Unity Government in Israel: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और शीर्ष विपक्षी नेता ने फलस्तीन आतंकवादी समूह हमास के खिलाफ युद्ध की निगरानी करने के लिए बुधवार (11 अक्टूबर) को युद्धकालीन एकता सरकार बनाने का एक समझौता किया.


हमास ने बीते शनिवार को इजरायल पर अचानक हमला किया था, जिसके बाद इजरायल ने युद्ध की घोषणा की थी. इस युद्ध के बीच अब तक 2,200 से अधिक लोगों की जानें जा चुकी है.


इजरायल में बनी एकता बनाने पर सहमति


नेशनल यूनिटी पार्टी के नेता बेनी गैंट्ज ने पहले संकेत दिए थे कि वह इजरायल के युद्ध प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए आपातकालीन एकता सरकार में बिना शर्त शामिल होने के इच्छुक हैं. उन्होंने एक विज्ञप्ति जारी कर एकता सरकार बनाने पर सहमति की जानकारी दी और इसे पीएम नेतन्याहू के साथ संयुक्त बयान करार दिया.


इससे पहले गैंट्ज इजरायल के रक्षामंत्री और इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) के प्रमुख की भूमिका निभा चुके हैं. बयान में कहा गया कि वे पांच सदस्यीय युद्ध प्रबंधन मंत्रिमंडल का गठन करेंगे. इसमें पीएम नेतन्याहू, गैंट्ज, मौजूदा रक्षामंत्री योआव गैलेंट और दो सेवारत शीर्ष अधिकारी बतौर पर्यवेक्षक सदस्य शामिल होंगे.


मुख्य विपक्षी दल को भी भेजा गया आमंत्रण


इस बयान में कहा गया कि जब तक लड़ाई जारी रहेगी, तब तक सरकार गैर युद्ध संबंधी कोई भी विधेयक पारित नहीं करेगी और न ही इससे जुड़ा फैसला लेगी. मुख्य विपक्षी दल यायर लापिद को भी नए मंत्रिमंडल में शामिल होने का आमंत्रण दिया गया है, लेकिन उनकी ओर से अब तक जवाब नहीं आया है.


इस कदम को इजरायली राजनीति में अप्रत्याशित हलकों से समर्थन मिला, जो कुछ समय पहले तक सरकार की न्यायिक सुधार की कोशिश के मुद्दे पर दो व्यापक गुटों में विभाजित दिख रही थी.


कई लोग न्यायिक सुधार की कोशिश को न्यायपालिका के अधिकार को कमजोर करने के प्रयास के तौर पर देख रहे थे, जिसके कारण लगातार 39 हफ्तों तक देश भर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए. जिस दिन युद्ध शुरू हुआ, उस दिन भी इस मुद्दे पर व्यापक प्रदर्शन की योजना थी.


इजरायल के नेता बोले- 'जीत की जरूरत'


दक्षिणपंथी चरमपंथी नेता और राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन ग्विर को एकमात्र नेता माना जा रहा था, जो एकता गठबंधन स्थापित करने से अपने पैर खींच रहे थे. उन्होंने फैसले की घोषणा होने के बाद एक्स पर पोस्ट किया, ‘‘एकता का स्वागत, अब हमें जीत की जरूरत है.’’


न्यायपालिका में आमूल-चूल बदलाव के सूत्रधार न्याय मंत्री यारिव लेविन ने भी समझौते का स्वागत करते हुए कहा, ‘‘यह सही है और किया जाना जरूरी था. यहां से हम साथ मिलकर काम करेंगे.’’


क्या बोले इजरायल के मंत्री?


आर्थिक मामलों के मंत्री नीर बरकत ने लिखा, ‘‘इजरायल राज्य के पास एकता की सरकार है. ऐसे समय में हमें एकजुट होना चाहिए, आईडीएफ सैनिकों को समर्थन देना चाहिए और तब तक एकजुट होकर काम करना चाहिए जब तक कि अपने दुश्मन पर इजरायल की पूरी तरह से जीत न हो जाए.’’


इजरायल ने गाजा पर शासन करने वाले इस्लामिक चरमपंथी समूह हमास के खिलाफ एक अभूतपूर्व हमले का संकल्प लिया है, क्योंकि उसके लड़ाकों ने सात अक्टूबर को सीमा बाड़बंदी तोड़कर देश के दक्षिण हिस्से में घुसकर भीषण हमले किए थे. इजरायल की सेना ने कहा, "इजरायल में 155 सैनिकों सहित 1,200 से अधिक लोग मारे गए हैं." जबकि गाजा में अधिकारियों के अनुसार 260 बच्चों और 230 महिलाओं सहित 950 लोग मारे गए हैं.


ये भी पढ़ें: तनाव के बीच एस जयशंकर और कनाडा की विदेश मंत्री के बीच हुई सीक्रेट मीटिंग? रिपोर्ट्स में किया जा रहा है ये दावा