से जाना जाता है. मारवान ईसा मोहम्मद ज़ईफ का राइट हैंड बताया जाता है. इजरायल के खिलाफ पहले इंतिफादा के दौरान मारवान को गिरफ्तार कर लिया गया था.


इजरायल के मुताबिक, जब तक मारवान जिंदा है, तब तक इजरायल और हमास के बीच जंग खत्म नहीं हो सकती है. क्योंकि इजरायल का मानना है कि मारवान काफी चालाक इंसान है, इतना चालाक कि वह 'प्लास्टिक को लोहे में बदल' सकता है. साल 2011 से पहले मारवान को पहचानना भी इजरायल के मुश्किल था. इजरायल ने मारवान के घर को दो बार गिराया है, लेकिन अब तक वह इजयालियों की पकड़ से बाहर है. 


याहया इब्राहिम, अमेरिकी घोषित 'आतंकवादी'


याहया इब्राहिम हमास के खुफिया सेवा 'मजिद' का फाउंडर है. याहया को अमेरिका ने 2015 में आतंकवादी घोषित कर दिया था. 2017 में उसे गाजा में हमास का राजनीतिक प्रमुख बना दिया गया. 


इस्माइल हानिये


इस्माइल हानिये हमास के पॉलिटिकल विंग का चीफ है. उसका जन्म 1962 में गाजा के इलाके में एक रिफ्यूजी कैंप में हुआ. उसकी शुरूआती पढ़ाई गाजा में संयुक्त राष्ट्र के रिलीफ एंड वर्क एजेंसी में हुई. हालिया युद्ध के दौरान यही एजेंसी गाजा में बेघर हुए लोगों की मदद में सबसे आगे है. 1981 में इस्माइल ने गाजा में ही अरबी साहित्य की पढ़ाई की. 


1988 में इस्माइल हानिये को इजरायली अधिकारियों ने इजरायल के नियंत्रण के खिलाफ पहले विद्रोह में शामिल होने के लिए गिरफ्तार किया गया था. इस विद्रोह को पहले इंतिफादा के तौर पर जाना जाता है. इस्माइल ने 6 महीने जेल में बिताए और 1989 में उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद उसे 1992 तक जेल की सजा काटनी पड़ी. इसके बाद इजरायल ने इस्माइल को 400 से ज्यादा विद्रोहियों के साथ दक्षिण लेबनान भेज दिया.


गौरतलब है कि पहला इंतिफादा 1987 में शुरू हुआ और 1993 तक चला. इस दौरान वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और पूर्वी यरूशलम पर इजरायल के कब्जे के खिलाफ विद्रोह में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और यहां तक कि आत्मघाती बम विस्फोट भी हुए. इस्माइल हानिये ने 2006 से 2007 तक फिलिस्तीनी अथॉरिटी (पीए) के प्रधानमंत्री के तौर पर सेवाएं दी थी. 2006 में हमास ने फिलिस्तीनी विधान परिषद चुनावों में  बहुमत हासिल किया था जिसके बाद हमास की सरकार बनी थी. 


इस्माइल हानिये वेस्ट बैंक और गाजा में प्रतिनिधित्व को लेकर फताह पार्टी के साथ आंतरिक संघर्ष में शामिल था. इसके बाद 2007 से 2014 तक गाजा में हमास की ओर से इस्माइल ने सरकार के नेतृत्व की भूमिका निभाई. फतह पार्टी वेस्ट बैंक इलाके में सरकार चलाती है. लेकिन फताह पार्टी के साथ तनाव की वजह से हमास ने गाजा में स्वतंत्र सरकार बनाने का ऐलान कर दिया. 


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