Israel Palestine Conflict: इस्राइल-हमास युद्ध में मंगलवार को गाजा पट्टी में अल-अहली अरब अस्पताल पर मिसाइल अटैक में कम से कम 500 लोगों की मौत हुई है. इस घटना के बाद से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी उथल-पुथल मच गया है. इस भीषण हमले के बाद फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और पश्चिम एशियाई नेताओं के साथ बुधवार (18 अक्टूबर) को होने वाली बैठक में शामिल होने से इंकार कर दिया है.


अल जजीरा चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, जॉर्डन के अम्मान में बुधवार को यह बैठक प्रस्तावित थी. इसमें अब्बास के अलावा जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी को अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ बैठक करनी थी. बैठक में इजराइल-हमास युद्ध के ताजा हालात पर चर्चा करनी थी. पर अब इन तीनों ने बैठक कैंसल कर दी है.


तुर्किए भी हुआ हमले से नाराज


वहीं, तुर्किए भी इस हमले से काफी नाराज हुआ है. तुर्किए के राष्ट्रपति एर्दोगन ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोल्ट में कहा, 'ऐसे अस्पताल पर हमला करना जहां महिलाएं, बच्चे और निर्दोष नागरिक हैं, वह इजरायल का एक नवीनतम हमला है जो दिखाता है कि उसमें मौलिक मानवीय मूल्य नहीं हैं.”


वहीं, ईरान समर्थित हिजबुल्ला ने भी इस विस्फोट की निंदा करते हुए इसे आक्रोश दिवस ​​का आह्वान किया है और इस 'नरसंहार' के लिए इज़राइल को दोषी ठहराया. द टाइम्स ऑफ इज़राइल के अनुसार, हिजबुल्ला ने मंगलवार को हमले को 'नरसंहार' और 'क्रूर अपराध' बताते हुए कहा, 'कल, बुधवार को दुश्मन के खिलाफ आक्रोश का दिन होगा.'


इस हमले पर क्या कहा इजरायल ने


वहीं, आरोपों से घिरे इजरायल डिफेंस फोर्सेज के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने दावा किया है कि इजराइली सेना ने गाजा पट्टी में अल-अहली बैपटिस्ट अस्पताल पर हमला नहीं किया था. अस्‍पताल पर गिरने वाला रॉकेट इस्लामिक जिहाद आतंकवादी संगठन का था जो उनकी ओर से लॉन्चिंग के दौरान मिसफायर हो गया था.


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