इजरायल पर सीजफायर बढ़ाने के लिए बन रहा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दवाब, सड़कों पर उतर रहे लोग
Israel-Hamas Ceasefire: इजरायल-हमास युद्धविराम में एक दूसरे पर बंधकों को घंटों देरी से छोड़ने और शर्तों के उल्लंघन के आरोप लग रहे हैं. इजरायल पर सीजफायर के दिन बढ़ाने का घरेलू दबाव बन रहा है.
Israel-Hamas War: इजरायल-हमास के बीच चार दिनों का युद्धविराम जारी है. ऐसे में इजरायल को सीजफायर 4 दिन और बढ़ाने के दबाव का सामना भी करना पड़ रहा है. इससे इजरायली सेना को डर है कि अगर लंबे समय तक संघर्ष विराम रहा तो हमास को खत्म करने के उसके प्रयास कमजोर पड़ जाएंगे.
युद्धविराम की नाजुकता को देखा जाए तो हमास ने शनिवार (25 नवंबर) को घंटों की देरी और रुखेपन के बाद 39 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में 13 इजरायली बंधकों के सेकंड ट्रांच को रिलीज किया था. शुक्रवार (24 नवंबर) को भी 13 इजरायली बंधक मुक्त किए गए थे.
एएफपी एजेंसी के मुताबिक इजरायल-हमास के बीच करीब सात सप्ताह के निरंतर युद्ध के बाद कतर, अमेरिका और मिस्र के कई सप्ताह तक मध्यस्थता करने के बाद युद्धविराम के दौरान कुल 15 विदेशियों को भी रिहा किया गया था, जोकि पहली सफलता के रूप में देखा गया.
संघर्षविराम बढ़ने से इजरायल के ऊपर बढ़ेगा अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक दबाव
समझौते के तहत, चरमपंथियों की ओर से 240 बंधकों में से 50 को 150 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में 4 दिनों में मुक्त कर दिया जाएगा. वहीं, अब इस प्रक्रिया को लंबा करने का प्रयास भी किया जा रहा है. एक अंतर्निहित विस्तार तंत्र के साथ जब तक कि हर दिन कम से कम 10 इजरायली बंदी रिहा नहीं हो जाते.
बंधकों की वापसी की संख्या को बढ़ाने को लेकर इजरायल के भीतर ही इस तरह का दबाव ज्यादा बना हुआ है, लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस तरह से हमास को फिर से संगठित होने, उबरने, हथियारबंद होने और लड़ाई में पुन: लौटने के लिए लंबा वक्त भी मिल जाएगा. इसके बाद इजरायल के ऊपर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से कूटनीतिक दबाव भी बढ़ जाएगा.
“We have created conditions for the framework for the release of the first group of children and mothers held hostage during this pause. When the framework is completed, we will return to our operations with determination, for the continued release of the hostages and the… pic.twitter.com/WJnNvTgMvN
— Israel Defense Forces (@IDF) November 26, 2023
किंग्स कॉलेज लंदन के एंड्रियास क्रेग ने इजरायली सेना का जिक्र करते हुए कहा, "समय हमेशा की तरह इजरायल के खिलाफ और आईडीएफ के खिलाफ काम करता है."
इजरायली सेना हमास को 'कुचलने' के उद्देश्य को पूरा करने को दृढ़संकल्प
उन्होंने एएफपी एजेंसी को बताया कि एक तरफ आप सभी बंधकों को यह जानते हुए बाहर निकालना चाहते हैं कि आप उन्हें सैन्य रूप से बाहर नहीं निकाल सकते हैं और दूसरी तरफ आप इस युद्ध की गति को पूरी तरह से खोना नहीं चाहते हैं. उन्होंने कहा कि संघर्षविराम जितना अधिक समय तक चलेगा, युद्ध जारी रहने से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय उतना ही अधिक धैर्य खो देगा जबकि इजरायली सेना हमास को 'कुचलने' के अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है.
रक्षा मंत्री ने किया युद्धग्रस्त गाजा पट्टी में इजरायली सैनिकों का दौरा
रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने शनिवार को युद्धग्रस्त गाजा पट्टी में इजरायली सैनिकों का दौरा किया. भारी हथियारों से लैस सैनिकों से घिरे हुए गैलेंट ने कहा कि संघर्ष विराम की समयसीमा 'छोटी' है. इसमें हफ्ते नहीं लगेंगे, कमोबेश कई दिन लगेंगे. आगे की कोई भी बातचीत आग के बीच होगी.
'नरक से बाहर निकालो' के नारे के साथ सड़कों पर उतरे लोग
तेल अवीव विश्वविद्यालय के मोशे दयान सेंटर के एरिक रुडनित्ज़की ने कहा, "असली दबाव (संघर्षविराम को लंबा खींचने का) इजरायल के अंदर से बंधकों के परिवारों की तरफ से आ रहा है.'' तेल अवीव की सड़कों पर शनिवार को बाकी बंधकों को 'नरक से बाहर निकालो' के प्ले बोर्ड लेकर हजारों प्रदर्शनकारी एकत्र हुए थे.
'इजरायली बंधकों को मुक्त कराने को इजरायल पूरी तरह से प्रतिबद्ध'
एक इजरायली सैन्य अधिकारी ने कहा कि देश यथासंभव अधिक से अधिक बंधकों को मुक्त कराने को पूरी तरह से प्रतिबद्ध है लेकिन चिंता यह कि संघर्ष विराम के लंबा खींचने से हमास लड़ाई के लिए अपने को पुन: मजबूत बनाने में सक्षम हो जाएगा. एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर एजेंसी को बताया कि यह एक भयानक दुविधा है.
इजराइल ने किया हमास के शर्तों के उल्लंघन आरोपों का खंडन
उधर, इजराइल ने हमास के उन दावों का भी खंडन किया जिसमें बंधकों के दूसरे ग्रुप को छोड़ने में समझौते की शर्तों का उल्लंघन और घंटों देरी करने का आरोप लगाया था.