इजरायल-हमास की जंग के बीच धरती पर उतरे खुदा की आंख से गिरा एक कतरा पानी और..!
Israel Hamas War: इजरायल-हमास युद्ध के बीच इतनी बमबारी हुई कि खुदा का भी घर दहल गया. ये देख खुदा खुद धरती पर उतर आया और अपने खास बंदों से पूछा कि मेरे बनाए जा रहे इंसानों का खून क्यों बहाया जा रहा है?
इजरायल, फलस्तीन, वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी... एक तरफ से रॉकेट लॉन्चर दागे गए, हजारों दागे गए, इजरायल पर दागे गए...हमास की ओर से दागे गए. दुनिया का सबसे तगड़ा डिफेंस सिस्टम फेल गया, आयरन डोम इस बार हमास के रॉकेट नहीं रोक पाया. कोहराम मचा तो इजरायल तिलमिला उठा. ऐसा आगबबूला हुआ कि लाखों बेघर हो गए. इजरायल पर हमास के कहर के बाद गाजा पट्टी पर इजरायली बारूद बरस रहा है. कसम है इजरायल की, हमास को साफ कर देंगे, नाम लेने वाला भी न बचेगा तो इसलिए बम पे बम, टैंक पे टैंक, गोली पर गोली दागी जा रही हैं. टेस्टिंग में था आयरन डोम का बड़ा भाई आयरन बीम, मानो कुंभकर्ण की तरह नींद में सो रहा था, उसे आधी नींद से जगाकर इजरायल ने दुश्मन पर कहर बरपाने के लिए छोड़ दिया, क्यों छोड़ा नहीं जाएगा, अब हमास को इतना मार देंगे कि दोबारा जिंदा नहीं हो पाएगा.
बम, गोलों, गोलियों, टैंकों की आवाज इतनी कि खुदा का घर पर भी दहल गया. कई दिनों से जन्नत और जहन्नुम... स्वर्ग और नर्क... हेवन और हेल... के सारे अकाउंटेंट बेहद व्यस्त हैं. लाशें गिराने वाले और मरने वालों का हिसाब हो रहा है. क्या हिसाब हो रहा है खुदा जाने या खुदा के खास बंदे. हमको कुछ नहीं पता. हमें तो ये पता है खुदा नाराज है, इतना नाराज है कि वो कल रात धरती पर उतरा. अरे भाई खुदा कहां उतरा? वहीं- पूर्वी येरूशलम में पवित्र शहर में. जहां बमों और गोलों की आवाजों से मां के पेट में मौजूद बच्चे कंपकंपा रहे हैं. मुर्दों की रूह भी जिंदा इंसानों की दर्दनाम मौत देख लहूलुहान हुई जा रही है. खुदा से देखा न गया और वो उतर ही आया.
खुदा ने धरती पर आते ही अपने खास बंदों से सबसे पहला सवाल पूछा- जंग कहां हो रही है? खुदा को उसके बंदे ने जवाब दिया- इजरायल और हमास के बीच. खुदा ने अगला सवाल पूछा- जंग क्यों हो रही है? बंदे ने जवाब दिया- मेरे आका जंग जायज है, इनके धर्म अलग हैं, इनके देश अलग हैं? इनकी भाषा और रहना-सहना, खाना और मान्यताएं काफी अलग हैं. खुदा ने पूछा- इन सब चीजों में से मैंने क्या बनाया है? खुदा का बंदा सन्न हो गया.
खुदा ने बुलंद आवाज में दोबारा पूछा- बता, इनमें से मैंने क्या बनाया है? मैंने एक इंसान बनाया और एक धरती, तब दिक्कत क्या है? तो मेरे बनाए इंसान क्यों मारे जा रहे हैं? क्यों लहू बह रहा है, क्या इंसानों के रहने के लिए धरती पर जगह कम है? क्या पानी, हवा, रोशनी... जीने के लिए जरूरी किसी चीज की इस धरती पर कमी रह गई? बंदे से कोई जवाब न बन पाया, खुदा ने अब फरमान सुनाया, बोला- जंग लड़ने वालों (इजरायल और हमास के लोगों) को दरबार में पेशी के लिए बुलाया जाए. इस तरह खुदा ने अदालत बिठा दी. एक कठघरे में इजरायल और दूसरे में हमास को खड़ा किया गया. इनके खैरख्वाह भी खुदा के सामने अपनी-अपनी दलीलें पेश करने आ गए. इन्हें बुलाया तो नहीं गया था पर ये तो समर्थक और विरोधी हैं, खुद-ब-खुद ही चले आते हैं.
खुदा की अदालत में इजरायल बनाम हमास की जंग के मुकदमे की सुनवाई शुरू हुई. खुदा ने दोनों की शक्लें देखीं और काफी देर तक देखता रहा. खुदा बोला- बताओ तुममें से इंसान कौन? पहले इजरायली बोला- ऐ खुदा हम इससे बेहतर इंसान हैं. हमारी नस्ल आला है, वी आर मोर एजुकेटेड, हमारे पास हथियार भी दुनिया में सबसे एडवांस हैं, यहूदी तो पूरी दुनिया पर छाए हुए हैं. ये फलस्तीनी और हमास तो हमारे दुश्मन हैं, ये निचले दर्जे के इंसान हैं, ये जीना डिजर्व नहीं करते हैं... इतना ही सुनते ही हमास वाला शख्स तिलमिला उठा और कठघरे में कंधे पर रॉकेट लॉन्चर धर लिया और चिल्लाकर बोला- इस यहूदी की जिंदगी बस अब खत्म. खुदा खैर करे.... उसने की भी और हमास के शख्स को शांत कराते हुए कहा- धमकी न दे, दलील दे. क्यों तेरे सिर पर खून पर सवार है.
अब हमास के लड़ाके ने खुदा के सामने दलीलें देना शुरू किया. वो खुदा से बोला- ये यहूदी हमारी जमीन पर कब्जा करके बैठे हैं. हमारे देश की जमीन पर इन्होंने अपना राष्ट्र स्थापित कर लिया. ये हम पर हमला कर रहे हैं, इन्होंने हमारी घेराबंदी की हुई है. हम इन्हें इस जमीन से भगाना चाहते हैं इसलिए इन पर हमले करते हैं. हम सुरंगों से इजरायल पर रॉकेट हमले करते हैं, हमारे पास बहुत पैसा नहीं है, हथियार भी नहीं हैं, ताकत भी यहूदियों जितनी नहीं है पर ये हमारा देश है, जिस पर इन्होंने कब्जा किया हुआ है. हम मरते दम तक अपनी मिट्टी जमीन के लिए लड़ते हैं. हमास के लड़ाके की बात सुनते ही यहूदी भड़का और बोला- ये हमारी मिट्टी है, तुम्हारी नहीं. ये हमारा देश है, ये हमारे पूर्वजों की धरती है, हम इसे नहीं छोड़ने वाले.
खुदा ने दोनों को रोका और पूछा ये बाकी लोग कौन हैं जो अदालत में आकर बैठे हैं. खुदा के बंदे ने बताया कि ये अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, सऊदी अरब, जॉर्डन, मिस्र, लेबनान, कतर, ईरान, भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि बहुत से देशों के प्रतिनिधि हैं. इनमें कुछ इजरायल तो कुछ फलस्तीन के समर्थक हैं. खुदा ने पूछा- इनका इस मामले से क्या लेना-देना है? बंदे ने जवाब दिया- ये सब धर्म और रुपये-पैसे के हिसाब से दोनों में से किसी एक पक्ष का समर्थन या विरोध कर रहे हैं.
खुदा ने पूछा- मेरी धरती पर इतने सारे देश क्यों हैं? क्या मेरे बनाए एक इंसान के लिए एक धरती ही देश नहीं बन सकती? खुदा का बंदा बोला- मेरे आका इंसान ने अपने-अपने हिसाब से देश, धर्म, भाषा, खाना, कपड़े पहनने का स्टाइल पता नहीं क्या-क्या बना रखा है. इन देशों के लोग खुद को दूसरे से बेहतर बताने में लगे रहते हैं और दूसरे की जमीन पर कब्जा भी करते हैं, इन्होंने सेना बनाई हुई हैं और ये खूब युद्ध भी करते हैं.
खुदा ने अब सभी लोगों से एक अहम सवाल पूछा- इंसान को जिंदा रहने के लिए धरती चाहिए या देश? जब धरती ही नहीं रहेगी तो देश कहां से आएंगे? खुदा गुस्से से आग-बबूला हो गया, बोला- बता धरती के बिना देश कैसे बनेंगे? इंसान ही नहीं होगा तो कौन यहूदी होगा और कौन मुसलमान? कौन ईसाई होगा और कौन हिंदू? चारों तरफ सन्नाटा छा गया. खुदा ने आखिरी फरमान सुनाया और बोला- ऐ इंसान तू इंसान की परवाह कर और देश बना रखे हैं... ठीक है पर तू इस रहेगा इस धरती पर ही, इसलिए इस धरती की रक्षा कर. इतना बोलने के बाद खुदा ने पूछा- बोलो क्या अब जंग बंद करोगे? इतना सुनते ही सब सजदे में बैठ गए, सिर को झुका दिया. इजरायल और हमास के लड़ाके खड़े हुए बोले- ऐ खुदा खून तो बहना बंद नहीं होगा? जंग जारी रहेगी.
खून बहाते रहने वाली बात सुन खुदा गमगीन हो गया. वो कुछ नहीं बोला, बस उसकी आंख से एक कतरा गिरा. वो खुदा का आंसू था. खुदा की आंख से गिरा वो कतरा जमीन पर पड़ते ही जमीन पर पानी की सुनामी आ गई. इजरायल, फलस्तीन, अमेरिका, कतर, कनाडा, ब्रिटेन समेत दुनिया के सभी देश एक-एक कर डूबने लगे. खुदा की आंख से निकले उस आंसू ने बड़े-बड़े देशों की सेना को पलभर में तबाह कर दिया. मैं दूर बैठा एक पहाड़ पर खुदा की अदालत को देख रहा था. एक-एक बात लिख रहा था पर पानी इधर भी आ ही गया, इस अदालत की कार्यवाही को लिखने वाला चला गया और अब पढ़ने वाला भी शायद कोई न रहा.
अब इस धरती पर बस खुदा की आंख से गिरा एक कतरा ही बचा, जिसने सबकुछ अपने आगोश में लिया, महाप्रलय के अलावा अब कुछ न बचा, न बच्चों की चीखें, न युद्ध की विभीषका, न तोपों का शोर, न गोलो की आवाजें. अब चारों तरफ शांति है, चिर शांति और बस खुदा की आंख से गिरा वो कतरा जो उसने इंसान का खून बहाए जाने के दर्द में बहाया था...
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