Israel Palestine Conflict: इजरायल और हमास की जंग 17वें दिन में पहुंच गई है. इसके चलते गाजा से बेहद दर्दनाक तस्वीरें सामने आ रही हैं. संभावित जमीनी हमले से पहले इजरायली फाइटर जेट्स गाजा में बम बरसा रहे हैं. वहीं, हमास ने कहा है उसने गाजा के भीतर इजरायली जवानों के साथ लड़ाई की है. आईडीएफ ने कहा है कि उसके टैंक और जवानों ने गाजा में रातभर रेड मारी है.


हमास की ओर से संचालित मंत्रालय ने कहा है कि 24 घंटे के भीतर 436 लोग मारे गए हैं जबकि इजरायल का कहना है कि उसने सैकड़ों लक्ष्यों पर हमला किया है. न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक, इजरायल ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक, सीरिया और लेबनान में भी लक्ष्यों पर हमला किया है, जिसके चलते व्यापक युद्ध की आशंका बढ़ गई है. इजरायल ने लेबनान में हिजबुल्लाह चरपंथी समूह के साथ भी गोलाबारी की है.


इस बीच वीकेंड में मिस्र से रफाह क्रॉसिंग के जरिये सहायता सामग्रियों से भरे ट्रकों के दो काफिले गाजा पट्टी में पहुंचे हैं. इजरायल के मुताबिक, ट्रकों में भोजन, पानी और दवाएं ले जाई गईं. इजरायल ने ईंधन ले जाने की अनुमति नहीं दी है. माना जा रहा है कि गाजा में पानी, साफ-सफाई और अस्पतालों के लिए ईधन की अत्यंत आवश्यकता है.


गाजा में रातभर हुई लड़ाई!


अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल और हमास दोनों ने गाजा के भीतर रातभर लड़ाई होने की बात कही है. इजरायल की ओर से गाजा में घनी आबादी वाले जबालिया शरणार्थी शिविर, अल-शिफा और अल-कुद्स अस्पतालों के नजदीक की जगहों समेत आवासीय इलाकों में बमबारी की गई. इजरायल ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक में रेड तेज कर दी है. नब्लस पर हमले के दौरान दो फलस्तीनियों की मौत हुई है.


बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, आईडीएफ प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा कि इजरायल ने गाजा में रातभर छापे मारे. हगारी ने कहा, ''रात के दौरान इजरायली टैंक और पैदल सेना के जवानों ने छापे मारे. ये ऐसे छापे हैं जिनका उद्देश्य आतंकियों के स्क्वॉड को निपटाना है जो युद्ध में अगली स्टेज की तैयारी कर रहे हैं. संपर्क रेखा तक, गहराई तक ये छापे मारे जाते हैं. इन छापों के जरिये लापता लोगों और बंधकों का पता लगाया जा रहा है.''


ऐसा पहली बार नहीं है जब इजरायल ने इस तरह की रेड मारी है. जंग के पहले हफ्ते में इजरायल ने कहा था कि हमास से लड़ने और लापता इजरायलियों का पता लगाने के लिए सैनिकों और टैंकों ने गाजा पट्टी में प्रवेश किया था.


एपी के मुताबिक, सोमवार को गाजा पट्टी से दक्षिणी इजरायल की ओर फिर से रॉकेट दागे गए, वहीं तस्वीरों में देखा गया कि रफाह में इजरायली हमले के बाद फलस्तीनी जिंदा बचे लोगों की तलाश कर रहे हैं.



वेस्ट बैंक से हमास के 37 सदस्य लिए हिरासत में- आईडीएफ


बीबीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि आईडीएफ ने कहा है कि उसने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमले के बाद से वेस्ट बैंक में करीब 800 वांटेड फलस्तीनियों की गिरफ्तारी की है, जिनमें 500 से ज्यादा हमास से जुड़े लोग शामिल हैं. आईडीएफ के मुताबिक, रात भर में 64 लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनमें हमास के 37 सदस्य हैं.


इस बीच, चीन ने गाजा में युद्धविराम का आह्वान किया है, साथ ही कहा कि इस क्षेत्र में हिंसा खत्म करने के लिए जो भी जरूरी होगा वह करेगा. 


अब तक जंग में कितने लोगों की गई जानें?


फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 7 अक्टूबर से अब तक गाजा में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 5,087 हो गई है, जिनमें 24 घंटे में हुई 436 मौतों की संख्या शामिल है. मारे गए लोगों में 2,055 बच्चे, 1,119 महिलाएं और 217 बुजुर्ग शामिल हैं. वहीं, 15,273 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.


वहीं, कब्जे वाले वेस्ट बैंक में 7 अक्टूबर से अब तक हिंसा और इजरायली हमलों में 96 फलस्तीनियों ने जानें गंवाई हैं और 1,650 घायल हुए हैं. इजरायल में 1,400 लोगों की जानें गई हैं, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे जो दक्षिणी इजरायल में हमास के शुरुआती हमले में मारे गए थे. इजरायली सेना के मुताबिक, हमास ने 200 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाकर रखा है. हाल में हमास ने 2 अमेरिकियों को छोड़ दिया था. 



रफाह शहर में हुए हमलों में कई हताहत


हमास की और से संचालित गाजा के आंतरिक मंत्रालय ने कहा है कि सोमवार को रफाह शहर के पड़ोस में इजरायली हमलों में कम से कम 18 लोगों की मौत हुई है और बड़ी संख्या में फलस्तीनी घायल हुए हैं.


पीएम मोदी ने की जॉर्डन के किंग से बात


इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (23 अक्टूबर) को अपने आधिकारिक X हैंडल से एक पोस्ट में बताया, ''जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल-हुसैन से बात की. पश्चिम एशिया क्षेत्र के डेवलपमेंट्स पर विचारों का आदान-प्रदान किया. हम आतंकवाद, हिंसा और नागरिक जीवन की हानि के संबंध में चिंताओं को साझा करते हैं. सुरक्षा और मानवीय स्थिति के शीघ्र समाधान के लिए सम्मिलित प्रयासों की जरूरत है.''


गाजा इस अस्पताल में बचा है केवल 48 घंटे का ईंधन, नवजात शिशुओं की जान जोखिम में


एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिणी गाजा के खान यूनिस स्थित नासिर अस्पताल में नवजात शिशु इकाई के प्रमुख डॉक्टर हातेम एडहेयर ने कहा है कि 48 घंटे के भीतर ईंधन खत्म हो जाएगा. उन्होंने कहा कि चिकित्सा इकाई में आठ बच्चे हैं और नवजात शिशु विभाग में 10 अन्य हैं. उन्होंने कहा है कि इनमें से आधे बच्चे सीपीएपी (दबाव वाली हवा) मशीनों और ऑक्सीजन मशीनों पर हैं.


डॉक्टर ने कहा कि अस्पताल में अगर ईंधन खत्म हो गया को इनमें से आधे बच्चे 24 घंटे से भी कम सयय में जान गंवा देंगे. वहीं, पूरे गाजा में प्रीमैच्योर (समय से पहले जन्मे) बच्चों का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि ईंधन की बढ़ती किल्लत के कारण छह नवजात शिशु इकाइयों में कम से कम 130 बच्चे गंभीर खतरे में हैं.



गाजा में हजारों गर्भवती महिलाएं खतरे में


फलस्तीनी इलाकों में डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स के चिकित्सा समन्वयक गुइलेमेट थॉमस ने कहा कि गाजा पट्टी में हजारों गर्भवती महिलाएं गंभीर खतरे में हैं क्योंकि वे प्रसव के लिए चिकित्सा सुविधा तक पहुंचने में सक्षम नहीं हैं.
 
गुइलेमेट थॉमस ने कहा कि कई महिलाएं पहले ही हजारों विस्थापित लोगों के लिए आश्रय स्थल बने यूएनआरडब्ल्यूए के स्कूलों में बच्चों को जन्म दे चुकी हैं. उन्होंने कहा कि महिलाएं खतरे में हैं और बच्चे भी अभी जोखिम में हैं जो वाकई गंभीर स्थिति है.


हमास ने की रक्तदान की अपील


सोमवार को हमास की ओर से संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से गाजाभर के उन अस्पतालों में जाकर रक्तदान करने का आह्वान किया, जहां ब्लड और चिकित्सा आपूर्ति की गंभीर कमी है. इसने रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति से क्षेत्र में रक्त लाने का आह्वान भी किया.


इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू की हिजबुल्लाह को चेतावनी


इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू लेबनान से लगी सीमा पर तैनात सैनिकों के बीच पहुंचे. यहां हमास और इजरायल की जंग के बीच इजरायली सेना और ईरान समर्थित हिजबुल्ला चरमपंथियों के बीच गोलाबारी हुई थी. नेतन्याहू ने इस दौरान हिजबुल्लाह संगठन को चेतावनी दी कि अगर वह युद्ध में कूदता है तो उसे इतनी ताकत से पंगु बना दिया जाएगा जिसकी वह कल्पना भी नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा कि लेबनान के लिए परिणाम तबाही वाले होंगे.


कई शहरों में हुए प्रदर्शन


रविवार को बर्लिन और लंदन में हजारों लोगों ने एंटीसेमिटिज्म (यहूदी विरोधी भावना) का विरोध करने और इजरायल का समर्थन करने के लिए प्रदर्शन किया. पेरिस और अन्य शहरों में फलस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन हुआ और गाजा पट्टी में संघर्ष विराम और राहत की मांग की. 


ब्लिंकन, ऑस्टिन ने दी चेतावनी


अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने रविवार को कहा कि अमेरिका को ईरान की भागीदारी से इजरायल-हमास युद्ध के बढ़ने की आशंका है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस दौरान अमेरिकी कर्मी या सशस्त्र बल ऐसी किसी शत्रुता का निशाना बनते हैं तो बाइडेन प्रशासन जवाब देने के लिए तैयार है.


अमेरिका ने इजरायल को जमीनी हमले में देरी करने की दी सलाह


न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक, बाइडेन प्रशासन से परिचित एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने का अनुरोध करते हुए बताया कि अमेरिका ने इजरायल को जमीनी आक्रमण में देरी करने की सलाह दी है ताकि उसे ज्यादा बंधकों को छुड़ाने के लिए अपने क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ काम करने का ज्यादा समय मिल सके.


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