Israel Hamas War: गाजा पर इजरायली हमले के खिलाफ दुनिया भर में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. ब्रिटेन की राजधानी लंदन में फिलिस्तीन के समर्थन में एक रैली निकाली गई. ये प्रदर्शन गाजा में इजरायली हमले को रोकने के लिए किए जा रहे हैं. लंदन में दस हजार की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए हैं.
ब्रिटेन के मैनचेस्टर, ग्लासगो, बेलफास्ट में भी कई प्रदर्शन हुए. अब तक लंदन पुलिस ने नौ लोगों को हेट क्राइम के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. प्रदर्शन में लोगों ने तख्तियों पर लिखा है कि 'नरसंहार बंद होना चाहिए'.
'वापस घर लाओ'
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी और मेलबर्न में इजरायल-हमाास युद्ध को लेकर लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. ये प्रदर्शन दोनों पक्षों की ओर से किए जा रहे हैं. ऑस्ट्रेलियाई न्यूज़ आउटलेट न्यूज़ डॉट कॉम के मुताबिक लगभग 30 हजार लोगों ने फिलस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन रैली निकाली. इजरायली समर्थकों ने भी 'ब्रिंग बैक होम' यानी उन्हें घर वापस लाओ लिखे तख्तियों के साथ प्रदर्शन रैली निकाली. मलेशिया के कुआलालंपुर में अमेरिकी दूतावास के बाहर फिलिस्तीनी समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया.
जकार्ता में भी बड़ी संख्या में लोगों ने इजरायल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए. न्यूजीलैंड की राजधानी वेलिंगटन में संसद भवन तक मार्च में शामिल हजारों लोगों ने 'फ्री फिलिस्तीन' की तख्तियां और फिलिस्तीनी झंडे लहराए. जर्मनी, दक्षिण कोरिया, कोपेनहेगन, रोम और स्टॉकहोम में भी लोग फिलिस्तीन के समर्थन में सड़कों पर उतरे.
'इजरायल करता है कब्जा, हमास नहीं है आतंकवादी संगठन'
तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोगन ने राजधानी इस्तांबुल में एक विशाल फिलिस्तीनी समर्थक रैली को संबोधित किया. रैली में उन्होंने इजरायल के खिलाफ शब्दों का इस्तेमाल किया और बोले कि हमास कोई आतंकवादी संगठन नहीं है. उन्होंने कहा, "मैं दोहराता हूं कि हमास आतंकवादी संगठन नहीं है. इजरायल दूसरो की जमीन कब्जा करने वाला देश है."
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