Israel Hamas Crisis: इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने गुरुवार (22 दिसंबर) को क्रिसमस की छुट्टियों से पहले विभिन्न ईसाई समुदायों के नेताओं की मेजबानी की. हालांकि गाजा में हमास के खिलाफ चल रहे युद्ध की वजह से इस बार मेहमानों का पारंपरिक स्वागत नहीं किया गया. राष्ट्रपति ने समुदाय के नेताओं से मौजूदा स्थिति और विभिन्न धार्मिक समुदायों की भलाई के लिए इजराइल राज्य की प्रतिबद्धता के बारे में बात की. उन्होंने नए साल में शांति की इच्छा जताई.


राष्ट्रपति हर्जोग ने इन मेहमानों के साथ 7 अक्टूबर को हमास की ओर से किए गए भयानक हमले के बारे में बात करते हुए कहा, "आतंकियों ने एक बर्बर हमला किया, जिसमें निर्दोष महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग व युवा मारे गए. इसके अलावा कई को बंधक बनाया गया, कुछ के साथ रेप किया गया. आतंकियों की प्रातड़ना सहने वालों में करीब 40 देशों के नागरिक थे.


बेहतर भविष्य के निर्माण की जताई उम्मीद


राष्ट्रपति हर्जोग ने बतायाकि कैसे पिछले वर्ष उन्होंने "पवित्र भूमि में ईसाई समुदायों की रक्षा और सुरक्षा के लिए स्पष्ट कदम उठाए हैं." उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि "सभी धार्मिक नेता और ईसाई जगत की सभी आवाजें 7 अक्टूबर को हुए हमास के हमलों औ की स्पष्ट निंदा करेंगी और इस पवित्र भूमि से बुराई को खत्म करने के हमारे प्रयासों का समर्थन करेंगी, ताकि एक अलग और बेहतर भविष्य का निर्माण किया जा सके. हर्जोग ने ईसाई नेताओं से कहा कि हमास का हमला ईसाई धर्म के खिलाफ था.


मेहमानों ने कहा, हम आपके साथ हैं


मेहमान के रूप में आए ग्रीक पैट्रिआर्क थियोफिलोस III ने राष्ट्रपति हर्जोग को धन्यवाद दिया और कहा: "आज हम अपनी बहुजातीय, बहुसांस्कृतिक और बहु-धार्मिक पवित्र भूमि के सभी लोगों के लिए महत्वपूर्ण समय में आपके साथ हैं."


7 अक्टूबर से दोनों के बीच चल रहा युद्ध


बता दें कि हमास और इजराइल के बीच करीब ढाई महीने से युद्ध चल रहा है. इस युद्ध का आगाज हमास ने किया था. उसने 7 अक्टूबर को इजरायली म्यूजिक फेस्टिवल में मौजूद कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया था, जबकि कई को बंधक बनाकर रख लिया था. इसके बाद इजराइल ने युद्ध का ऐलान कर दिया था.


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