Israel Hamas War : इजरायल के हाइफा पोर्ट पर हूती विद्रोहियों ने ड्रोन के जरिए हमला किया है. यह वही पोर्ट है, जिसके संचालन के लिए भारत के उद्योगपति गौतम अडानी ने करार किया है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, हाइफा पोर्ट इजरायल के सबसे प्रमुख बंदरगाहों में से एक है, यहां से लगभग 99 फीसदी सामान समुद्र के रास्ते आता-जाता है.


ईरान के समर्थन वाले हूती लड़ाकों के प्रवक्ता याह्या सारी ने बुधवार को टीवी पर एक बयान में इस पोर्ट हमले पर के बारे में बताया. उसने कहा कि पुर्तगाली झंडे वाले कंटेनर जहाज को निशाना बनाया गया. हालांकि, इजरायल ने हूती विद्रोहियों के इस हमले से इनकार किया है.


इजरायली सेना के प्रवक्ता ने कहा कि ऐसी किसी भी घटना की जानकारी नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि हाइफा पोर्ट पर किसी असामान्य चीज का कोई संकेत नहीं मिला है. बता दें कि गाजा पर हमले के विरोध में हूती विद्रोहियों ने पिछले साल नवंबर से ही हमला शुरू कर दिया है.


4 जहाजों को बनाया गया था निशाना
इससे पहले रविवार को भी ऐसी ही हमले की खबर आई थी. यमन के हूती विद्रोहियों ने रविवार तड़के कहा था कि उन्होंने एक संयुक्त सैन्य अभियान चलाया था, जिसमें इजराइल के उत्तरी हाइफा बंदरगाह पर 4 जहाजों को निशाना बनाया गया था.


हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सारी ने कहा कि दोनों समूहों ने शनिवार को हाइफा बंदरगाह पर 2 सीमेंट टैंकरों और 2 मालवाहक जहाजों पर ड्रोन से हमला किया था. वहीं इजराइली सेना ने फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है. हालांकि, इजरायल ने महीने की शुरुआत में हूती विद्रोहियों के ऐसे दावों का खंडन किया था.


प्रतिबंध का किया था उल्लंघन
ये भी कहा गया कि जिन जहाजों पर हमला हुआ है, उन्होंने कुछ प्रतिबंधों का उल्लंघन किया था. यमन के हूती विद्रोहियों और एक इराकी आतंकवादी समूह ने दावा किया कि उन्होंने उत्तरी इजराइल में हाइफा बंदरगाह पर खड़े 4 जहाजों पर हमला किया. हूती विद्रोहियों ने कहा कि जहाज उन कंपनियों के थे, जिन्होंने कब्जे वाले फिलिस्तीन के बंदरगाहों में प्रवेश पर प्रतिबंध का उल्लंघन किया है.


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