Israel-Hamas Conflict: इजरायल-हमास के बीच जारी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है. इस बीच खबर सामने आई है कि इजरायली पुलिस इस जंग के दौरान यौन हिंसा व दुष्कर्म के कई मामलों को लेकर जांच में जुट गई है. इसके चलते पुलिस ने डॉक्यूमेंटेशन के लिए फोरेंसिक एविडेंस, वीडियो, गवाहों की गवाही इकट्ठा करने के साथ संदिग्धों से पूछताछ कर रही है.
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने जिन गवाहों से पूछताछ की है उन्होंने बयान दिया है कि हिंसा में पकड़ी गई महिलाओं और लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न किया गया. साथ ही शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर मार डाला गया.
'हमलों से जुड़े 60,000 से अधिक वीडियो क्लिप एकत्र'
इजरायल के पुलिस अधीक्षक डूडी काट्ज़ ने कहा कि अधिकारियों ने हमलों से जुड़े करीब 1,000 से ज्यादा बयान और 60,000 से अधिक वीडियो क्लिप एकत्र किए हैं. इसमें उन लोगों के अकाउंट को भी शामिल किया गया है कि जिन्होंने महिलाओं के साथ रेप होते देखने की सूचना दी थी. उन्होंने कहा कि जांचकर्ताओं के पास प्रत्यक्ष गवाही नहीं है और यह स्पष्ट नहीं है कि कोई रेप पीड़िता जीवित बची है या नहीं.
पुलिस आयुक्त शबताई याकोव ने कहा कि जांच से संभावित रूप से मुकदमा चलाया जा सकता है लेकिन अभी फिलहाल डॉक्यूमेंटेशन प्राथमिक मिशन है. हिब्रू यूनिवर्सिटी के एक मानवाधिकार कानून विशेषज्ञ कोचाव एल्कायम-लेवी ने अत्याचारों के सबूत दस्तावेज करने के लिए सहयोगियों के साथ एक नागरिक आयोग का गठन किया है.
'दुष्कर्म की शिकार महिलाओं की कर दी गई हत्या'
लेवी ने बताया, ''उनके साथ जो कुछ भी हुआ है वह हम कभी नहीं जान पाएंगे. हम जानते हैं कि जिन महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया गया और जिन पर यौन हमला किया गया उनमें से अधिकांश की हत्या भी कर दी गई.''
'महिलाओं व बच्चोंं के अपमान से कहीं ज्यादा बुरी यूएन की चुप्पी'
उन्होंने हमास हमले के ठीक एक सप्ताह बाद संयुक्त राष्ट्र के एक बयान की तरफ इशारा किया जिसमें यौन हिंसा का जिक्र नहीं था. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के बारे में कहा, 'यह चुप्पी इजरायली महिलाओं और हमारे बच्चों और लोगों के अपमान से कहीं अधिक बुरा है. उन्होंने यह भी कहा, "जब वे हमें स्वीकार करने में, यहां जो कुछ हुआ उसे स्वीकार करने में विफल हो रहे हैं, तो वे मानवता को विफल कर रहे हैं."
रिपोर्ट में कई चौकाने और हैरान करने वाले पहलुओं का विस्तार से जिक्र किया गया है. किबुत्ज़ बेरी में हुए नरसंहार का भी खुलासा किया गया है. वहीं, हमास-नियंत्रित गाजा के अधिकारियों के मुताबिक, इजरायली हमलों में 11,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं.
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