गाजा में एक ही परिवार के 14 लोगों की मौत, ईरान ने इजरायल को ठहराया धमाकों के लिए जिम्मेदार, पढ़ें युद्ध से जुड़ी बड़ी बातें
Israel Hamas War Update: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने बुधवार को करमन प्रांत में हुए धमाकों के लिए इजरायल को जिम्मेदार बताया है, साथ ही अंजाम भुगतने की धमकी भी दी है.
Israel Hamas War: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने बुधवार (03 जनवरी) को पूर्व जनरल क़ासिम सुलेमानी की हत्या की चौथी बरसी पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान हुए धमाकों के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है. साथ ही इजरायल को चेतावनी देते हुए रायसी ने कहा है कि इस हमले के लिए इजरायल को बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी.
गौरतलब है कि बुधवार को ईरान के करमन प्रांत में हुए धमाकों में 103 लोगों की मौत हो गई, जबकि 141 लोग घायल हैं. ईरान ने इसे आतंकवादी हमले का नाम दिया है. 3 जनवरी, 2020 को बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी. ऐसे में उनकी चौथी बरसी पर सम्मान समारोह रखा गया था. जिसमें भारी भीड़ जमा हुई थी. ऐसे में ताबड़तोड़ दो धमाकों ने समूचे ईरान को दहला कर रख दिया.
ईरान के राष्ट्रपति ने इजरायल को दी चेतावनी
सीएनएन के अनुसार, रायसी ने कहा, 'मैं ज़ायोनी शासन को चेतावनी देता हूं: इसमें संदेह न करें कि आपको इस अपराध और आपके द्वारा किए गए अपराधों के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.' इस बीच, ईरानी राष्ट्रपति के राजनीतिक डिप्टी मोहम्मद जमशीदी ने भी विस्फोटों के पीछे इजरायल के साथ-साथ संयुक्त राज्य अमेरिका पर आरोप लगाया.
इजरायली हमले में एक ही परिवार के 14 लोगों की मौत
उधर, एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा कि हमारा ध्यान हमास के साथ लड़ाई पर है. रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार (4 जनवरी) को इजरायल गाजा पट्टी में जमकर बमबारी कर रहा है, ऐसे में एक घर पर हुई इजरायली बमबारी में एक ही परिवार के 14 लोग मारे गए और कई लोग घायल हैं.
संयुक्त राष्ट्र ने फिर जताई चिंता
रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिणी लेबनान पर ताजा इज़रायली हमलों में हिज़्बुल्लाह के नौ लोगों की मौत हुई है, जिसमें क स्थानीय हिज़्बुल्लाह अधिकारी भी शामिल है. इसी बीच संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि पिछले तीन दिनों से मानवतावादी एजेंसियां फिलिस्तीनी क्षेत्र के मध्य भाग में सहायता पहुंचाने में असमर्थ हैं. इस बीच अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने पुष्टि की है कि नरसंहार के आरोपों के संबंध में दक्षिण अफ्रीका और इजरायल 11 और 12 जनवरी को सार्वजनिक सुनवाई में मौखिक दलीलें देंगे.
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