(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Israel Hamas War: जंग के बीच इजरायल जाएंगे हरियाणा के वर्कर, 10 हजार लोगों को नौकरी, अंग्रेजी बोलना जरूरी नहीं, लाखों में सैलरी
इजरायल हमास युद्ध के बीच हजारों फिलिस्तीनियों को इजरायल से वापस भेज दिया. ये फिलिस्तीनी नागरिक इजरायल की कंस्ट्रक्शन सेक्टर की रीढ़ माने जाते थे. अब हरियाणा सरकार उनकी जगह कामगार भेजेगी.
Indian Worker in Israel: इजरायल-हमास जंग के बीच इजरायली सरकार ने भारत से एक लाख कामगारों की मांग की थी. पिछले महीने इजरायली बिल्डर्स एसोसिएशन ने कहा था कि उसके अधिकारी भारत के साथ बातचीत कर रहे हैं. इजरायल में कंस्टक्सन सेक्टर में 25 प्रतिशत फिलिस्तीनी नागरिक काम करते थे, लेकिन जंग के बाद करीब एक लाख फिलिस्तीनियों को देश से बाहर कर दिया गया.
इस बीच हरियाणा सरकार इजरायल में नौकरी करने के लिए दस हजार कामगारों को इजरायल भेजेगी. सरकार ने इसके लिए भर्ती भी निकाल दी है. हरियाणा कौशल रोजगार निगम ने भर्ती निकालते हुए कहा कि हरियाणा सरकार इजरायल में 10 हजार लोगों को नौकरी देना चाहती है. भर्ती नियमों के मुताबिक इस नौकरी के लिए न्यूनतम पात्रता दसवीं है. वहीं कैडिडेट की उम्र 25 से 54 साल के बीच होनी चाहिए. इन कामगारों की सैलरी 6100 निस होगी, यानी भारतीय करेंसी के मुताबिक 1 लाख 34 हजार रुपये.
क्या काम आना चाहिए?
हरियाणा सरकार के विज्ञापन के मुताबिक कामगारों के फ्रेमवर्क, शटरिंग कारपेंटर और आयरन बेंडिंग काम आना चाहिए. इसके अलावा दीवारों और फर्श पर टाइल्स लगाने आना चाहिए. नौकरी देने से पहले कामगारों का इंटरव्यू लिया जाएगा. कंपनी ने कामगारों के अंग्रेजी बोलना अनिवार्य नहीं किया है.
क्या मिलेगी सुविधाएं?
हरियाणा सरकार के विज्ञापन के मुताबिक कामगारों को मेडिकल इंशोरेन्स, रहने की सुविधा मिलेगी. हालांकि इसके लिए कामगार को अपनी जेब से पैसा देना होगा. सैलरी के तौर पर मिलने वाला पैसा कामगार के अकाउंट में जमा होगा और तभी दिया जाएगा जब अनुबंध (Contract) पूरा हो जाएगा. इस दौरान कामगार को पैसे का ब्याज भी दिया जाएगा. इस नौकरी के लिए हरियाणा का निवासी होना अनिवार्य है. सरकारी विज्ञापन के मुताबिक, नौकरी पाने के लिए व्यक्ति का पहचान पत्र हरियाणा का होना चाहिए.