Israel Hamas War: इजरायली सेना ने आतंक भड़काने और एक आतंकवादी संगठन के साथ संबंध होने के आरोप में अमेरिकी समाचार चैनल एनबीसी न्यूज़ के लिए काम करने वाले फिलिस्तीनी फ्रीलांसर मिरवत अल-अज़ेह को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद एनबीसी न्यूज़ ने मिरवत के साथ अपने सारे करार खत्म कर लिए हैं. 


यरुशलम पोस्ट के मुताबिक, पूर्वी यरुशलम में रहने वाली मिरवत अल-अज़ेह को 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले से संबंधित चार फेसबुक पोस्ट के लिए जेल में डाल दिया गया है. हालांकि मिरवत ने फेसबुक पोस्ट में क्या लिखा था इसकी जानकारी नहीं है. यह स्पष्ट नहीं है कि 45 वर्षीय अल-अज़ेह ने उन पोस्टों में क्या लिखा था, लेकिन यरुशलम पोस्ट क मुताबिक, पुलिस ने यरूशलम मजिस्ट्रेट कोर्ट में एक सुनवाई में मिरवत को "नागरिकों के खिलाफ किए गए भयानक कृत्यों को उकसाने और महिमामंडित करने वाला" बताया है. 


एनबीसी ने क्या कहा?


एनबीसी न्यूज ने कहा कि मिरवत अब उनके साथ काम नहीं कर पा रही है. एनबीसी के एक प्रवक्ता ने कहा, हमने हाल ही में मिरवत को एक फ्रीलांसर को तौर पर रखा था, हमें उनके व्यक्तिगत और सोशल मीडिया की जानकारी नहीं थी, जो इजरायली जांच की आधार है."


पैर पर फोन नंबर लिखकर दी गिरफ्तारी


मिरवत को एनबीसी ने फ्रीलांस प्रोड्यूसर के तौर पर काम पर रखा था. न्यू यॉर्क पोस्ट ने एनबीसी चैनल के एक अंदरूनी सूत्र के हवाले से बताया है कि एनबीसी न्यूज़ मिरवत के साथ काम करने के लिए उनके पुराने कामों की समीक्षा कर रही थी लेकिन उनके सामने ऐसा कोई मुद्दा नहीं आया था. 


यरूशलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली अधिकारियों ने कहा कि अल-अज़ेह पुलिस के पास गिरफ्तारी देने आई थी. इसके लिए वह अपना मन पहले ही बना चुकी थीं. पुलिस के पास वह बिना मोबाइल के पहुंची थीं. लेकिन वह अपने पैरों पर फोन नंबर लिखकर आयीं थीं.


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