Israel-Hamas War: इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग को एक महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है. इजरायल ने पहले गाजा पट्टी पर हवाई हमले किए और अब जमीनी कार्रवाई शुरू कर दी है. हमास के ठिकानों को तबाह करने के लिए जमीन पर इजरायली सैनिक टैंक और गोले-बारूद के साथ मोर्चा संभाले हुए हैं. दूसरी ओर, हवा में उनकी मदद के लिए इजरायली लड़ाकू विमान मौजूद हैं, जो हमास के प्रमुख ठिकानों पर बम गिरा रहे हैं. 


इस जंग को देखकर ऐसा लग रहा है कि ये रुकने वाली नहीं है. लंदन से लेकर न्यूयॉर्क तक और बर्लिन से लेकर बगदाद तक लोगों ने सड़कों पर उतरकर इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन किया है. ईरान, इराक जैसे खाड़ी देशों में तो इजरायल के खिलाफ बेहद नाराजगी है. अब अमेरिका और फ्रांस ने भी इजरायल को जंग रोकने को कहा है. ऐसे में आइए जानते हैं कि अमेरिका, फ्रांस और सऊदी अरब के आंख दिखाने के बाद भी क्या जंग रुकने वाली है या फिर गाजा में बम बरसते रहेंगे.


अमेरिका, फ्रांस और सऊदी अरब ने क्या कहा?


बीबीसी को दिए इंटरव्यू में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इजरायल को गाजा में युद्धविराम करने को कहा है. उन्होंने कहा कि गाजा पट्टी में नागरिकों पर बमबारी करने पर कोई सफाई नहीं दी जा सकती है. हालांकि, मैक्रों ने ये भी कहा कि 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद इजरायल को खुद की सुरक्षा का अधिकार है. लेकिन उन्होंने आगे ये भी कहा, 'बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग बमबारी में मारे जा रहे हैं. हम इजरायल को रुकने को कहते हैं.'


अमेरिका ने भी गाजा में हो रही बमबारी के लिए अब इजरायल की निंदा कर दी है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में बहुत से फिलिस्तीनियों की मौत हुई है. बहुत से लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है. कुछ दिन पहले ही ब्लिंकन ने ये भी कहा था कि युद्ध खत्म होने के बाद फिलिस्तीनियों को जबरन विस्थापन, ब्लॉकेड या उनके इलाके को छीनने का काम नहीं होना चाहिए. गाजा पर वेस्ट बैंक की फिलिस्तीन अथॉरिटी का शासन होना चाहिए. 


सऊदी अरब की राजधानी रियाद में हो रहे सऊदी-अफ्रीकन समिट में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने भी इजरायल को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि हम इजरायल के जरिए गाजा पट्टी में हो रही कार्रवाई की निंदा करते हैं. गाजा से फिलिस्तीनियों के जबरन विस्थापन को रोका जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि गाजा में हो मिलिट्री एक्शन की निंदा की जाती है. इजरायल की तरफ से गाजा में अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया जा रहा है. 


क्या झुकेंगे नेतन्याहू? 


इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पहले ही कह दिया है कि हमास के साथ समझौता नहीं करना चाहते हैं. उन्होंने इसे हार की तरह देखा है. भले ही अमेरिका, फ्रांस और सऊदी अरब जैसे मुल्कों की तरफ से दबाव बनाया जा रहा है, मगर नेतन्याहू झुकते हुए नजर नहीं आ रहे हैं. फ्रांसीसी राष्ट्रपति के बयान पर उन्होंने कहा कि दुनिया को इजरायल के बजाय हमास की निंदा करनी चाहिए. गाजा में हमास ने जो किया है, वो पेरिस, न्यूयॉर्क और कहीं भी हो सकता है. 


अमेरिका और सऊदी अरब के जरिए दिए गए बयान पर अभी तक नेतन्याहू की तरफ से कोई बयान नहीं आया है. मगर जब अमेरिका ने गाजा पर कब्जा नहीं करने की सलाह दी थी, जो नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल का ऐसा करने की कोई योजना नहीं है. उन्होंने ये भी कहा था कि वह गाजा का अच्छा भविष्य चाहते हैं. हालांकि, उनकी बातों से ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगता है. इजरायल की सेना लगातार गाजा पर बम गिरा रही है और ये तो तय हो गया है कि अभी युद्ध थमने वाला नहीं है. 


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