Israel Hamas CeaseFire: हमास की ओर से बंधकों के छोड़े जाने और इजरायल-हमास के बीच 4 दिन के युद्ध-विराम लागू होने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फिलिस्तीन के लिए 'दो-राज्य समाधान' की चर्चा को हवा दी है. उन्होंने कहा अब इजरायल और फिलिस्तीनियों के बीच शांति के लिए 'दो-राज्य समाधान' पर "नए सिरे से" काम करने का समय आ गया है.


शुक्रवार को हमास की ओर से बंधकों के पहले जत्थे की रिहाई के बारे में बात करते हुए बाइडेन बोले कि ये महज एक शुरुआत थी.उन्होंने उम्मीद जताई कि चार दिन की अस्थाई विराम के बाद शायद युद्ध-विराम और आगे तक टाला जा सकता है. वे बोले, "पिछले कई हफ्तों में मैंने इस समझौते को पूरा करने में मदद करने के लिए कतर के अमीर, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बार-बार बात की है और मैं तीनों नेताओं को उनकी व्यक्तिगत साझेदारी के लिए शुक्रिया अदा करना चाहता हूं."






कितने बंधकों की रिहाई?


रेड क्रॉस ने शुक्रवार को गाजा से 24 बंधकों की सुरक्षित रिहाई की आधिकारिक पुष्टि की. इस समझौते में मध्यस्थ कतर के विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, इस समूह में 13 इजरायली शामिल थे, जिनमें से कुछ के पास दोहरी नागरिकता थी. इसके साथ ही 10 थाई नागरिक और फिलीपींस का एक व्यक्ति भी शामिल था. रिहा किए गए बंधकों में ज्यादातर महिलाएं या नाबालिग बच्चे थे.


किनके हवाले किए गए बंधक?


हमास ने बंधकों को रेड क्रॉस को सौंपा था. रेड क्रॉस एक अंतरराष्ट्रीय राहत कार्य संस्था है. टीवी 12 के मुताबिक हमास की ओर से छोड़े गए बंधकों को सबसे पहले गाजा से सटे मिस्र के रफाह क्रांसिग ले जाया गया. यहां से वे मिस्र की सीमा में दाखिल हुए और वहां जाकर रेड क्रॉस ने बंधकों को इजरायली सेना के हवाले कर दिया. 


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