Israel Hamas War: गाजा पर एयरस्ट्राइक तेज, आईडीएफ का दावा- सुरंग से निकल रहे हमास के आतंकियों को किया ढेर, हमलों की जद में अस्पताल! | बड़ी बातें
Israel Hamas Conflict: हमास और इजरायल के बीच जंग रविवार (29 अक्टूबर) को 23वें दिन में पहुंच गई. इसके चलते अब तक मरने वालों की संख्या साढ़े नौ हजार के करीब पहुंच गई है.
Israel Palestine Conflict: हमास के खिलाफ गाजा में इजरायली सेना ने हवाई हमले तेज कर दिए हैं. जिन जगहों को निशाना बनाया जा रहा है उनमें एक प्रमुख अस्पताल के पास का स्थान भी हमले की जद में है. भोजन और अन्य बुनियादी चीजों के लिए हजारों की संख्या में लोग परेशान हैं. स्थानीय मीडिया के मुताबिक, फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने कहा कि रातोंरात गाजा में हजारों लोग भोजन और अन्य बुनियादी चीजों के लिए सहायता डिपो में घुस गए.
शुक्रवार देर रात इजरायली हमलों की वजह से गाजा में ज्यादातर संचार व्यवस्था ठप पड़ गई थी. रविवार (29 अक्टूबर) को इंटरनेट और फोन कनेक्टिविटी कई लोगों के लिए बहाल कर दी गई. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग को इजरायल के अस्तित्व की लड़ाई बताया है. सिक्योरिटी सर्विसेज पर उंगली उठाने पर आलोचना होने के बाद नेतन्याहू ने माफी भी मांगी है.
अब तक इस युद्ध के चलते दोनों पक्षों को मिलाकर जान गंवाने वालों का आंकड़ा साढ़े नौ हजार के करीब पहुंच गया है. जंग 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल पर हमास के अचानक और घातक हमले के साथ शुरू हुई थी जो रविवार को 23वें दिन में पहुंच गई. आइये जानते हैं इस घटनाक्रम की बड़ी बातें.
1. न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक, फिलिस्तीनी रेड क्रिसेंट सोसाइटी ने दावा किया है इजरायली हमलों ने गाजा के अल-कुद्स अस्पताल के कुछ हिस्सों को नुकसान पहुंचाया है. संस्था ने कहा कि इजरायली सेना की ओर से जगह खाली करने की दो फोन कॉल आने के बाद यह हुआ. वहीं, न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, अल-कुद्स अस्पताल के निदेशक बासम मौराद कहा कि उन्हें अस्पताल की इमारत खाली करने के लिए कई चेतावनियां मिली हैं.
2. अस्पताल प्रशासन ने कहा कि उसे खाली करना असंभव था क्योंकि बच्चों समेत सैकड़ों मरीजों का इलाज चल रहा है और वहां शरण लेने वालों में करीब 14,000 लोगों में से कई ऐसे फिलिस्तीनी भी हैं जो जंग की वजह से विस्थापित हुए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ने कहा कि लोगों के जीवन को खतरे में डाले बिना अस्पतालों को खाली करना असंभव होगा.
3. इजरायली सेना ने रविवार को कहा कि उसके जमीनी बलों ने हमास के कई आतंकियों को मार गिराया. आईडीएफ ने कहा कि आतंकी इरेज क्रॉसिंग के पास एक सुरंग से निकल रहे थे. हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि इजरायली सेना ने कितने आतंकियों को ढेर किया है.
4. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने कहा है कि उसके काफी सैनिकों ने रातभर में क्षेत्र (गाजा) में प्रवेश किया जबकि लड़ाकू विमानों ने हमास के 450 से ज्यादा ठिकानों पर हमला किया. 7 अक्टूबर के हमास के हमले के बाद से इजरायल गाजा पर हवाई हमले कर रहा है.
5. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि युद्ध लंबा और मुश्किलभरा होगा. नेतन्याहू ने शनिवार (28 अक्टूबर) को तीन हफ्ते से चल रहे युद्ध को इजरायल के अस्तित्व की लड़ाई करार दिया और कहा कि यह अब कभी नहीं होगा. नेतन्याहू ने युद्ध के दूसरी स्टेज में प्रवेश करने की घोषणा की और कहा कि हमास की ओर से बंधक बनाए गए 229 लोगों को वापस लाने के लिए इजरायल प्रतिबद्ध है.
6. अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा में हमास के नेता याह्या सिनवार का कहा है कि संगठन इजरायल के साथ तत्काल कैदियों की अदला-बदली के लिए तैयार है.
7. हमास के हमले के बाद 7 अक्टूबर से ही शुरू हुई इजरायली कार्रवाई के चलते गाजा में मरने वालों का आंकड़ा आठ हजार को पार कर गया है. अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली हमलों में गाजा में कम से कम 8,005 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. वहीं, हमास के हमलों में इजरायल में 1,400 से ज्यादा लोगों ने जानें गंवाई हैं. इंटरनेशनल चैरिटी सेव द चिल्ड्रेन ने रविवार को गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों का हवाला देते हुए एक बयान में कहा कि इस संघर्ष के शुरू होने के बाद गाजा में मारे गए बच्चों की संख्या 2019 के बाद वैश्विक स्तर पर सशस्त्र संघर्ष में जान गंवाने वाले मासूमों की संख्या से ज्यादा हो गई. बयान में कहा गया कि इस युद्ध में कम से कम 3,195 बच्चों की जानें चली गईं. संस्था ने बताया कि कब्जे वाले वेस्ट बैंक में 33 और इजरायल में 29 बच्चों की जानें गईं.
8. करीब तीन हफ्ते पहले दक्षिणी इजरायल में हुए हमास के हमले की वजह से इजरायल की सिक्योरिटी सर्विसेज पर सवाल उठते आए हैं. पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने भी शनिवार देर रात अपने एक बयान में कहा था कि हमास के जंग के मंसूबों को लेकर उन्हें कोई चेतावनी नहीं मिली थी. हमास के साथ जारी जंग के बीच इजरायली सिक्योरिटी सर्विसेज पर उंगली उठाए जाने पर नेतन्याहू की उनके सहयोगियों और विपक्षी नेताओं की ओर से आलोचना हुई, जिसके बाद नेतन्याहू ने रविवार (29 अक्टूबर) को अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी.
9. अमेरिका ने कहा है कि इजरायल को हमास के ठिकानों और नागरिकों के बीच अंतर करना चाहिए. व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने सीएनएन से बात करते हुए कहा कि इजरायल की सरकार और उसके सैन्य बलों को हमास और नागरिकों बीच अंतर करने के लिए उपलब्ध हर संभव साधन का इस्तेमाल करना चाहिए. बाद में एबीसी से बात करते हुए सुलिवन ने कहा कि हमास नागरिक आबादी के पीछे छिपा हुआ है, जो निर्दोष नागरिकों के बीच उसे पहचानने के लिए इजरायल पर अतिरिक्त बोझ डालता है.
10. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गाजा में तत्काल युद्धविराम और हमास की ओर से पकड़े गए बंधकों को छोड़े जाने के लिए अपना आह्वान दोहराया है. नेपाल की यात्रा के दौरान गुटेरेस ने कहा कि तत्काल मानवीय युद्धविराम होना चाहिए, सभी बंधकों को बगैर शर्त छोड़ा जाना चाहिए और गाजा के लोगों की जरूरत के हिसाब से उन्हें मानवीय राहत पहुंचाई जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से मानवीय संघर्ष विराम की मांग की जा रही है, खेद है कि इजरायल ने अपने मिलिट्री ऑपरेशन तेज कर दिए हैं. गुटेरेस 7 अक्टूबर के हमास के हमले में मारे गए दस नेपाली छात्रों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की.