Israel–Hamas War: इजरायल-हमास में मंगलवार (24 अक्टूबर) को 18वें दिन भी जंग जारी रही. इस बीच गाजा में इजरायल के घातक एयस्ट्राइक में पिछले 24 घंटे में 704 लोगों की जान चली गई. न्यूज़ एजेंसी एपी के मुताबिक, ये दावा चमरपंथी संगठन हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय ने किया है.


इजरायल ने सात अक्टूबर को हमास के हमले के बाद एयरस्ट्राइक शुरू किया था. वहीं हमास ने मंगलवार को कहा कि उसने गाजा में नागरिकों पर हमले के जवाब में तेल अवीव की ओर रॉकेट दागे. वहीं तेल अवीव में सायरन की आवाजें सुनी गई. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, रॉकेट हमले में पांच इजरायली नागरिक जख्मी हुए हैं.


इजरायल की सेना ने क्या कहा?
इजरायली सेना के प्रवक्ता ने कहा है कि सेना की बमबारी का फोकस गाजा शहर और उत्तर में स्थित इलाके हैं. डैनियल हैगारी ने कहा कि हम वहां ताकत के साथ हमला करना जारी रखेंगे. सुरक्षा के लिए लोग दक्षिण की ओर चले जाएं.


एपी के मुताबिक, हमास ने बताया कि इस हमले में अब तक 2360 बच्चों समेत 5791 लोगों की जान जा चुकी है. इसमें 16 हजार से अधिक लोग जख्मी हैं. 1550 लोग लापता हैं. माना जा रहा है कि ये लोग एयरस्ट्राइक से तबाह इमारतों के मलबे में दबे हैं. वहीं इजरायल में 1400 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. 




फलस्तीन ने क्या कहा?
गाजा में इजरायली हमले में आई तेजी के बीच संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटारेस ने गाजा में अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून के उल्लंघन की निंदा की और उन्होंने तत्काल मानवीय युद्धविराम का आग्रह किया. उन्होंने कहा, ‘‘मैं स्पष्ट कर दूं कि सशस्त्र संघर्ष में कोई भी पक्ष अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून से ऊपर नहीं है.’’


उनके इस बयान के पर इजरायल ने कड़ी आपत्ति जताते हुए गुटारेस के इस्तीफे के मांग की. संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में इजरायल के स्थायी प्रतिनिधि गिलाद एर्दान (Gilad Erdan)ने कहा, "उन लोगों से बात करने का कोई औचित्य या मतलब नहीं है जो इजरायल के नागरिकों और यहूदी लोगों के खिलाफ किए गए सबसे भयानक अत्याचारों पर दया दिखाते हैं.'' उन्होंने आगे कहा कि कोई शब्द ही नहीं हैं. 


अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, वहीं शीर्ष फलस्तीनी राजनयिक ने यूएन की सुरक्षा परिषद को संबोधित किया. उन्होंने कहा, ''गाजा में हर परिवार शोक में है. कोई बचा नहीं है, कोई सुरक्षित नहीं है. एकजुटता कहां है? उनके प्रति सहानुभूति कहां है? उनकी हत्या पर आक्रोश कहां है?''




फ्रांस के राष्ट्रपति इजरायल पहुंचे
इस बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मंगलवार को इजरायल पहुंचे और उन्होंने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि फ्रांस और इजरायल साझा दुश्मन आतंकवाद को हराने के लिए साथ है.


मैक्रों ने इसके बाद वेस्ट बैंक में स्थित रामल्लाह में फलस्तीन के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्बास से मुलाकात की.


हमास ने बंधकों को किया रिहा
जंग के बीच सोमवार की रात को हमास ने दो और बंधकों को रिहा किया. न्यूज़ एजेंसी एपी के मुताबिक, इनमें से 85 वर्षीय महिला योचेवेद लिफशिट्ज ने मंगलवार (24 अक्टूबर) को बताया, ''उन्हें लाठियों से पीटा, उनकी पसलियों में चोट आई है और सांस लेने में मुश्किल हो रही है.''


योचेवेद समेत 200 से अधिक लोगों को हमास ने इजरायल पर हमला कर सात अक्टूबर को बंधक बना लिया था. हमास अब तक दो अमेरिकी समेत चार लोगों को रिहा कर चुका है. अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, बंधकों की रिहाई में कतर मध्यस्थता में अहम भूमिका निभा रहा है.


योचेवेद लिफशिट्ज ने बताया कि मकड़ी के जाल की तरह दिखने वाले सुरंगों के नेटवर्क तक पहुंचने के लिए उन्हें गीली जमीन पर कई किलोमीटर तक चलने के लिए मजबूर किया गया.




इजरायली हमलों की वजह से गाजा में विस्थापित हुए लोगों के सामने खाने-पीने और अन्य जरूरी सुविधाओं के सामानों की कमी बरकरार है. संयुक्त राष्ट्र सहायता एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए का कहना है कि कुल 54 सहायता ट्रकों ने गाजा में प्रवेश किया है.


क्या अपील की?
इजरायली सेना ने गाजा के लोगों से अपील की है कि वो बंधकों के बारे में जानकारी देते हैं तो वो सुरक्षा और मुआवजा मुहैया कराएगी. सेना ने एक्स पर कहा, "यदि आप अपने और अपने बच्चे के लिए बेहतर भविष्य चाहते हैं, तो हमें अपने क्षेत्र में अपहरणकर्ताओं के संबंध में जल्द से जल्द ठोस और उपयोगी जानकारी दें. इजरायली सेना आश्वस्त करती है कि वह आपको और आपके घर को सुरक्षा प्रदान करेगी.






गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इजरायली हमले की वजह से 40 मेडिकल सेंटर्स में ऑपरेशन निलंबित है. उत्तरी गाजा के सबसे बड़े प्राइवेट इंडोनेशियाई अस्पताल का कहना है कि उसने गहन चिकित्सा इकाई जैसे विभागों को छोड़कर सब कुछ बंद कर दिया है.


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