Israel Hamas War: नीदरलैंड के शहर द हेग में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) में शुक्रवार (12 जनवरी) को इजरायल के खिलाफ केस पर सुनवाई हुई. आईसीजे में इजरायल के खिलाफ साउथ अफ्रीका ने केस दायर किया था. अलजजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, सुनवाई के दौरान साउथ अफ्रीका ने इजरायल पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए, जिनके बचाव में इजरायल ने अपना पक्ष रखा.


रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका ने इजरायल पर गाजा में नरसंहार करने का का दावा किया. दूसरी तरफ इजरायल ने आरोपों को अपमानजनक कहकर खारिज कर दिया. आईसीजे में दक्षिण अफ्रीका ने कहा कि इज़रायली बलों ने फ़िलिस्तीनियों की सामूहिक रूप से हत्या की है. आईडीएफ ने लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजने के बाद बमबारी की. जिससे बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं. 


दक्षिण अफ्रीका ने आईसीजे में क्या कुछ कहा?


आगे दक्षिण अफ्रीका ने आरोप लगाया कि इजरायल ने गाजा में लोगों को गंभीर मानसिक और शारीरिक नुकसान पहुंचाया है, जिसमें लगभग 60,000 लोग घायल हुए हैं. इजरायल ने बमबारी कर फिलिस्तीनियों को विस्थापित होने पर मजबूर किया है. इतना ही नहीं, आईसीजे में दक्षिण अफ्रीका ने कहा कि इजरायल की सेना ने गाजा की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर हमला किया है. यह सबकुछ स्पष्ट रूप से नरसंहार के इरादे को दर्शाता है. 


इजरायल ने भी रखा अपना पक्ष 


वहीं, इजरायल ने इन आरोपों को ख़ारिज करते हुए कहा कि इजरायल की सेना ने फ़िलिस्तीनी नागरिकों को नुकसान पहुंचाने का नहीं, बल्कि उन्हें बचाने का प्रयास किया है. यहां भी इजरायल ने गाजा में हुई मौतों के लिए फिलिस्तीनी चरमपंथी संगठन हमास को जिम्मेदार ठहराया, जो लगभग 24,000 तक पहुंच गई है. इजरायल ने दावा किया कि वह गाजा की मदद के लिए अंतरराष्ट्रीय सहायता समूहों के साथ बड़े पैमाने पर काम कर रहा है. 


इससे पहले शुक्रवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी केस दायर करने के लिए दक्षिण अफ्रीका की आलोचना की थी. उन्होंने कहा कि हम आतंकवादियों से लड़ रहे हैं और हम झूठ से भी लड़ रहे हैं. 


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