![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/Premium-ad-Icon.png)
दिनभर में रोटी के 2 टुकड़े, बूंद-बूंद पानी को मोहताज... UN ने बताई गाजा में रह रहे फिलिस्तीनियों की आपबीती
Israel-Hamas War: गाजा में फिलिस्तीनी नागरिक रोटी के दो टुकड़े खाकर रह रहे हैं. फिलिस्तीन में संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के निदेशक थॉमस व्हाइट ने बताया कि गाजा में कोई जगह सुरक्षित नहीं है.
![दिनभर में रोटी के 2 टुकड़े, बूंद-बूंद पानी को मोहताज... UN ने बताई गाजा में रह रहे फिलिस्तीनियों की आपबीती Israel Hamas War Palestinian in Gaza is living on 2 pieces of bread a day claim United Nation official दिनभर में रोटी के 2 टुकड़े, बूंद-बूंद पानी को मोहताज... UN ने बताई गाजा में रह रहे फिलिस्तीनियों की आपबीती](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/11/04/16994224cf4996a65c54e42e042a27b61699112690329865_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Israel-Hamas War: इजरायल और हमास के बीच युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. युद्ध में अब तक दोनों ओर से 9000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. इस बीच फिलिस्तीन में संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के निदेशक थॉमस व्हाइट ने कहा है कि युद्ध के चलते गाजा में भुखमरी के हालात पैदा हो गए हैं और खाने-पीने के लिए तरस रहे हैं.
न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक उन्होंने शुक्रवार (3 नवंबर) को कहा कि गाजा में एक औसत फिलिस्तीनी नागरिक भंडार किए गए आटे से बनी रोटियों के 2 टुकड़े खाकर रह रहे हैं और सड़कों पर पानी-पानी की आवाजें सुनाई दे रही हैं.
'मौत और विनाश का मंजर'
थॉमस व्हाइट ने कहा कि उन्होंने पिछले कुछ हफ्तों में गाजा की यात्रा की. उन्होंने ने उस जगह को 'मौत और विनाश का मंजर' बताया. उन्होंने कहा, "अब कोई भी जगह सुरक्षित नहीं है और लोग अपने जीवन, अपने भविष्य और अपने परिवार का भरण-पोषण को लेकर डरे हुए हैं."
व्हाइट ने गाजा से एक वीडियो ब्रीफिंग के दौरान संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों के राजनयिकों को बताया कि यूएन फिलिस्तीनी शरणार्थी एजेंसी (UNRWA) गाजाभर में लगभग 89 बेकरियों का समर्थन कर रही है, ताकि 17 लाख लोगों को रोटी पहुंचाई जा सके.
वहीं, संयुक्त राष्ट्र के फिलिस्तीनी क्षेत्र के लिए यूएन के मानवीय समन्वयक (Humanitarian Coordinator) लिन हेस्टिंग्स ने कहा कि इजरायल से होने वाली तीन वॉटर सप्लाई लाइनों में से केवल एक ही चालू है. इस कारण बहुत से लोग खारा पानी पीने पर मजबूर हैं.
'ईंधन की भी जरूरत'
इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र के एक अन्य अधिकारी मार्टिन ग्रिफिथ्स ने कहा है कि गाजा में अस्पतालों के कामकाज के साथ-साथ पानी और बिजली के के लिए ईंधन की भी जरूरत है. हेस्टिंग्स ने कहा कि अस्पतालों, वॉटर प्लांट, खाद्य उत्पादन सुविधाओं और अन्य आवश्यक सेवाओं को चालू रखने के लिए आवश्यक बैकअप जनरेटर ईंधन की सप्लाई नहीं होने की वजह से एक-एक करके बंद हो रहे हैं.
यह भी पढ़ें- हमास के पॉलिटिकल चीफ इस्माइल हानिये के घर पर इजरायल ने दागी मिसाइलें: रिपोर्ट
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)