'पांच घंटे तक शरीर से बहता रहा खून, नहीं मिली कोई मदद,' इजरायली हमले में जर्नलिस्ट की मौत की दर्दनाक कहानी
Israel Hamas War: इजरायली सेना ने कबूल किया है कि उनके सैनिकों की गोलियों से तीन बंधकों की मौत हो गई है. सेना ने कहा कि उन्हें इस घटना पर अफसोस है.
Israel Hamas War: गाजा में इजरायली हमले में कतर की न्यूज़ चैनल अल-जजीरा के एक कैमरामैन की मौत हो गई हैं. हमले में मारे गए वीडियो जर्नलिस्ट समेर अबुदाका हमलों से बचने के लिए अपने सहयोगी वाएल दहदूह के साथ खान यूनिस के फरहाना स्कूल में चले गए थे.
अलजजीरा नेटवर्क ने कहा, "फिलिस्तीनी कैमरामैन समेर अबुदका इजरायली हमले में मारे गए. उनके साथी वाएल दहदूह गंभीर रूप से घायल हैं. वे दोनों घेराबंदी वाले इलाके के एक स्कूल में रिपोर्टिंग कर रहे थे."
हाथ और कंधे में बुरी तरह से घायल वाएल दहदूह ने अस्पताल के बिस्तर पर लेटे हुए अल-जजीरा को बताया कि जब हमला हुआ तो वह स्कूल से भाग गए, उनका काफी खून बह रहा था. थोड़ी दूर पर उन्हें एक एम्बुलेंस मिली. अल-जजीरा ने इजरायली हमले की निंदा की है और बताया है कि समेर अबुदाका का खून 5 घंटों तक बहता रहा लेकिन उसे कोई मदद नहीं मिली और उनकी मौत हो गई.
अपने ही नागरिकों पर सेना ने चला दी गोली
इजरायल सेना ने जंग के बीच एक ऐसी खबर दी है जिसके बाद इजरायल में सेना को लेकर ही सवाल उठने लगे हैं. इजरायली डिफेंस फोर्स ने बताया कि गाजा में जमीनी अभियान के दौरान उसने तीन बंधकों को गलती से मार दिया है.
सेना ने तीनों बंधकों की मौत पर अफसोस जाहिर किया है. सेना ने कहा, "हमारे सैनिकों ने तीनों बंधकों को गाजा के उत्तरी इलाके शेजैया में गोली मार दी." सेना ने कहा, "हमास की बंधक में 22 साल के समीर तलाल्का, 26 साल के एलोन शमरिज और 28 साल के योतम हैम को हमने गलती से मार दिया क्योंकि शुरू में वे हमें खतरा लग रहे थे." सेना ने बताया कि बंधकों के शव इजरायल लाए गए हैं जहां उनके पहचान की पुष्टि की गई.
During combat in Shejaiya, the IDF mistakenly identified 3 Israeli hostages as a threat and as a result, fired toward them and the hostages were killed. 1/1
— Israel Defense Forces (@IDF) December 15, 2023
घटना की हो रही है जांच
इजरायली सेना ने अनजाने में हुई इस घटना को लेकर कहा कि इसकी जांच की जा रही है. सेना ने परिजनों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर की है. योतम हैम हेवी मेटल बैंड 'पर्सेफोर' के एक ड्रमर थे. उन्हें आखिरी बार 7 अक्टूबर की एक वीडियो में देखा गया था. ये वीडियो कफर अजा में उनके घर के सामने का था, इसके बाद हमास ने उन्हें अगवा कर लिया था.
22 साल के तलाल्का किब्बुत्ज़ निर एम हैचरी में काम कर रहे थे, जहां वह अक्सर वीकेंड की शिफ्ट में काम करते थे. उन पर हमास के लड़ाकों ने किबुत्ज में हमला किया. एलोन शमरिज एक कंप्यूटर इंजनियर थे और उन्हें किबुत्ज कफार इलाके से अगवा किया था.