Israel Hamas War Palestinian Islamic Jihad: इजरायल (Israel) ने गाजा अस्पताल विस्फोट के लिए फलस्तीनी आतंकवादी समूह इस्लामिक जिहाद को दोषी ठहराया है. इस हमले को इजरायल की सेना और हमास के बीच 7 अक्टूबर से शुरू हुए युद्ध के बीच सबसे घातक हमला मना जा रहा है. हालांकि, इजरायल के दोषी ठहराए जाने के बाद इस्लामिक जिहाद ने आरोप से इनकार किया.
इस्लामिक जिहाद ने इजरायल के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ज़ायोनी दुश्मन अपने झूठ गढ़कर और इस्लामिक जिहाद आंदोलन पर दोष मढ़ने की कोशिश कर रहा है. वो इस तरह से गाजा में बैपटिस्ट अरब नेशनल हॉस्पिटल पर बमबारी की जिम्मेदारी लेने से बचना चाह रहा है.
पहली बार आया इस्लामिक जिहाद का नाम
हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध में पहली बार इस्लामिक जिहाद का नाम सामने आया है. वो भी तब जब इजरायली सेना ने खुफिया जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि अस्पताल पर हमला इस्लामिक जिहाद के असफल रॉकेट लॉन्च का नतीजा था. आपको बता दें कि फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद गाजा में स्थित एक सशस्त्र समूह है. यह गाजा में दूसरा सबसे बड़ा सशस्त्र समूह है.
इस्लामिक जिहाद की स्थापना 1980 के दशक में गाजा पट्टी में इजरायली कब्जे से लड़ने के लिए की गई थी. इस्लामिक जिहाद कभी-कभी हमास से स्वतंत्र रूप से संचालित होता है. लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों को ईरान से फंडिंग और हथियार मिलते हैं. हमास की तरह इस्लामिक जिहाद को भी इजरायल और अमेरिका एक आतंकवादी संगठन मानता है.
हमास और इस्लामिक जिहाद
NTY की एक रिपोर्ट के अनुसार हमास और इस्लामिक जिहाद सबसे महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जो गाजा में अधिकांश सैन्य गतिविधियों को कॉर्डिनेट करते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक दोनों संगठनों के बीच फिलहाल तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. कुछ मौकों पर हमास ने इस्लामिक जिहाद के फैसले को मानने से इनकार भी किया है. इसके वजह से दोनों के बीच टकराव की भी स्थिति पैदा हो चुकी है.
हालांकि, कई मौकों पर दोनों साथ भी नजर आए है. आपको बता दें कि गाजा के अल-अहली में मंगलवार (17 अक्टूबर) की रात को उस समय विस्फोट हुआ जब अस्पताल मरीजों से भरा हुआ था. यहां इजरायली बमबारी में घायल हुए लोगों का इलाज चल रहा था. इसके अलावा हजारों की संख्या में फलस्तीनी परिवार अस्पताल के बाहर डेरा डाले हुए थे.
इस हमले के परिणामस्वरूप फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास और जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय ने घोषणा की कि वे बुधवार को राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ एक नियोजित अरब शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे. जॉर्डन, सीरिया, सऊदी अरब, इराक, मिस्र समेत अन्य अरब देशों ने अस्पताल पर हमले की निंदा की है.
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