Israel Hamas War Highlights: गाजा से लगी फ्रंटलाइन पर सैनिकों से मिले बेंजामिन नेतन्याहू, पूछा- अगली स्टेज के लिए तैयार हो?
Israel Hamas War Conflict: इजरायल और हमास के बीच चल रहा युद्ध दिन-ब-दिन खतरनाक मोड़ पर पहुंचता जा रहा है. हर दिन इजरायल अपने हमले में इजाफा करता जा रहा है, जिससे युद्ध रुकने संकेत नहीं मिल रहे हैं.
वफा समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल ने अपने कब्जे वाले वेस्ट बैंक में 50 से अधिक फलस्तीनियों को गिरफ्तार किया है.
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-कुद्रा का कहना है कि गाजा पट्टी के 70 प्रतिशत निवासी अब स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अस्पतालों की ओर जाने वाली सड़कों के भारी विनाश के कारण एम्बुलेंस कर्मचारियों को पीड़ितों को निकालने में बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.
इजरायल डिफेंस फोर्सेज ने एक बयान जारी कर कहा कि सेना जमीन पर अपने अभियान का विस्तार करने की तैयारी कर रही है. इसमें कहा गया है, "आईडीएफ सैकड़ों-हजारों रिजर्व कर्मियों की मदद से (गाजा में) व्यापक हमले के लिए तैयार हो रहा है." हालांकि, हमला कब होगा, इसका समय नहीं बताया गया है. इजरायल ने गाजा के उत्तर में निवासियों को जगह छोड़कर जाने के लिए कहा है. नए बयान में कहा गया है कि इजरायली सेना हवा, समुद्र और जमीन को शामिल करते हुए आक्रामक योजना बना रही है. जरूरी लड़ाकू उपकरण पहले ही संबंधित स्थानों पर भेज दिए गए हैं और आईडीएफ बटालियन और सैनिक देशभर में तैनात हैं.
इजरायल और हमास संघर्ष के बीच जहां मध्य पूर्व के कई इलाकों में फलस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन हो रहे हैं वहीं इंग्लैंड और स्कॉटलैंड में भी फलस्तीनी समर्थकों ने मार्च निकाले. मैनचेस्टर, कैम्ब्रिज, लिवरपूल, एक्सेटर, प्लायमाउथ और ग्लासगो में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किए.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाडेन ने शनिवार (14 अक्टूबर) को अपने X हैंडल से पोस्ट किया, अमेरिका हमास के हमले के मानवीय परिणामों को कम करने के लिए मदद बढ़ाने को इजरायल, मिस्र, जॉर्डन की सरकारों और संयुक्त राष्ट्र के साथ काम कर रहा है...''
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि पिछले शनिवार से संघर्ष शुरू होने के बाद से गाजा में 28 चिकित्सा कर्मचारी मारे गए हैं. बयान में यह भी कहा गया है कि गाजा पट्टी में दो अस्पताल सेवा से बाहर हैं और 15 अन्य मेडिकल सेंटर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. हालांकि, बीबीसी ने कहा है कि उसने अभी इन आंकड़ों की पुष्टि नहीं की है.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने X हैंडल पर एक वीडिया शेयर किया है, जिसमें उन्हें इजरायली सैनिकों से मुलाकात और बातचीत करते देखा जा रहा है. पोस्ट में वह लिखते हैं, ''गाजा के लगने वाली अग्रिम पंक्ति पर सैनिकों के साथ. हम सभी तैयार हैं.'' बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, उनके कार्यालय के एक अलग बयान में कहा गया है कि नेतन्याहू ने गाजा पट्टी के बाहर इजरायली पैदल सैनिकों से कहा, ''क्या आप अगले चरण के लिए तैयार हैं? अगला चरण आ रहा है.''
अमेरिका और चीन ने इजरायल और हमास की जंग के मुद्दे पर चर्चा की है. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अपने चीनी समकक्ष वांग यी के साथ फोन पर चर्चा की है. ब्लिंकन ने बीजिंग से यह सुनिश्चित करने में मदद मांगी है कि इजरायल और हमास संघर्ष मध्य पूर्व के अन्य देशों तक न फैले. जवाब में वांग यी ने कहा है कि वाशिंगटन को रचनात्मक और जिम्मेदार भूमिका निभानी चाहिए.
हमास के एक पूर्व नेता ने पिछले हफ्ते (7 अक्टूबर) दक्षिणी इजरायल पर चरमपंथी संगठन के हमले पर कहा है कि लड़ाकों ने जो किया वह इजरायल के कब्जे को खत्म करने का एक प्रयास था और उन पर गर्व है. तुर्किए के हैबर्टर्क टीवी से बात करते हुए हमास के विदेशी मामलों के प्रमुख खालिद मेशाल ने कहा कि संघर्ष पिछले हफ्ते नहीं, बल्कि 1948 में शुरू हुआ था. मेशाल ने कहा, ''इजरायल कहता रहा है कि उनकी सेना सबसे मजबूत और अपराजेय है, जब हमने देखा कि वे कुछ ही घंटों में हार गए, तो हमें भी आश्चर्य हुआ." जब पूर्व हमास नेता से नागरिकों, बच्चों और बुजुर्गों पर हमास के हमलों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "हम उन्हें (इजरायल) ऐसा नहीं करने के लिए कहते रहे लेकिन युद्ध के समय में ऐसी घटनाएं हो सकती हैं. क्या इजरायल हमेशा यही नहीं कहता है कि उन्होंने क्या यह (नागरिकों की हत्या) जानबूझकर किया है? उन्होंने कहा, ''हम इस जमीन के मालिक हैं. जब दुश्मन बाहर से आता है, चाहे सैनिक हों या नागरिक, वे सभी दुश्मन होते हैं. जो कोई मेरी जमीन पर (कब्जा करने) आता है, वह दुश्मनऔर दोषी है."
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि गाजा के अस्पतालों में भर्ती मरीजों को सहायता जरूर पहुंचनी चाहिए. अलजजीरा के मुताबिक, डब्ल्यूएचओ की प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने कहा, "अस्पताल भरे हुए हैं, लोगों को इलाज नहीं मिल पा रहा है, झुलसे हुए बच्चों को दर्द से राहत नहीं मिल रही है, यह बिल्कुल गंभीर (स्थिति) है." बता दें कि डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने गाजा के लिए मानवीय गलियारा खोलने पर चर्चा के लिए गुरुवार को मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सिसी से मुलाकात की थी. हैरिस ने कहा, ''मिस्र सीमा खोलने पर सहमत हो गया है, लेकिन दूसरा पक्ष, जिसका अर्थ है इजरायल, वो अभी तक सहायता वितरण के लिए सहमत नहीं हुआ है.''
सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान ने अपने अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात के बाद गाजा और इजरायल में हताहतों को लेकर संवेदना जताई और हिंसा की निंदा की. अलजजीरा के मुताबिक, उन्होंने कहा, ''यह एक परेशान करने वाली और बेहद कठिन स्थिति है. ...दोनों तरफ की नागरिक आबादी प्रभावित हो रही है. अब प्राथमिकता नागरिकों की आगे की पीड़ा को रोकने की है और यहां हमें शांति वापस लाने के लिए स्थिति के लिए तरीका खोजने की जरूरत है, कम से कम बंदूकों को रोकना होगा और फिर मानवीय चुनौतियों का समाधान करने की दिशा में काम करना होगा.''
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मिस्र ने शनिवार को गाजा में फलस्तीनी लोगों के लिए भोजन और अन्य आपूर्ति सहित 1,000 टन मानवीय सहायता से भरे 100 से अधिक ट्रक भेजा है.
इजरायल-फलस्तीन संघर्ष पर हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने कहा, "एकतरफा फैसले नहीं किए जा सकते...हमने हमेशा महसूस किया है कि इस मुद्दे (इजरायल-फलस्तीन संघर्ष) का समाधान ढूंढना होगा. फलस्तीन के लोगों के अधिकार उन्हें दिए जाने चाहिए..हमें लगता है कि फलस्तीन के लोगों को उनके बुनियादी अधिकार दिए जाने चाहिए और इजरायल के लोग भी शांति से रह सकेंगे. हम किसी समुदाय या देश के ख़िलाफ़ नहीं हैं."
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रियाद में सऊदी समकक्ष से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा, "जैसा कि इजरायल अपने लोगों की रक्षा करने के वैध अधिकारों का पालन कर रहा है. साथ ही यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि ऐसा दोबारा न हो. हम सभी को नागरिकों का ध्यान रखना चाहिए और हम यह काम कर रहे हैं." उन्होंने आगे कहा कि हममें से कोई भी, किसी भी तरफ के नागरिकों की पीड़ा को नहीं देखना चाहता, चाहे वह इजरायल में हो, गाजा में या फिर कहीं और. और हम उनकी रक्षा के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे है.
इजरायल और मिस्र ने कहा है कि अमेरिकी नागरिक गाजा से रफा बॉर्डर के रास्ते बाहर जा सकते हैं.इजरायल और मिस्र की सरकारों ने कहा है कि रफा बॉर्डर स्थानीय समयानुसार आज यानी शनिवार को दोपहर 12 बजे से शाम पांच बजे तक खुला रहेगा. लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि गाजा पर नियंत्रण रखने वाला हमास अमेरिकी नागरिकों को इस क्षेत्र से जाने देगा या नहीं.
हमास ने अपने ताजा बयान में कहा है कि शुक्रवार को इजरायल ने दर्जनों फिलिस्तीनियों की हत्या कर दी, जब वे निकासी आदेश के बाद दक्षिणी गाजा की ओर जा रहे थे. यह एक जघन्य अपराध है.यह नरसंहार इजरायल के झूठ और धोखे की सीमा को उजागर करता है.
इजरायली सेना ने रविवार को कहा कि उसने हमास "नुखबा" कमांडो बल के एक कंपनी कमांडर अली कादी को मार डाला है. अली ने पिछले हफ्ते गाजा पट्टी के पास इजरायली समुदायों पर हमले का नेतृत्व किया था.
हमास के साथ जारी जंग के बीच सऊदी अरब ने इजरायल के साथ सामान्य बातचीत रोक दी है.
गाजा पट्टी में स्वास्थ्य मंत्रालय ने इजरायल की बमबारी में मरने वालों की संख्या को अपडेट किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 724 बच्चों सहित कम से कम 2,215 फलस्तीनी मारे गए हैं और 8,714 अन्य घायल हुए हैं.
जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला इजरायल-हमास युद्ध को समाप्त करने के लिए समर्थन जुटाने हेतु यूरोपीय दौरे की शुरुआत करेंगे . विदेश मंत्री अयमान सफादी ने राज्य मीडिया के जरिये इस बात की जानकारी दी. अब्दुल्ला ने शुक्रवार को जॉर्डन की राजधानी अम्मान में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की थी.
तुर्किए के विदेश मंत्री हकन फिदान ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी से मुलाकात की. बैठक के दौरान गाजा पर इजरायली हमले और गाजा को मानवीय सहायता पर चर्चा की गई.
ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने कहा है कि इजरायल की ओर से किए गए युद्ध अपराधों की जिम्मेदारी दुनिया की है. उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ज़ायोनी यूनिट पूरे एक सप्ताह में फलस्तीनी नागरिकों को मारने के अलावा कुछ भी हासिल करने में असमर्थ रही. तेहरान और रियाद फलस्तीन का समर्थन करने और नागरिकों के खिलाफ इजरायल के अपराधों की निंदा करने पर सहमत हैं. अब्दुल्लाहियन ने यह भी कहा कि हालांकि तनाव बढ़ने पर राजनीतिक समाधान संभव है, लेकिन अभी भी बहुत देर हो सकती है.
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों में गाजा में इजरायली हवाई हमलों में 324 फलस्तीनी मारे गए हैं और 1,000 अन्य घायल हुए हैं.
अल जज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक गाजा पट्टी से इजरायल की ओर रॉकेटों दागे गए हैं.
पिछले हफ्ते हमास की तरफ से इजरायल पर किए गए हमले में 1,300 से ज्यादा लोग मारे गए थे. AFP समाचार एजेंसी ने अपने राष्ट्रीय अधिकारियों से मिली जानकारी के आधार पर 100 से अधिक विदेशियों की एक सूची तैयार की है जिनकी मृत्यु, लापता या बंधक बनाए जाने की पुष्टि की गई है.
अमेरिका: 27 मरे
थाईलैंड: 24 मरे
फ्रांस: 15 मरे
नेपाल: 10 मरे
अर्जेंटीना: सात मरे
यूक्रेन: सात मरे
रूस: चार मरे
यूके: चार मरे
चिली: चार मरे
ऑस्ट्रिया: तीन मरे
बेलारूस: तीन मरे
कनाडा: तीन मरे
चीन: तीन मरे
फिलीपींस: तीन मरे
ब्राज़ील: तीन मरे
पेरू: दो मरे
रोमानिया: दो मरे
ऑस्ट्रेलिया, अज़रबैजान, कंबोडिया, आयरलैंड, पुर्तगाल, स्पेन, स्विट्जरलैंड, कोलंबिया, पैराग्वे: एक मृत
जर्मनी, मेक्सिको: कई बंधक बनाये गये
इटली, पैराग्वे, श्रीलंका, तंजानिया: कई लापता
अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा विश्लेषक युसूफ अलबार्डा ने दावा किया है कि इजरायल एक जमीनी हमले की तैयारी कर रहा है जिसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में हताहत होने की संभावना है, जिसको नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. अलबार्डा ने अल जज़ीरा को बताया कि इजरायल हमास को खत्म करने और नागरिकों को निकालने की कोशिश करेगा, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेबियस ने कहा है कि गाजा में तत्काल स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करने के लिए मेडिकल सप्लाई के साथ एक विमान मिस्र के अल-अरिश में राफा क्रॉसिंग के पास उतरा है. उन्होंने कहा कि क्रॉसिंग के माध्यम से मानवीय पहुंच स्थापित होते ही हम सप्लाई चेन शुरू करना जारी रखेंगे.
गाजा अस्पताल के चिकित्सा प्रमुख के अनुसार उत्तरी गाजा पट्टी के एक अस्पताल ने इजरायली सेना की ओर से जारी जगह को खाली करने के आदेश को मानने से इनकार कर दिया. उत्तरी गाजा के जबालिया में स्थित अल-अवदा अस्पताल के अहमद मुहन्ना ने अनादोलु समाचार एजेंसी को बताया कि शुक्रवार को मुझे इजरायली सेना से फोन आया और हमसे अस्पताल खाली करने के लिए कहा, लेकिन हमने मना कर दिया. अल-अवदा अस्पताल में 35 डॉक्टरों की टीम कर रही है.
मिस्र गाजा के साथ बॉर्डर शेयर करने वाला एकमात्र अरब राज्य है. वहीं जॉर्डन इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक के बगल में है. दोनों ने फलस्तीनियों को उनकी जमीन से जबरन हटाने के खिलाफ इजरायल को चेतावनी दी है. मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने गुरुवार को कहा कि ये मामला अरब देशों से जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि फलस्तीनी लोग दृढ़ रहें और अपनी सरजमीं पर मौजूद रहें. जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला ने कहा कि फलस्तीनियों को सभी फलस्तीनी क्षेत्रों से जबरन विस्थापित करने या उनके आंतरिक विस्थापन का कारण बनने के किसी भी कोशिश के खिलाफ इजरायल को चेतावनी देता हूं.
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार इज़रायली बमबारी में गाजा पट्टी में 1,300 से अधिक इमारतें नष्ट हो गई हैं. विश्व निकाय की मानवीय एजेंसी OCHA ने कहा कि उन इमारतों में 5,540 आवास नष्ट हो गईं और लगभग 3,750 से अधिक घर इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए कि वे रहने लायक नहीं रहे हैं.
अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली हवाई हमलों में मारे गए गाजा के लोगों को हॉस्पिटल के रेफ्रिजरेटर की जगह आइसक्रीम रेफ्रिजरेटर में रखा जा रहा है. इस पर गाजा अस्पताल के कर्मचारियों ने कहा कि वो फलस्तीनियों के शवों को नहीं रख सकते हैं.
फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से कब्जे वाले वेस्ट बैंक में इजरायली गोलीबारी में कम से कम 52 फलस्तीनी मारे गए हैं. जेरिको शहर में इजरायली सैनिकों की गोलीबारी में एक फलस्तीनी की मौत हो गई. फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 27 वर्षीय महमूद शहादे को सिर में गोली लगने के बाद जेरिको स्टेट अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं सके.
इजरायली बलों ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक के कई क्षेत्रों पर छापेमारी की है. फलस्तीनी सूत्रों ने कहा है कि अब तक कम से कम 34 फलस्तीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है. इजरायली सेना ने जेनिन पर भी छापा मारा. इस जगह पर फलस्तीनी के कुछ समूह के लोग रहते हैं, जो हथियार रखते हैं. इस क्षेत्र में पहले भी फलस्तीनी लड़ाकों और इजरायली सेनाओं के बीच झड़पें हो चुकी हैं. लेकिन इजरायली सेना ने अब जेनिन को छोड़ दिया है.
इज़रायल की सेना का कहना है कि उसने दक्षिणी लेबनान से पार करने की कोशिश कर रहे तीन लड़ाकों को मार गिराया है. इज़रायली सेना के प्रवक्ता ने कहा कि सेना ने आतंकवादी सेल की पहचान की, जिसने लेबनान से इजरायली क्षेत्र में घुसपैठ करने का प्रयास किया था. उन्होंने कहा कि एक ड्रोन हमले में सेना ने आतंकवादी सेल को निशाना बनाया और कई आतंकवादी मारे गए".
फलस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन (PLO) की कार्यकारी समिति के सचिव हुसैन अल शेख ने कहा है कि वे तत्काल युद्धविराम और गाजा पट्टी में फलस्तीनी लोगों के लिए मानवीय मदद पहुंचाने के लिए अरब संबंधी और कई देशों के साथ गहन संपर्क में है. अल शेख ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि इस विनाशकारी युद्ध की आपदाओं से बचाने, नागरिकों की रक्षा करने, उनके विस्थापन को रोकने की कोशिश कर रहे हैं.
गाजा के हॉस्पिटल की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटें में इजरायली हवाई हमलों की वजह से 20 बच्चे सहित 256 लोग मारे गए हैं और 1,788 लोग घायल हुए हैं. फलस्तीनी WAFA समाचार एजेंसी के एक संवाददाता ने बताया कि इजरायली सेना ने गाजा शहर के ताल अल-हवा पड़ोस और रेड क्रिसेंट के अल-कुद्स हॉस्पिटल को निशाना बनाया, जहां सैकड़ों परिवारों ने इजरायली बमबारी से सुरक्षा की मांग करते हुए शरण ली थी. डब्ल्यूएएफए की रिपोर्ट के अनुसार इजरायली बमबारी ने पूरी पट्टी में दर्जनों घरों और आवासीय इमारतों को खत्म कर दिया है. इसकी वजह से दक्षिण में स्थित नासिर और अबू यूसुफ अल-नज्जर हॉस्पिटल बमबारी से क्षतिग्रस्त होने के बाद अब घायलों की मदद करने में सक्षम नहीं हैं.
इज़रायली सेना का कहना है कि वो गाजा में फलस्तीनियों को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच उत्तर में बेत हनौन से दक्षिण में खान यूनिस तक सुरक्षित आवाजाही की अनुमति देगी. इज़रायली सेना के प्रवक्ता अविचाई अद्राई ने कहा कि गाजा के निवासी दो सड़क अल-बहर और सलाह अल-दीन का इस्तेमाल करते हुए बिना किसी नुकसान के बाहर जा सकते हैं.
इजरायली सेना ने दावा किया है कि हवाई हमले में हमास के शीर्ष कमांडर की मौत हो गई है. हालांकि, इस पर चरमपंथी हमास समूह की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई है. इजरायली सेना कहा कि पिछले दिनों मुराद अबू मुराद की मौत हो गई जब लड़ाकू विमानों ने हमास के एक परिचालन केंद्र पर हमला किया जहां से समूह अपने हमले को कंट्रोल करता था.
इजरायली सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल कॉनरिकस का कहना है कि वो हमास और उसकी सैन्य क्षमताओं को पूरी तरह से नष्ट कर देंगे. इसके लिए इजरायली रिजर्व सैनिक गाजा पट्टी के चारों ओर ऑपरेशन के अगले चरण के लिए तैयार हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य बहुत स्पष्ट है. इस युद्ध के अंत में हम ऐसा करेंगे की मास फिर कभी इजरायली नागरिकों या सैनिकों को कोई नुकसान पहुंचाने की क्षमता न रखे.
इजरायली सेना ने पूर्वी और पश्चिमी गाजा पट्टी पर गनबोटों और टैंकों से तोपखाने की गोलाबारी फिर से शुरू कर दी है. इस बात की जानकारी अनादोलु संवाददाता ने अपने रिपोर्ट के हवाले से दी.
थाईलैंड के प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन ने घोषणा की है कि हमास के हमले के बाद उनके देश के तीन और नागरिक मारे गए हैं, जिससे थाईलैंड के नागरिकों की मौत की संख्या 24 हो गई है. श्रीत्था ने कहा कि उनका प्रशासन इजरायल में फंसे अपने नागरिकों को जल्द से जल्द घर लाने के लिए निजी क्षेत्र के साथ समन्वय बनाकर काम कर रहा है.
इजरायल की ओर से फलस्तीनियों को उत्तरी गाजा छोड़ने का आदेश देने के बाद दूसरे नकबा की गूंज शुरू हो गई है.कई फलस्तीनियों के लिए ये पल 1948 में उनके पूर्वजों के अनुभवों को दोबारा गूंजने लगा है, जब मिलिशिया और फिर नवगठित इजरायली सेना ने 500 से अधिक फलस्तीनी गांवों और कस्बों को नष्ट कर दिया था. हजारों लोग मारे गए और 750,000 से अधिक फलस्तीनियों को उनकी जमीन से उखाड़ फेंक दिया गया.
इजरायली सेना का कहना है कि उसने पुष्टि की है कि गाजा में हमास आतंकवादी संगठन ने 120 से अधिक नागरिकों को बंदी बना कर रखा है. इन्हें 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमले के दौरान अगवा कर लिया गया था.
इजरायली सेना लगातार पिछले 7 दिनों से गाजा पट्टी पर ताबड़तोड़ हमला कर रही है. इन 7 दिनों में फलस्तीनीयों के गाजा पट्टी पर काफी नुकसान है. इस दौरान 22,600 घर बर्बाद हो चुके हैं, 90 शैक्षिक संस्थान तबाह हो चुकी है, 18 इबादत गह, 19 मेडिकल सेंटर अपनी क्षमता के मुताबिक काम नहीं कर रही है. 20 एंबुलेंस बुरी तरह बर्बाद, 70 फैक्ट्री और 49 मीडिया ऑफिस खत्म हो चुकी है
इजरायली बमबारी के कारण गाजा में 423,000 से अधिक लोग अपने घरों से भागने के लिए मजबूर हो गए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि गाजा का हेल्थ सिस्टम ब्रेकिंग पॉइंट पर पहुंच गई है और मानवीय आपदा को रोकने के लिए बहुत कम समय बचा है.
यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल ने कहा कि एक दिन में दस लाख से अधिक फलस्तीनियों को उत्तरी गाज़ा छोड़ने का इज़रायली सेना के आदेश को पूरी तरह से लागू करना असंभव है. जोसेप बोरेल ने शनिवार (14 अक्टूबर) को बीजिंग में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ये कैसे कल्पना कर सकते है कि आप गाजा जैसी स्थिति में 24 घंटे में दस लाख लोगों को स्थानांतरित कर सकते हैं. इससे केवल मानवीय संकट पैदा होगा.
इजरायली सैनिकों ने यरूशलेम के पास कलंदिया शरणार्थी शिविर पर हमला किया है. इस बात की जानकारी अली जजीरा ने अपनी रिपोर्ट के हवाले से दी है. हालांकि, इस हमले में किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं है. इससे पहले वेस्ट बैंक जेरिको में इजरायल ने दो फलस्तीनी शरणार्थी शिविरों में अलग-अलग छापे मारे, जिसमे दो लोग घायल हो गए.
यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने शुक्रवार (13 अक्टूबर) को इजरायल के नेताओं के साथ बैठक की. उन्होंने बैठक में गाजा पर इजरायल की बमबारी, क्षेत्र की सैन्य नाकाबंदी और 1.1 मिलियन लोगों को 24 घंटे के भीतर गाजा पट्टी छोड़ने के अल्टीमेटम का कोई उल्लेख नहीं किया.
सऊदी अरब ने फलस्तीनी क्षेत्र गाजा में चल रही इजरायली बमबारी में नागरिकों को निशाना बनाने को स्पष्ट रूप से खारिज किया है. सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान अल-सऊद के हवाले से सऊदी पोस्ट ने अपने ब्रिटिश समकक्ष जेम्स क्लेवरली को एक फोन कॉल में बताया कि रियाद भी सैन्य वृद्धि पर तत्काल रोक और गाजा में घेराबंदी हटाना चाहता है.
हिजबुल्लाह के उप प्रमुख नईम कासिम ने शुक्रवार को कहा कि सही समय आने पर वो इजरायल के खिलाफ युद्ध में अपने फलस्तीनी सहयोगी हमास के साथ शामिल होने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार (13 अक्टूबर) को इजरायल में लापता अमेरिकियों के परिवार के सदस्यों से लगभग 45 मिनट बात की. इस बात की जानकारी लापता अमेरिकी सगुई डेकेल-चेन के पिता ने दी.
नॉर्वे के नॉर्वेजियन रिफ्यूजी काउंसिल के महासचिव जान एगलैंड ने इजरायल के गाजा निकासी आदेश की निंदा करते हुए कहा कि ये एक युद्ध अपराध है. स्काई न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में, एगलैंड ने पश्चिमी और अरब देशों से इस आदेश को हटाने के लिए इजरायल पर दबाव डालने का आग्रह किया.
खाड़ी राज्य कुवैत के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, कुवैत गाजा पट्टी के उत्तरी भाग में रहने वाले फिलिस्तीनी निवासियों के खिलाफ जारी जबरन निकासी आदेश को स्पष्ट रूप से खारिज करता है. ये बयान तब आया है जब गाजा के उत्तरी इलाके में अनुमानित दस लाख फलस्तीनियों को इजरायली जमीनी आक्रमण से पहले अपने घर छोड़ने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
इजरायली सेना ने जानकारी देते कहा कि हिज़्बुल्लाह ने उसके एक ड्रोन पर गोलीबारी की थी, जिसके बाद इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान में हिज़्बुल्लाह के ठिकाने पर हमला किया है.
फिलीपींस में विदेश मामलों के विभाग ने पिछले हफ्ते हमास के हमले में तीसरे फिलिपिनो नागरिक की मौत की पुष्टि की है. फिलीपींस के विदेश मामलों के अवर सचिव एडुआर्डो डी वेगा ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि DNA से पुष्टि हुई है कि हमले में मरने वाला एक अन्य फिलिपिनो था, जो इजराइल में काम करता था.
अमेरिकी समाचार नेटवर्क MSNBC ने कथित तौर पर 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले और उसके बाद गाजा पर इजरायली बमबारी के बाद से तीन प्रमुख मुस्लिम पत्रकारों को एंकरिंग से हटा दिया है. समाचार वेबसाइट सेमाफोर के अनुसार, MSNBC ने गुरुवार और शुक्रवार को अयमान मोहयेल्डिन को गुरुवार को मेहदी हसन के शो का टेलीकास्ट नहीं होने दिया गया. वेबसाइट के मुताबिक कि इस सप्ताह के अंत में अली वेल्शी की जगह कोई दूसरा होस्ट आएगा.
अल जजीरा अरबी रिपोर्ट के मुताबिक कब्जे वाले वेस्ट बैंक के जेरिको शहर में इजरायली आर्मी ऑपरेशन चल रहा है.
अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में अमेरिकी सीनेट के नेता चक शूमर के घर के बाहर एक सड़क को जाम करने के बाद प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया. गाजा में फलस्तीनियों के नरसंहार को खत्म करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था.यहूदी वॉयस फॉर पीस लॉयर समूह का कहना है कि गाजा पट्टी में फलस्तीनियों के समर्थन में शुक्रवार को न्यूयॉर्क में हजारों लोगों ने एक रैली में भाग लिया था.
चीन के विदेश मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, मीडिल ईस्ट में चीन के प्रतिनिधि ने इजरायल और गाजा में संकट पर चर्चा के लिए एक आपातकालीन सत्र के लिए चीन में अरब लीग के वरिष्ठ सदस्यों से मुलाकात की है. चीन के विदेश मंत्रालय के तरफ से शनिवार (14 अक्टूबर) को जारी एक बयान में मंत्रालय ने झाई जून के हवाले से कहा कि बीजिंग फलस्तीनी मुद्दे पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में 22 सदस्यीय मजबूत अरब लीग का समर्थन करता है और फलस्तीनी लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करना जारी रखेगा.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि उत्तरी गाजा के अस्पतालों से सैकड़ों गंभीर रूप से घायल मरीजों को निकालना खतरे से खाली नहीं है. इसमें उनकी जान भी जा सकती है. फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने WHO को सूचित किया कि अगर इजरायल के आदेशानुसार फलस्तीन मंत्रालय के अधिन चल रहे दो अस्पतालों में से मरीज को अगर दूसरी जगह ट्रांसफर किया गया तो मरीजों की जान जा सकती है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इजरायली सरकार से उत्तरी गाजा में अपने निकासी आदेश पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है, जो फिलिस्तीनी क्षेत्र में रहने वाले 2.3 मिलियन लोगों में से आधे को प्रभावित कर सकता है.
इजरायल के पूर्व उप विदेश मंत्री डैनी अयालोन ने अल जज़ीरा से कहा है कि गाजा में फलस्तीनियों को अपने घर छोड़कर मिस्र के सिनाई रेगिस्तान में भाग जाना चाहिए, जहां उनके लिए तम्बू शहर बनाए जाएंगे. अयालोन ने शुक्रवार को प्रसारित अपफ्रंट के एक एपिसोड में मार्क लामोंट हिल से बात करते हुए कहा कि हमने गाजा के लोगों से क्षेत्र को अस्थायी रूप से खाली करने के लिए कहा है, ताकि हम हमास के लोगों को मार सके.
इजरायल और हमास के बीच बीते 7 दिनों से विनाशकारी युद्ध चल रहा है. इस दौरान इजरायल के लगभग 1,300 मारे गए है और 3,418 घायल है. वहीं इजरायली हमले में गाजा के करीब 1,900 लोग मारे गए, 7,696 घायल हुए हैं. वेस्ट बैंक में घायलों की संख्या 700 है.
दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि बढ़ते संघर्ष के बीच आर्मी ऑपरेशन की मदद से 163 नागरिकों को इजरायल से निकाल चुका है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि दक्षिण कोरियाई लोगों को लेकर एक KC-330 आर्मी प्लेन शनिवार तड़के तेल अवीव से रवाना हुआ और आज बाद में सियोल एयरबेस पर उतरने की उम्मीद है. इसमें कहा गया है कि 51 जापानी और छह सिंगापुर के नागरिक भी फ्लाइट में शामिल हैं.
United Nations Office for the Coordination of Humanitarian Affairs (OCHA) ने दावा किया है कि इजरायल के निकासी आदेश के बाद उत्तरी हिस्से में रहने करीब 10 हजार फलस्तीनी दक्षिण क्षेत्रों की ओर चले गए हैं. वहीं इजरायल के आदेश के पहले तक 4 लाख लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हो चुके हैं.
फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने इजरायली फोर्स पर मानवीय मिशनों के दौरान मेडिकल और एम्बुलेंस कर्मियों को निशाना बनाने और उनकी हत्या करने का आरोप लगाया है. फिलिस्तीनी मंत्रालय के मुताबिक शुक्रवार को हवाई हमलों में कम से कम 15 मेडिकल सेंटर क्षतिग्रस्त हो गईं और 23 एम्बुलेंस नष्ट हो गईं.
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओलेग निकोलेंको ने शुक्रवार (13 अक्टूबर) को इंटरफैक्स-यूक्रेन को बताया कि हफ्ते के आखिरी तक इजरायल पर हमास के हमले में मारे गए यूक्रेनी नागरिकों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है. निकोलेंको ने यह भी कहा कि अभी भी 9 यूक्रेनी नागरिक लापता हैं.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इजरायल हमास हमले पर बयान देते हुए कहा कि इजरायल एक अभूतपूर्व हमले का सामना कर रहा है, जो इतिहास में पहले कभी नहीं देखा गया. देश बड़े पैमाने पर काफी क्रूर तरीकों से हमले का जवाब दे रहा है.
इजरायल मंत्रालय का दावा है कि हमास हमले में मरने वालों में 614 बच्चे और 370 महिलाएं शामिल हैं. इजरायल सुरक्षा बलों ने कहा है कि उसने इजरायली क्षेत्र में लगभग 1,500 फलस्तीनी आतंकवादियों को मार डाला है.
बैकग्राउंड
Israel Hamas War: इजरायल हमास के बीच पिछले 7 दिनों से घमासान युद्ध चल रहा है. इन 7 दिनों के बीच काफी जानमाल का नुकसान दोनों पक्षों को झेलना पड़ा है. आपको बता दें कि इन 7 दिनों के दौरान इजरायल जबरदस्त तरीके से फलस्तीन के गाजा पट्टी पर अंधाधुंध बम गिराए जा रहा है, जिसकी वजह से गाजा पट्टी की हालत बद-से-बदतर होती जा रही है. इस दौरान मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ताजा अपडेट के मुताबिक एक तरफ फलस्तीन के गाजा पट्टी में मरने वाले फलस्तीनियों की संख्या 1,900 और घायलों की 7,696 है. इसके अलावा वेस्ट बैंक में लगभग मरने वालों की संख्या 51 हो चुकी है. वहीं दूसरी ओर इजरायल में हमास के हमले में मरने वालों की संख्या 1300 पहुंच गई है और घायलों की 2,800 दर्ज की गई है.
इजरायल ने गाजा के उत्तरी इलाके में रहने वाले करीब 11 लाख लोगों को 24 घंटे के भीतर जगह खाली करने के लिए कहा है. इसके बाद कल यानी शुक्रवार (13 अक्टूबर) को गाजा के कई लोगों को घर छोड़कर जाते हुए देखा गया था. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ तौर पर ये ऐलान कर दिया था कि गाजा में जितने लोग भी मौजूद है वो अपनी जगह पर पूरी तरह से खाली कर दें. वहीं एपी न्यूज़ के रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल ने गाजा छोड़कर जाने वाले लोगों पर हवाई हमला किया, जिसमें करीब 70 लोगों की मौत हो गई.
वहीं इस पर संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के अवर महासचिव और आपातकालीन राहत समन्वयक मार्टिन ग्रिफिथ्स ने उत्तरी गाजा से लोगों को खाली कराने की इजरायल की मांग की निंदा करते हुए अपने सहयोगियों के आह्वान को दोहराया है और कहा है कि वहां जाने के लिए कोई सुरक्षित जगह नहीं है.
हमास और इजरायल के बीच चल रहे विनाशकारी युद्ध के दौरान भारत सरकार ने भी इजरायल में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन अजय शुरू किया है, जिसके लिए इजरायल से पहला जत्था कल यानी शुक्रवार (13 अक्टूबर) को भारत पहुंचा, जिसमें कुल 212 लोग शामिल थे. वहीं भारतीयों को इजरायल से देश लाने के लिए तेल अवीव के रवाना होने वाला है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -